ज्यातिष की भांति लाल किताब में भी सप्तम भाव को विवाह भाव माना गया है। सातवां भाव पति-पत्नी के स्वभाव, व्यवहार तथा प्रेम पर प्रभाव डालता है। यह भाव साझेदार से भी संबंधित होता है, अतः अपने पार्टनर से सामंजस्य रखने हेतु भी इस भाव पर शुभ प्रभाव रखने की आवश्यकता होती है। यदि आपका सातवां भाव पीड़ित है तथा आपका वैवाहिक जीवन या पार्टनर से संबंध सुखदायी नहीं है तो सातवें घर को शुभ प्रभाव युक्त करने के लिए लाल किताब के निम्न टोटके लग्न अनुसार करने चाहिए जिससे वैवाहिक जीवन या पार्टनर से संबंध मधुर हो जाएं तथा जीवन सुखमय रहे।
मेष : इस लग्न के जातकों को सफेद चमेली का फूल शुक्रवार के दिन पृथ्वी में दबाना चाहिए।
वृष : इस लग्न के जातकों को मंगलवार के दिन लाल पत्थर का गोल टुकड़ा या लाल हकीक पत्थर पृथ्वी में दबाना चाहिए। इस टोटके से अन्य व्यक्तियों से भी संबंध मधुर होंगे।
मिथुन : इस लग्न के जातकों को शनिवार को काले तिल सायं काल किसी अंधेरे स्थान पर भूमि में दबाना चाहिए।
कर्क : इस लग्न के जातकों को शनिवार को काले तिल सायं काल किसी अंधेरे स्थान पर भूमि में दबाने चाहिए।
सिंह : इस लग्न के जातकों को शनिवार के दिन प्रातः काल किसी पेड़ की छाया में पृथ्वी में काले तिल दबाना चाहिए।
कन्या : इस लग्न के जातकों को शुक्रवार के दिन पीली हल्दी की गांठ किसी धार्मिक स्थान अथवा अपने घर के मंदिर की जमीन में दबाना चाहिए।
तुला : इस लग्न के जातकों को मंगलवार के दिन लाल रंग का कोई पत्थर पृथ्वी में दबाना चाहिए।
वृश्चिक : इस लग्न के जातकों को चमेली के ताजे फूल पृथ्वी में दबाना चाहिए।
धनु : इस लग्न के जातकों को बुधवार के दिन हरे मूंग किसी गीली जमीन में खोदकर दबाना चाहिए।
मकर : इस लग्न के जातकों को शुक्रवार के दिन पीली हल्दी की गांठ किसी धार्मिक स्थान अथवा अपने घर के मंदिर की जमीन में दबाना चाहिए।
कुंभ : इस लग्न के जातकों को रविवार के दिन दोपहर के समय गेहूं को गीली जमीन में दबाना चाहिए।
मीन : इस लग्न के जातकों को हरे मूंग किसी मंदिर की भूमि में बुधवार के दिन दबाना चाहिए।