टैरो डेक में यह कार्ड मेजर अरकाना का कार्ड नंबर 11 है। टैरो सेशन में जिस व्यक्ति के लिए यह कार्ड निकलता है वह उस व्यक्ति विशेष की विशेषता बताता है। यह कार्ड उस व्यक्ति विशेष को रिप्रेजेन्ट करता है अतः कार्ड जिसके लिए निकला है वह व्यक्ति चाहे पुरुष हो या महिला, बच्चा हो या बूढ़ा बहुत न्यायप्रिय होगा। वह हमेशा न्यायिक बात करेगा चाहे उसमें उसका नुकसान ही क्यों न हो रहा हो।
वह अपने लाभ के लिए दूसरों का नुकसान नहीं होने देगा। ऐसा व्यक्ति अपने सगे-संबंधियों, मित्रों के लिए कुछ हद तक कटुता का पात्र भी बन जाता है क्योंकि जब दो पक्षों में न्याय की बात करनी हो, तब वह सही का साथ देगा। चाहे जिसका वह विरोध कर रहा है अर्थात् जो गलत है
वह चाहे उसका कोई अपना ही क्यों न हो, ऐसे में उनसे पुराने संबंध कितने भी अच्छे क्यों न हों उनमें गांठें पड़ जाती हैं जो फिर आसानी से नहीं खुलतीं बल्कि और अधिक पक्की होती जाती हैं और समय के साथ उनमें दरारें पड़ती जाती हैं और संबंधों में दूरियां बढ़ती जाती हंै। मान लीजिए दो मित्रों या दो सहेलियांे में बहुत गहरी दोस्ती है और दोनों में से किसी एक का किसी व्यक्ति या स्त्री से किसी बात पर मन-मुटाव हो गया हो तो वह अपने की सहायता मांगेगा। इस पर उसका मित्र पूरी बात सुनने के बाद सही राय देगा। अगर टैरो सेशन में न्यायाधीश का कार्ड निकला है
यानि जस्टिस तो वह बिल्कुल न्यायप्रिय बात करेगा। अगर उसके मित्र की गलती है और सामने वाला व्यक्ति ठीक है तो वह अपने मित्र की गलती निकालेगा चाहे इसमें उसका अपना मित्र नाराज ही क्यों न हो जाये और उससे उसके संबंध टूट ही क्यों न जायंे या उनके संबंधों में प्रेम की जगह घृणा ले ले, एक लंबी दरार आ जाय पर वह हमेशा न्यायिक बात करेगा व उस पर ही अड़ा रहेगा। इसी तरह यदि किसी सास व बहू में झगड़ा हो जाये तो ऐसे में पति की स्थिति बहुत नाजुक हो जाती है कि वह पत्नी का साथ दे या मां का। एक का साथ दे तो दूसरा नाराज हो जाता है, ऐसे में यदि टैरो सेशन में इस व्यक्ति का कार्ड जस्टिस निकलता है तो वह पति हमेशा सत्य का साथ देगा यानी मां व पत्नी में से जो सच्चा है
वह उसी का साथ देगा व दूसरे की गलती बतायेगा इससे चाहे उसके संबंध पत्नी से खराब हांे अथवा उसकी मां नाराज हो जाये वह ऐसा करते समय अपने भविष्य के विषय में कुछ नहीं सोचता बल्कि सत्य पर अडिग रहता है। ऐसा व्यक्ति अपने कार्यालय, व्यापार सभी जगह न्याय व सत्य पर अडिग रहता है। सत्यता के नियमों का पालन करता है
व हर स्थान पर बैलेंस बनाने की कोशिश करता है। इसमें कभी-कभी वह अपने बाॅस को भी नाराज कर बैठता है तथा अपने बाॅस के कोप का पात्र बन जाता है, इस कारण कभी-कभी उसे बहुत हानि उठानी पड़ती है। बाॅस कई बार बदले की भावना से उसे बिना गलती के भी गलत ठहरा सकता है, सबके सामने उसका अपमान कर सकता है जिससे इसको काफी जिल्लत का सामना करना पड़ता है। अगर बाॅस बद्दिमाग हुआ तो न्याय की बात करने वाले को नौकरी से भी हाथ धोना पड़ सकता है।
नौकरी चले जाने पर उसके घर में भी क्लेश हो सकता है, उसके घर का माहौल भी बिगड़ सकता है, उसकी पत्नी, बच्चे, माता-पिता सब परेशान हो जाते हैं। इससे उसके पारिवारिक जीवन पर बहुत असर पड़ता है। इतना सब कुछ होने पर भी वह न्याय करना नहीं छोड़ता क्योंकि यह उसके व्यक्तित्व की विशेषता है।