हिलेरी क्लिंटन 28 जुलाई 2016 को डेमोक्रेटिक पार्टी ने अंततः हिलेरी क्लिंटन को अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के लिए अधिकारिक तौर पर अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। ये अमेरिका के अब तक के इतिहास में पहली महिला हैं, जिन्हें किसी बड़े दल ने राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया हो। इनका लग्नेश बुध पंचम में नीच के सूर्य व शुक्र के साथ वक्री होकर स्थित है, जो कि पराशरी राजयोग कारक है जिसके कारण हिलेरी सन् 1993 से 2001 तक संयुक्त राज्य अमेरिका की प्रथम महिला रही हैं तथा 2001 से 2009 तक न्यूयार्क की कनिष्ठ सीनेटर और 2013 तक अमेरिका की विदेश मंत्री भी रही हैं।
यहां सूर्य का नीच भंग नहीं हो रहा है इसलिए इन्हें पुत्र संतान का अभाव रहा। द्वितीयेश चंद्रमा बृहस्पति की मीन राशि में राज्य भाव में स्थित है, चंद्रमा से द्वितीय व द्वादश भाव में कोई भी ग्रह नहीं है। चंद्रमा के एक ओर मंगल और दूसरी ओर शनि की दृष्टि अच्छी नहीं है। दशम का चंद्रमा यश प्रसिद्धि दिलाता है जो उन्हें भरपूर मिली है। मिथुन लग्न में चंद्रमा अकारक ग्रह होता है। ‘लग्नेश बुध वक्री है, इनके पास हमेशा मकान, वाहन सभी भौतिक सुख सुविधाएं रही हैं। ये एक अच्छी वक्ता, अच्छी वकील रही हंै साथ ही ये दो बार अमेरिका की 100 प्रभावशाली महिलाओं में भी चुनी गयी हैं।
पराक्रमेश सूर्य अपनी नीच राशि में पंचम में स्थित है इसलिए इनकी सभी योजनाएं शीघ्र सफल नहीं होती तथा मेहनत रंग नहीं लाती। शुक्र पंचम में राजयोग कारक है जो इन्हें हमेशा क्रियाशील बनाए रखता है। इनकी शिक्षा-दीक्षा पूर्ण एवं अच्छी है। इसी राजयोग के कारण नवंबर 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में यह अमेरिका के अब तक के इतिहास में पहली महिला हैं जिन्हें डेमोक्रेटिक पार्टी ने राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है। षष्ठम में बृहस्पति एक प्रकार से अच्छा है लेकिन सप्तमेश, दशमेश बृहस्पति केतु के साथ अच्छा नहीं है। यह दांपत्य जीवन में अलगाव, अविश्वास एवं सुख की कमी करता है, सहयोग व प्रसन्नता नहीं मिलने देता है।
अष्टमेश व भाग्येश द्वितीय स्थान में भी अच्छा नहीं होता, ऐसे जातकों को भाग्य से कम मिलता है। ऐसे व्यक्ति अपनी मेहनत से सफलता पाते हैं। ये जो भी जीवन में अर्जित करते हैं वह अपने अति परिश्रम लगन से अर्जित करते हैं। दशमेश, सप्तमेश बृहस्पति छठे घर में अच्छा है क्योंकि वह अपनी पूर्ण दृष्टि से दशम भाव को देख रहा है जो उन्हें यश, नाम, सम्मान दिला रहा है। लाभेश व षष्ठेश मंगल कर्क राशि में एक प्रकार का राजयोग बना रहा है भले ही उसका नीच भंग नहीं हुआ है। फिर भी यह एक प्रकार का राजयोग है जो धन, संपत्ति के क्षय को रोकता है क्योंकि इसके साथ भाग्येश अष्टमेश भी स्थित है।
व्यय का राहु राजनीति के लिए अच्छा है, लेकिन स्वास्थ्य को समय समय पर प्रभावित करता है। वर्तमान में 8 श्रीमती हिलेरी क्लिंटन दिनांक: 26-10-1947, समय: 20ः00 स्थान: शिकागो, इलिनाॅय नवंबर 2016 को जिस दिन अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं उस दिन विंशोत्तरी दशाक्रम में चंद्रमा की दशा प्रभावी रहेगी जो मिथुन लग्न में अकारक ग्रह माना जाता है। हां यह उन्हें प्रसिद्धि तो दिलाएगा ही पर राजयोग कारक नहीं है तथा अंतर्दशानाथ बृहस्पति भी अच्छा नहीं है, भले ही वह भौतिक सुख, यश-प्रसिद्धि, मान-सम्मान दिलाने वाला है, लेकिन राजयोग कारक यह भी नहीं है।
प्रत्यंतर में भी चंद्रमा है इसलिए श्रीमती हिलेरी क्लिंटन के ग्रह योग बहुत अच्छे नहीं दिख रहे हैं। उन्हें इस समय अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इस समय ऐसा कोई योग नहीं जो उन्हें कोई बड़ा पद दिला दे। श्री डोलाल्ड ट्रंप डोनाल्ड ट्रंप का लग्नेश सूर्य दशम में राहु के साथ स्थित है जिससे सूर्य और राहु बहुत ही शक्तिशाली बन गये हैं। इस सूर्य ने इन्हें धनाढ्य, बड़ा उद्योगपति व अंतर्राष्ट्रीय प्रसिद्धि दी है। इसी सूर्य-राहु के योग के कारण ये रिपब्लिकन पार्टी द्वारा नवंबर 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनाए गये हैं। द्वितीयेश व लाभेश बुध लाभ में धन सम्पत्ति के बारे में बहुत बड़ा योग है। यह 4.5 बिलियन संपत्ति के मालिक हैं।
ये विश्व के 400 धनाढ्य राजनीतिज्ञों में से एक हंै। पराक्रमेश राज्येश शुक्र व्यय में राजयोग कारक माने जाते हैं लेकिन यह षष्ठेश, सप्तमेश शनि के साथ कुछ विषयों में अच्छा नहीं है इसी कारण इनकी कंपनियां अब तक चार बार ऋण की किस्तें न चुका पाने के कारण दिवालिया घोषित हो चुकी हैं। चतुर्थेश भाग्येश मंगल लग्न में पराशरी राजयोग बना रहा है जिसकी वजह से ये अमेरिका के बहुत बड़े व्यवसायी बने हैं। व्ययेश चंद्रमा अपनी नीच राशि में केतु के साथ चतुर्थ स्थान में विपरीत राजयोग कारक है क्योंकि यह बहुत कमजोर हो गया है और इसका नीच भंग नहीं हुआ है।
इसी कारण ये रियल एस्टेट, होटल, टीवी., विज्ञापन, गोल्फ, रियलिटी शो, कैसमो, मनोरंजन आदि क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं। पंचमेश अष्टमेश बृहस्पति द्वितीय भाव में स्थित होकर अपनी मीन राशि और दशम भाव को देख रहा है जो एक व्यवसायी के लिए बहुत अच्छा है। व्यवसाय की दृष्टि से फोब्र्स पत्रिका ने इन्हें विश्वभर के 400 धनी व्यवसायियों में सम्मिलित किया है। इनकी कुंडली में तीन ग्रह बहुत शक्तिशाली बन गये हैं। मंगल, शनि, बृहस्पति अपनी-अपनी राशियों को देख रहे हैं, इन्होंने अब तक 18 पुस्तकें लिखी हैं जिसमें से 15 पुस्तकें बेस्ट सेलर की श्रेणी में आती हैं।
षष्ठेश-सप्तमेश शनि व्यय में शुक्र के साथ स्थित है। इनका दांपत्य जीवन अच्छा नहीं कहा जा सकता है। इनके तीन विवाह हुए हैं, दो बार तलाक हो चुके हैं, पांच संतानंे हैं। अष्टमेश बृहस्पति द्वितीय भाव में अच्छा है। भाग्येश, सुखेश मंगल लग्न में बहुत अच्छा है। यह पराशरी राजयोग बना रहा है। इसी कारण ये उच्च कोटि के व्यवसायी हैं और इसी योग के कारण ये संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति बन सकते हैं। दशमेश पराक्रमेश शुक्र योगकारक है जो इन्हें सर्व भौतिक सुख सुविधायें देने वाला है। दशम में सूर्य राहु की युति योगकारक है। राहु-सूर्य इन्हें उच्च पद दिलाने वाला योग बना रहे हैं।
श्री डोनाल्ड ट्रम्प दिनांक: 14-6-1946 समय: 10ः54 स्थान: जमैका अकूत संपत्ति के मालिक बने। इनकी संपत्ति 10,22,000 डाॅलर के समकक्ष है, व्यय में शुक्र राजयोग कारक है, शनि अच्छा नहीं। इस शनि की वजह से व्यापार में रूकावटें, धन हानि, दिवालियापन आदि आती रहती हैं। 8 नवंबर 2016 को विंशोत्तरी दशा में राहु की महादशा में मंगल का अंतर और चंद्रमा का प्रत्यंतर चल रहा होगा।
चंद्रमा इनके लिए योग कारक है, जो इन्हें अमेरिका का राष्ट्रपति बनाएगा। निष्कर्ष: दोनों उम्मीदवारों के जन्म कुंडलियों का अध्ययन करने के बाद निष्कर्ष के रूप में यह कहा जा सकता है कि 8 नवंबर 2016 को संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोलाल्ड टंªप ही विजयी होंगे और अमेरिका के 58वें राष्ट्रपति बनेंगे।