दीपावली- रोशनी, खुशी, धन व समृद्धि का त्योहार है। इस त्योहार में गणेशजी, लक्ष्मीजी भगवान विष्णु, धनाधिपति कुबेर व मां सरस्वती की पूजा की जाती है। दीपावली की रात गणेशजी की पूजा से ऋद्धि-सिद्धि, सद्बुद्धि व ज्ञान मिलता है और मां लक्ष्मी की पूजा से धन व समृद्धि मिलती है।
कुबेर देव धन के संग्रह में सहायता करते हैं। मां लक्ष्मी समृद्धि की देवी हैं। मेहनत और ईमानदारी से कमाया हुआ धन ही लक्ष्मी का स्वरूप है। शास्त्रों में दीपावली को मनोरथ सिद्धि का दिन भी कहा गया है। इसी दिन प्रभु राम रावण विजय के पश्चात अयोध्या लौटे थे और उस दिन अयोध्या क्या पूरे भारतवर्ष में घी के दीपक जलाकर लोगों ने उल्लास मनाया था।
लोगों ने अंधकार को दूर कर दीयों से रोशनी फैलाई थी और प्रभु राम के अयोध्या लौटने पर खुशी जताई थी। दीपावली की रात्रि हर व्यक्ति मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने की कोशिश करता है। लोग पूजा पाठ व तंत्र-मंत्र से मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं क्योंकि दीपावली की रात्रि को तंत्र-मंत्र सिद्ध करने तथा महाशक्तियों को जागृत करने की सर्वश्रेष्ठ रात्रि माना गया है। इस दीपावली कुछ विशेष उपाय मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने हेतु प्रस्तुत है। इन्हें पूर्ण विश्वास, श्रद्धा से करने पर मां लक्ष्मी अवश्य प्रसन्न होंगी और आप सभी को धन, वैभव व समृद्धि का आशीर्वाद देंगी।
1 दीपावली की रात्रि को लक्ष्मी जी की षोडशोपचार पूजा करें, उसके बाद रात्रि में ही निम्न शाबर मंत्र को 1008 बार जपें। ऐसा करने से वर्ष भर मां लक्ष्मी की आप पर कृपा बनी रहेगी, और सारा वर्ष खुशी व उल्लास से बीतेगा। अगर आप चाहें तो एक माला रोजाना दीपावली के बाद भी जप सकते हैं। इससे आपके कारोबार में निरंतर उन्नति होती रहेगी। मंत्र: आवो लक्ष्मी बैठो आंगन, रोली तिलक लगाऊं, गले में हार पहनाऊँ, वचनों की बांधी। आवो हमारे पास। पहला वचन श्री राम का, दूजा वचन ब्रह्मा का, तीजा वचन महादेव का। सकल पंच में पाठ करूं। वरदान नहीं देवे तो महादेव शक्ति की आन।
Book Shani Shanti Puja for Diwali
2 अगर आपकी दुकान, फैक्ट्री, कारोबार सही नहीं चल रहा है या उन्नति नहीं हो पा रही है, कर्जा परेशानी चल रही है तो इस दीपावली की रात्रि को इस उपाय को करें, इसके करने से घर से निर्धनता व दरिद्रता भी दूर होती है। उपाय: दीपावली की रात्रि को लाल आसन बिछाकर उस पर पूर्व की तरफ मुंह करके बैठें, व्यापार सिद्धि यंत्र को गंगाजल से धोकर तिलक लगाकर सामने रखें, केसर का तिलक लगाएं और दूध से बना प्रसाद खीर, बर्फी इत्यादि रखें। घी का दीपक व अगरबत्ती जलाएं और छोटे शंखों की माला 5 बार जपें और प्रातः इस यंत्र को घर के पूजा स्थल, दुकान, फैक्ट्री इत्यादि में स्थापित करें। आपकी तरक्की होगी, उन्नति होगी, धन की प्राप्ति होगी। सिद्ध प्रयोग है अवश्य करें (समय सूर्यास्त से रात्रि 10ः30 तक)। मंत्र: ऊँ ह्रीं धन-धान्य समृद्धि दरिद्र विनाशिनी महालक्ष्मी मम गृहे आगच्छ-आगच्छ ह्रीं ह्रीं ऊँ नमः।।
3 यदि दुर्भाग्य दरिद्रता, परेशानी, गरीबी, रूकवटें इत्याादि पीछा न छोड़ रही हों तो दीपावली की रात्रि यह तांत्रिक प्रयोग करें। अचूक प्रयोग है, अवश्य करें। दीपावली की दोपहर या अर्धरात्रि को एक छोटी मटकी (मिट्टी की) लेकर उसमें एक मुखी रुद्राक्ष, सवा पाव मिठाई, सात लाल मिर्च, सात नमक की डली डालें और किसी चैराहे पर रख दें और हाथ में एक पानी का लोटा लेकर जाएं और उस बर्तन के चारों ओर पानी का घेरा बना दें और हाथ जोड़कर गरीबी, दुर्भाग्य, कष्ट व परेशानी व निर्धनता दूर करने की प्रार्थना करें और सीधा घर आ जाएं। पीछे मुड़कर न देखें और न ही किसी से बात करें। कुछ ही दिन में आश्चर्यजनक परिणाम मिलेंगे। अवश्य करें लाभ होगा।
4 काफी कर्जा हो, रकम कहीं डूब गई हो, नौकरी में उन्नति न हो रही हो, आर्थिक उन्नति न हो रही हो, बीमारी हो, मुकदमा हो, किरायेदार परेशान कर रहा हो तो दीपावली की रात्रि यह प्रयोग अवश्य करें। शीघ्र लाभ होगा। उपाय: लाल आसन पर दीपावली की रात्रि को उत्तर दिशा की तरफ मुंह करके बैठ जाएं। और सामने घी का दीपक, अगरबत्ती जलाएं और सामने सर्वकामना सिद्धि यंत्र स्थापित करें और इस मंत्र की तीन माला फेरें। मंत्र पूरा होने पर यंत्र को पूजा स्थल में रख दें और रोजाना यंत्र के आगे धूप अगरबत्ती व दीपक जलाएं। ऐसा करने से हर प्रकार की परेशानियों से मुक्ति मिलती है। मंत्र: ऊँ महायक्षाय मम सर्वोन्नति सिद्धि देहि दापय स्वाहाः।।
5 दीपावली की रात्रि को लक्ष्मी जी को जलेबी का भोग अवश्य लगाएं। जलेबी शुक्र का रूप है और जलेबी का भोग लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और धन-धान्य व सुखी होने का आशीर्वाद देती हैं और ऐसा करने से मनुष्य का गृहस्थ जीवन भी सुखमय होता है। गृह-क्लेश खत्म होते हैं और जीवन सुखी होता है।
6 दीपावली की रात्रि को बिल्ली की जेर (असली-मिले तो) को हल्दी लगाकर काले कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखने से जीवन-भर धन की कमी नहीं होती और धन निरंतर बढ़ता रहता है। बिल्ली की जेर के साथ कुछ धन अवश्य रखें और कमाया हुआ धन भी वहीं रखें और उसमें से लेकर इस्तेमाल करें।
Book Laxmi Puja Online
7 दीपावली की रात्रि लाल आसन पर बैठकर उत्तर दिशा की तरफ मुंह करके कुबेर देव की स्तुति करें और इस मंत्र की जितनी माला हो सके जपें। (माला रुद्राक्ष की हो)। मंत्र: यक्षाय कुबेराय वैष्वणाय धन-धान्य अधिपतये धन-धान्य समृद्धि में देहि दापय स्वाहा। (कुबेर देव प्रसन्न हुए तो फिर कहना ही क्या)
8 दीपावली की रात्रि को श्री सूक्त का पाठ लाल आसन पर बैठकर उत्तर या उत्तर पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके 11 बार करें। इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और अगर हर शुक्रवार गुलाब की अगरबत्ती डालकर एक बार श्रीसूक्त का पाठ करें तो लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आजीवन सुख-समृद्धि व धन-धान्य का आशीर्वाद देती हैं। करके देखें शुभ परिणाम आपके सामने होगा।
9 दीपावली के दिन प्रातःकाल पीपल के पेड़ के नीचे चमेली के तेल का दीपक जलाएं। पहले शनिदेव,फिर मां लक्ष्मी का ध्यान करें। प्रभु की कृपा हुई तो आपकी आर्थिक समृद्धि भी होगी और जीवन में बाधाओं का अंत भी होगा।
10 दीपावली की रात्रि को दीपावली पूजन के समय अपने व्यवसाय स्थल पर रोली में घी मिलाकर इस यंत्र का निर्माण करें। धूप-दीप से पूजन करें। इससे आपके व्यापार में तेजी से वृद्धि होगी। यंत्र इस प्रकार है:
11 दीपावली की अर्धरात्रि के समय स्फटिक की माला से लाल ऊनी आसन पर बैठकर इस मंत्र की 21 माला जपने से सुख-सौभाग्य व धन-धान्य की प्राप्ति होती है। मंत्र: ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्यै नमः।। दीपावली की रात्रि को पूजन के समय एक बड़ा घी का दीपक कलावे की बत्ती से जलाएं और गणेशजी व मां लक्ष्मी की मूर्तियों के आगे रखें। बाकि के दीपक उसी दीपक से जलाएं। फिर एक दीपक अपने ईष्टदेव के पास रखें। एक दीपक अपने पूर्वजों की तस्वीर के पास रखें। फिर एक दीपक पूर्व, उत्तर, दक्षिण व पश्चिम में रखें। दीपावली के दिन इन उपायों को करें और अपने जीवन में धन-धान्य, खुशी-तरक्की के रूप में लक्ष्मी जी का आशीर्वाद पाएं।
जीवन में जरूरत है ज्योतिषीय मार्गदर्शन की? अभी बात करें फ्यूचर पॉइंट ज्योतिषियों से!