अब छोटा पर्दा बड़े से ज्यादा पीछे नहीं रह गया है। बड़े पर्दे के सितारों ने सिल्वर स्क्रीन से निकल कर जब से छोटे पर्दे पर एंट्री मारी है तबसे छोटे पर्दे की लोकप्रियता भी बढ़ गई है। इस बात में कोई दो राय नहीं कि छोटे पर्दे के कलाकार भी लोगों के बीच उतने ही लोकप्रिय हो रहे हैं जितने कि बड़े पर्दे के कलाकार।
वहीं टेलीविजन की दुनिया के कई सितारे ऐसे भी रहे हैं जिन्होंने आगे चलकर बॉलीवुड की फिल्मों में काम किया और ये सिलसिला आज से नहीं बल्कि सालों पहले से चलता आ रहा है कि छोटे पर्दे के कलाकार बड़े पर्दे पर और बड़े पर्दे के कलाकार छोटे पर्दे पर आते रहते हैं। जानकर हैरानी होगी कि ऐसी ही अभिनेत्रियों में विद्या बालन का नाम भी शामिल है जो इन दिनों बॉलीवुड में धमाल मचा रही हैं।
तो चलिए आज आपको बताते हैं। ऐसी अभिनेत्रियों के बारे में जिन्होंने टेलीविजन से बॉलीवुड मंे कदम रखा। ऐसे ही ज्योतिषीय योगों का विश्लेषण आज हम यहां कर रहे हैं- विद्या बालन विद्या बालन ने अपने एक्टिंग करियर की शुरूआत जी टीवी के धारावाहिक ‘हम पांच’से की थी। इस शो के जरिए विद्या को टेलीविजन की दुनिया में अच्छी खासी पहचान हासिल हो गई थी। विद्या ने अपने करियर में काफी स्ट्रगल किया है। उन्होंने बॉलीवुड में फिल्म ‘परिणीता से कदम रखने से पहले कई तमिल और मलयालम फिल्मों में भी काम किया है। आज ये बॉलीवुड की बेहतरीन अभिनेत्रियों में शुमार हैं। ये बॉलीवुड में ‘हे बेबी, ‘लगे रहो मुन्ना भाई’, ‘द डर्टी पिक्चर’ और ‘कहानी’ जैसी फिल्मों में नजर आ चुकी हैं।
इतना ही नहीं विद्या को फिल्म ‘’द डर्टी पिक्चर” के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का राष्ट्रीय फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिल चुका है। मोना सिंह ‘‘जस्सी जैसी कोई नहीं” में जस्सी की यादगार भूमिका भला किसे याद नहीं होगी। ये भूमिका किसी और ने नहीं बल्कि मोना सिंह ने ही अदा की। मोना इसके अलावा कई टेलीविजन धारावाहिकों में भी नजर आ चुकी हैं। बता दें कि मोना ने फिल्म ‘थ्री इडियट्स’ से बॉलीवुड ें डेब्यू किया हालांकि फिल्म में उनका किरदार ज्यादा बड़ा नहीं था, फिर भी उन्हें उनके अभिनय के लिए समीक्षकों द्वारा सराहा गया। थ्री इडियट्स के अलावा मोना ‘उट पटांग’ और ‘जेड प्लस’ जैसी फिल्मों में नजर आ चुकी हैं।
प्राची देसाई टेलीविजन पर आने वाले सुप्रसिद्ध धारावाहिक ‘कसम से’ में बानी का किरदार अदा करने वाली प्राची देसाई भी टी.वी की दुनिया का एक नामी चेहरा रह चुकी हैं। खबरों की मानें तो जब इन्हें फिल्म ‘राॅक ऑन’ में काम करने का ऑफर दिया तो इन्होंने इस धारावाहिक को अलविदा कह दिया। फिल्म के लिए उन्हें उस वर्ष बेस्ट फीमेल डेब्यूटेंट का अवॉर्ड भी मिला यानि की हो न हो प्राची का फिल्मों में आने का निर्णय काफी हद तक सही रहा। बता दें कि प्राची ‘लाइफ पार्टनर’, ‘वन्स अपॉन अ टाइम इन मुम्बई’ और ‘बोल बच्चन’ जैसी- फिल्मों में नजर आ चुकी हैं। यामी गौतम कई टलीविजन धारावाहिकों में काम करने के बाद यामी गौतम ने फिल्म ‘विकी डोनर’ से बॉलीवुड में कदम रखा था।
यामी गौतम कई तमिल, तेलुगू, कन्नड़ और मलयालम फिल्मों में नजर आ चुकी हैं। यामी ने टेलीविजन धारावाहिक ‘‘चांद के पार चलो’’ से काफी लोकप्रियता हासिल की थी और इस सीरियल के जरिए ये घर-घर में पहचानी जाने लगीं। बता दें कि यामी ‘विकी डोनर’ के अलावा, ‘बदलापुर’ और ‘सनम रे’ जैसी- फिल्मों में भी नजर आ चुकी हैं। केतकी दवे केतकी दवे कई टेलीविजन धारावाहिकों जैसे कि ‘हसरतें’, ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’, ‘बहनें’, ‘पवित्र रिश्ता’ और तमन्ना आदि में नजर आ चुकी हैं साथ ही टेलीविजन के कई रियलिटी शोज का भी हिस्सा रह चुकी हैं जिनमें कॉमेडी सर्कस से लेकर कंट्रोवर्सियल रियलिटी शो ‘बिग बॉस’ भी शामिल है।
टेलीविजन पर लगभग दो दशकों तक काम करने वाली केतकी ‘दिल’, ‘होगी प्यार की जीत’, ‘मन’, ‘आमदनी अठन्नी खर्चा रुपैया’, ‘कितने दूर कितने पास’, ‘कल हो न हो’ और ‘मनी है तो हनी है’ जैसी फिल्मों में नजर आ चुकी हैं। टीवी से बॉलीवुड अभिनेत्री बनने के ज्योतिषीय योग अभिनय के क्षेत्र में धन और यश कमाने के लिए 1, 5, 3, 10, 11 भाव, भावेश और कारक बली होने चाहिए। पहला भाव व्यक्तित्व, पंचम मनोरंजन, तीसरा भाव कला, दशम आजीविका और एकादश यश का भाव है। आईये इसे विस्तार समझते हैं- जन्म कुंडली के पांचवें भाव का आकलन मनोरंजन के लिए किया जाता है अर्थात अभिनेताओं की जन्म कुण्डली में पंचम का संबंध दशम से जरुर होना चाहिए।
जन्म कुंडली के तीसरे भाव से व्यक्ति के सभी प्रकार के शौक देखे जाते हैं। तीसरे भाव से व्यक्ति में कला, रचनात्मकता तथा सृजनात्मकता का गुण आता है। तीसरे भाव का संबंध पंचम भाव या पंचमेश व शुक्र से बनता है तब व्यक्ति अभिनय के क्षेत्र में अच्छा नाम कमाता है और उत्तम कोटि का अभिनय करता है। यदि व्यक्ति की जन्म कुंडली में लग्न या लग्नेश से तीसरे भाव का संबंध बनता है तब इसे काफी अच्छा समझा जाता है क्योंकि तीसरे भाव से मीडिया तथा संचार के साधनों का भी विश्लेषण किया जाता है और इन्हीं साधनों के माध्यम से व्यक्ति लोकप्रियता हासिल करता है। चंद्रमा को कला से भी जोड़ा गया है।
अभिनय के क्षेत्र को अपनी आजीविका बनाने के लिए व्यक्ति को अपना मन बली बनाना पड़ता है क्यांेकि हर कोई व्यक्ति अपने भावों को दूसरों के सामने प्रकट नहीं कर सकता है। इसलिए अभिनय के लिये व्यक्ति का मनोबल ऊँचा होना चाहिए तथा इच्छाशक्ति बली होनी चाहिए। इन दोनों का ही कारक ग्रह चंद्रमा माना गया है। अभिनय के क्षेत्र से जुड़ा दूसरा प्रमुख ग्रह शुक्र है। शुक्र के बिना कला आना मुश्किल है क्योंकि यह ग्रह कला के क्षेत्र का मुख्य कारक है। शुक्र अभिनय, कला, नृत्य, संगीत, गीत आदि का कारक है। अभिनय में इन सभी का होना जरुरी होता है।
अंततः हम देखते हैं कि बली लग्न-लग्नेश, बली पंचम-पंचमेश, बली तृतीय भाव व तृतीयेश तथा बली दशम भाव व दशमेश और एकादशेश का आपस में जितना शुभ संबंध बनेगा उतना ही अच्छा कलाकार व्यक्ति बनेगा। इन सभी भावों का जितना कमजोर संबंध होगा व्यक्ति की अभिनय क्षमता भी उसी प्रकार से होगी। उपरोक्त अभिनेत्रियों की कुंडलियों में यह योग १०० % न सही ८० % तो काम कर ही रहे हैं।