टैरो डेक में उक्त कार्ड कुछ नकारात्मकता प्रदर्शित करता है। यह कार्ड धोखा, लालच, स्वार्थपरता (स्वार्थीपन) जैसे अवगुणों को दर्शाता है। जैसा कि पहले के कुछ अंकों में भी वर्णन किया गया है कि ‘‘टैरो’’ ज्योतिष की एक शाखा है और बहुत महत्वपूर्ण है। टैरो के परिणामों में 90-95 प्रतिशत तक सत्यता प्रमाणित होती है। जब कोई व्यक्ति किसी परेशानी में होता है, उसे कोई समस्या आकर घेरती है तो वह बहुत व्यथित हो जाता है,
उसे समझ में ही नहीं आता कि इन परिस्थितियों में वह क्या करे कहां जाये, तब उसे एक ही रास्ता नजर आता है कि वह किसी ज्योतिषी के पास जाये और अपनी समस्याओं से निजात पाने के लिये उपाय करे। ऐसे समय में ज्योतिष शास्त्र से उसको बहुत उम्मीदें होती हैं। समस्याओं से घिरा व्यक्ति जब किसी टैरो रीडर के पास जाकर रीडिंग करवाता है और कार्ड रीडिंग के दौरान अगर ‘‘दी डेविल’’ कार्ड प्रकट होता है तो इसका अर्थ है प्रश्नकत्र्ता की समस्या जिस व्यक्ति को लेकर है वह लालची, धोखेबाज व स्वार्थी है।
यह नकारात्मक गुण व्यक्ति के अंदर छुपे हैं जो अक्सर बाहरी व्यवहार में नहीं आते। जैसे एक व्यक्ति ने अपनी बेटी की शादी के बारे में टैरो रीडिंग करवायी। टैरो रीडिंग में जो कार्ड प्रकट हुआ वह था ‘‘दी डेविल’ इसलिये उसको बताया गया कि उसकी बेटी के ससुराल वाले बेहद लालची व स्वार्थी हैं। अतः समय रहते उपाय कर लो, अतः उस व्यक्ति ने समय रहते उपाय भी किए और उचित कदम भी उठाये जिससे उसकी बेटी का जीवन बर्बाद होने से बच गया। अगर व्यक्ति समय रहते टैरो रीडिंग करवाता है तो कुछ अशुभ घटने से बच सकता है, जैसे - बेटा या बेटी का रिश्ता कहीं तय करने से पहले ही टैरो रीडिंग करवा ले तो गलत, स्वार्थी व लालची लोगों के चुंगल में फंसने से बच सकता है। अगर टैरो रीडिंग में ‘‘दी डेविल’’ कार्ड प्रकट होता है
तो जिस व्यक्ति के लिए निकलता है वह बाहरी व्यवहार में नकारात्मकता दिखाता नहीं है पर वह दूसरों पर, अपने नकारात्मक गुणों के कारण काबू पा लेता है, उनको कन्ट्रोल कर लेता है। वह दूसरों को नुकसान भी पहुंचा सकता है। वह अपने गुस्से का इस्तेमाल अपने उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए सकारात्मक रूप से भी कर सकता है। अगर रीडिंग में यह कार्ड रिवर्स में निकलता है तो इसका अर्थ है वह अपनी ताकत का उपयोग निगेटिव तरीके से दूसरों का बुरा करने में करेगा। इसी तरह अगर किसी व्यक्ति को कोई बिजनेस शुरू करनी है और वह किसी दूसरे व्यक्ति, दोस्त या रिश्तेदार या किसी अनजान व्यक्ति के साथ साझेदारी में करना चाहता है
तो उसके लिये अच्छा होगा कि वह फाईनल करने से पहले टैरो रीडिंग करवा कर ही कार्य शुरू करे। शुभ कार्ड के प्रकट होने पर ही कार्य शुरू करने का निर्णय लेना चाहिए। कभी- कभी किसी काम के लिये लोगों को कई आॅफिस व मिलने वालांे के चक्कर काटने पड़ते हंै पर सही व्यक्ति न मिलने पर व्यक्ति को परेशानी होती है। अगर ऐसे समय पर टैरो रीडिंग करवा कर पता कर लिया जाये कि फलां व्यक्ति उसकी मदद कर सकता है
या नहीं तभी उस व्यक्ति से मदद की गुहार करें अन्यथा किसी और साधन की तलाश करें। अगर रीडिंग में शुभ कार्ड निकलता है तो व्यक्ति खुशी से अपने निर्धारित कार्य पूर्ण कर के आत्म संतुष्टि पा सकता है और अगर निगेटिव कार्ड निकलता है तो वह उसे छोड़ कर अपने लिये कोई अन्य विकल्प चुन सकता है।