धन लाभ
अग्नि हाथ में लेना, आग लगना, कीड़े-मकोड़े देखना, आम का पेड़ देखना, पके हुए आम देखना या खाना, चंदन देखना, अनार फल प्राप्ति, मंदिर पर चढ़ना, दूध पीना, दफन विधि, शौच का जाना या लगना देखना, हाथी दिखना या हाथी पर सवार होना।
व्यवसाय, नौकरी, भाग्योदय
आग जलाते हुए देखना, अन्न दर्शन, अश्व, ऐनक देखना, कीड़े-मकोड़े बदन पर रेंगना, कड़वी चीज खाना, केला खाना या देखना, किसी को रोते हुए देखना, किसी का कत्ल करना, कुत्ते को मौत के घाट उतार देना, नमकीन/नमक खाना, चंदन लेप, गेहुं देखना, गो माता देखना, घोड़ा साज श्रृंगार किया हुआ देखना, घंटा की आवाज, मकान देखना, चंद्रकोट देखना, छाता खोलना, पहाड़ पर चढ़ना या घूमना, नयी तलवार देखना, घी पीना या मिलना, देवता, मूर्ती, धार्मिक कार्य, फुलवारी, फूल का पौधा देखना, भारद्वाज पक्षी देखना, पकोड़े खाना या देखना, प्रेत देखना, खुद रोते हुए देखना, रेस का घोड़ा, राजा, लड्डू खाना, बतक, बैल, युद्ध-लड़ाई में कत्ल होना, श्रीफल नारियल का प्रसाद मिलना देखना, सिगरेट पीना, जननेंद्रिय देखना, आसमान देखना।
विवाह/स्त्री प्राप्ति विवाह सौखय
खरगोश पर बैठना, तितली देखना, नवयौवना, पान खाना, बर्फ देखना, मछली देखना, लहंगा देखना, शिशु देखना, अंगूठी देखना, नारियल देना, मुर्गी देखना, गुलाबी चीजें देखना, गोल गोल देखना।
सत्ती प्रा्प्ति सौखय
अंडा खाना, कैद होना, इमली खाना, तरबूज का खेत देखना, रस्सी से बांधना, जंजीर से बांधना, इंद्रिय देखना।
स्वास्थ्य लाभ - आयु वृद्धि/ रोग मुक्ति
अर्थी देखना, आंवला खाना, आत्म हत्या करना, ईमली का पेड़ देखना, चोट लगना, ज्वर पीड़ित, गड्ढ़े देखना, तैरते देखना, दवाई पीना, दरिया में नहाना, दाह संस्कार देखना, नाखून काटना, बादाम देखना, सेब देखना, बिस्तर बिछाना, आसमान में उड़ना, बाल सफेद होना, चांद देखना, पांव खाना, रोटी, ब्रेड खाना, टैंक में से पानी पीना या नहाना।
प्रवास – यात्रा
किरानी में बैठकर नदी पार करना, पैर देखना, समुद्र, दरिया देखना, स्कूटर चलाना, हरा रंग देखना, कन्या देखना, घड़ी देखना, घाट पर नहाना, धनुष खींचना, पूल देखना, बकरी देखना, स्वयं को भूखा देखना ।
अशुभ् स्वप्न
धन हानि, धन नाश, आसमान से गिरना, बाल काटना या गिरना, दांत का गिरना, नदी के पानी को बांध डालना, बाढ़ देखना, सूर्यास्त देखना, जूआ खेलना, जेब कटना, डाकू देखना, पेड़ काटना, झाड़ू लगाना, लाल रंग देखना।
व्यवसाय हानि
कबाब खाना, घोडे़ पर से गिरना, नाला बंद देखना, धुआं देखना, प्यासा होना, नाव में बैठना, पत्थर देखना, बिल्ली देखना, बारात देखना, यंत्र देखना, विवाह देखना, आसमान में धन देखना, सूखा जंगल, बाल गिरना, कपास रुई प्राप्ति, अंधेरा, उल्लू देखना, बादल देखना, लोहा देखना।
पत्नी से कलह, विरह, दुःख
कैंची चलना, कोयला देखना, छूरी मारना, टिकट लेना, तलाक होते देखना, घोड़ा गाड़ी देखना, थप्पड़ मारना, बूढ़ी औरत देखना, वर्षा देखना, मिर्च खाना, सेहरा देखना, शिकार करना, अंगूठी बेचना, बरतन मांजना, खून देखना, स्त्री का दूध पीना, चांदी के जेवर देखना।
रोग, मृत्यु, आपत्ति
अतिथि देखना, अंधेरा देखना, आलू देखना, ऑपरेशन देखना, उल्लू देखना, कोढ़ी देखना, ग्रहण देखना, गर्भपात, डॉक्टर देखना, तर्पण करते देखना, वर्षगांठ मनाना, सुंदर वस्त्र देखना, शीशा टूटना, जमीन खोदना, फिसल जाना, चंद्रास्त, भोजन करना, सूखा जंगल, आंख में काजल या सुरमा लगाना, तेल की मालिश करना, तारे/ग्रह गिरना, दीप बुझना, शराब पीना, पीपल के पेड़ पर चढ़ना।
बुरे स्वप्न देखने से मन बेचैन होता है, दिल की धड़कनें बढ़ जाती हैं। उस समय किए जाने वाले कुछ उपाय निम्न हैं :
शकुन और अपशकुन
कोई भी कार्य शुरू करते समय कुछ घटना या संकेत दिखना, सामने आना, आवाज सुनना, गिरना, अप्रिय घटना होना, किसी का आगमन, रास्ता काटना आदि घटना को शकुन और अपशकुन कहते हैं।
कार्य सिद्धि के शकुन
दो से ज्यादा ब्राह्मण आना, घोड़ा हाथी आना, लाल रंग का बैल रस्सी से बांधना, सफेद बैल, भेड़, बंदर, हिरण, गाय बछड़ा के साथ, शूद्र, वैश्य, ब्राह्मण, क्षत्रिय, सुहागन कन्या का सामने आना। पक्षी मोर, बोलने वाला, तोता, तीतर, हंस, कोकिला।
प्रेत यात्रा रूदन रहित, धोबी धुले हुए वस्त्र लेकर चलता हुआ, औरत पानी भरा कलश लेकर चलती हुई, प्रवासी बस, घोड़ागाड़ी सवार हुए, वेश्या, बारांगना का मिलना, फल, अन्न, दही, दूध, घी, मांस, सुरा, मद्य, गायन, वादन, मंगलवाद्य सुनना।
अशुभ शकुन
गंजा आदमी, विधवा, हिजड़ा, गर्दभ, बिल्ली, तेली, हजाम, सुनार, मंदिर की पुजारिन मार्ग में मिलना, नंगा ब्राह्मण, सन्यासी मिलना।
अशुभ शकुन देखना, 20 कदम पीछे हटना या पीछे मुड़कर दूसरे रास्ते से जाना।
भगवान श्रीकृष्ण जब मथुरा की तरफ जा रहे थे उनको शुभ शकुन हुआ और जब पैदा हुए तब कंस को अपशकुन का सामना करना पड़ा।
भगवान रामचंद्र को वनवास जाते समय कुछ अपशकुन हुए। जब भरत ननीहाल से अयोध्या की तरफ प्रस्थान कर रहे थे तो उनको अपशकुन का सामना करना पड़ा। जब रावण प्रभू रामचंद्र के साथ युद्ध करने निकले तब मंदोदरी को अपशकुन हुआ जिसके बारे में रामायण में लिखा है।
जब दुर्योधन पैदा हुआ तभी अपशकुन हुए। जब कोई कार्य का प्रारंभ करते समय शुभ शकुन हों तो कार्य संपन्न होते हैं। कोयल की आवाज, गाय और बछड़ा दिखाई देना। कुंवारी कन्या का झुंड नज़र आना। अशुभ शकुन- गर्दभ, कुत्ता, उल्लू लोमड़ी की आवाज, हिजड़े और गंजा आदमी, विधवा सामने आना। इन अपशकुनों से कार्य में विघ्न बाधा आती है।
जब कोई कार्य संपन्न करने जा रहे हों तो भगवान विष्णु का स्मरण करना चाहिए। तुलसी पत्ते चबाना, इलायची खाते हुए श्री श्री श्री उच्चारण करना अपशकुन के प्रभाव को रोकता है। इसके अतिरिक्त उल्टे रास्ते चलना फिर मार्गस्थ होना भी एक उपाय बताया गया है।
निम्न मंत्र का उच्चारण करना चाहिए-
वारणास्यां दक्षिण भागे कुकुशे नाम वै द्विजः।
तस्य स्मरण मात्रेन भवेत दुःशकुनं शुभं शकुन भवेत्।
जब कोइे कार्य संपंपंपन्न करने जा रहे हों तो भगवान विष्णु का स्मरण करना चाहिए। तुलुलसी पत्ते चबाना, इलायची खाते हुएुए श्री श्री श्री उच्चारण करना अपशकुनुनुन के प्रभ््रभ््रभाव को रोकता है।