कहां से और कैसे प्राप्त होता है रुद्राक्ष
कहां से और कैसे प्राप्त होता है रुद्राक्ष

कहां से और कैसे प्राप्त होता है रुद्राक्ष  

फ्यूचर पाॅइन्ट
व्यूस : 14956 | मई 2010

कहां से और कैसे प्राप्त होता है रूद्राक्ष फ्यूचर पॉइंट रुद्राक्ष मूलतः एक जंगली फल है, इसकी पैदावार समुद्र तल से लगभग दो हजार मीटर तक की ऊंचाई वाले पर्वतीय व पठारी क्षेत्रों में होती है। रुद्राक्ष के मूल फल को प्रयोग में लाने के लिए पानी में गलाकर साफ करना पड़ता है। इस आलेख में भारत और विदेशों में पाए जाने वाले रुद्राक्षों की जानकारी दी जा रही है.... 

इसका फल 8-9 मास में सूखकर जब स्वतः पृथ्वी पर गिरता है, तब इसके ऊपर छिलके का आवरण चढ़ा रहता है, जिसे एक विशेष प्रक्रिया द्वारा पानी में गलाकर साफ किया जाता है और इससे मजबूत गुठली के रूप में रुद्राक्ष प्राप्त होता है। रुद्राक्ष के ऊपरी सतह पर प्राकृतिक रूप से संतरे के समान फांकें बनी होती हैं, जिन्हें आध्यात्मिक भाषा में मुख कहा जाता है। कुछ रुद्राक्षों में प्राकृतिक रूप से छिद्र पाए जाते हैं, जो कि उत्तम कहलाते हैं। रुद्राक्षों का मूल्यांकन उनमें पाए जाने वाले छिद्र, मुख, आकार आदि के अनुरूप किया जाता है।

रुद्राक्ष की जाति के समान दूसरे फल हैं- भद्राक्ष एवं इंद्राक्ष। भद्राक्ष में रुद्राक्ष के समान मुखजनित धारियां नहीं होतीं और इंद्राक्ष वर्तमान में लुप्तप्राय हो चुका है और कहीं देखने को नहीं मिलता। इसकी पैदावार हेतु उष्ण व सम शीतोष्ण जलवायु एवं 25 से 30 डिग्री सेल्सियस का तापमान अनुकूल माना गया है। इसी कारणवश रुद्राक्ष के वृक्ष समुद्र तल से 2000 मीटर तक की ऊंचाई पर पर्वतीय व पठारी क्षेत्रों तथा नदी या समुद्र के तटीय क्षेत्रों में पाए जाते हैं। भारत में रुद्राक्ष मुखयतः हिमालय के पर्वतीय क्षेत्रों, बंगाल, असम, बिहार, मध्यप्रदेश एवं अरुणाचल प्रदेश के जंगलों, सिक्किम, उत्तरांचल में हरिद्वार, गढ़वाल एवं देहरादून के पर्वतीय क्षेत्रों तथा दक्षिण भारत के नीलगिरि, मैसूर और अन्नामलै क्षेत्र में पाए जाते हैं।


जानिए आपकी कुंडली पर ग्रहों के गोचर की स्तिथि और उनका प्रभाव, अभी फ्यूचर पॉइंट के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्यो से परामर्श करें।


उत्तरकाशी में गंगोत्री-यमुनोत्री क्षेत्र में भी रुद्राक्ष पाए जाते हैं। कर्नाटक में पाए जाने वाले रुद्राक्ष को मान्यता प्राप्त नहीं है, क्योंकि वानस्पतिक दृष्टिकोण से यहां पाए जाने वाले पेड़ रुद्राक्ष के वृक्ष की जाति से कुछ अलग होते हैं तथा उन पर लगने वाले फल पर मुख जनित धारियां नहीं पाई जाती हैं। रामेश्वरम में एक मुखी से तीन मुखी तक के रुद्राक्ष पैदा होते हैं। यहां एक मुखी चंद्राकार (जो कि काजू के दाने के आकार का होता है) रुद्राक्ष बड़ी संखया में प्राप्त होते हैं। गोलाकार एकमुखी रुद्राक्ष के अप्राप्य होने की वजह से वर्तमान बाजार में चंद्राकार (काजू दाना) एकमुखी रुद्राक्ष का प्रचलन सर्वाधिक है। हिमाचल प्रदेश के परवानू में राजकीय पुष्प उद्यान में करीब 9-10 वर्ष पहले जो रुद्राक्ष का पेड़ नेपाल से लाया गया था, वह अब पूर्ण रूप से विकसित होकर करीब 25-27 फुट ऊंचा हो गया है और फल देने लगा है। नेपाल में सबसे बड़े आकार का रुद्राक्ष पैदा होता है तथा यहां के रुद्राक्ष अच्छी किस्म के होते हैं। नेपाल में रुद्राक्ष हिमालय के पहाड़ों पर पाए जाते हैं।

इसके अतिरिक्त नेपाल में रुद्राक्ष के पेड़ धरान, ढीगला आदि स्थानों में भी हैं। संसार में सर्वोत्तम किस्म का एकमुखी बड़े आकार का गोलाकार रुद्राक्ष नेपाल में ही होता है और इसका मूल्य लाखों में होता है। राज्य के नियमानुसार यहां जितने भी एक मुखी रुद्राक्ष उत्पन्न होते हैं, वे सब नेपाल नरेश कोष (शाही खजाने) में जमा करवाने पड़ते हैं, उनके बाजार में बिकने पर प्रतिबंध है। नेपाल का एकमुखी नेपाल में सबसे बड़े आकार का रुद्राक्ष पैदा होता है तथा यहां के रुद्राक्ष अच्छी किस्म के होते हैं।

नेपाल में रुद्राक्ष हिमालय के पहाड़ों पर पाए जाते हैं। इसके अतिरिक्त नेपाल में रुद्राक्ष के पेड़ धरान, ढीगला आदि स्थानों में भी हैं। गोलाकार रुद्राक्ष अति दुर्लभ है। संसार में सर्वाधिक (करीब 70 प्रतिशत) रुद्राक्ष के वृक्ष इंडोनेशिया में पाए जाते हैं। जबकि नेपाल और भारत में लगभग 25 प्रतिशत तथा शेष स्थानों में 5 प्रतिशत होते हैं। संसार में रुद्राक्ष सबसे अधिक भारत में बिकते हैं जिनमें से 60-70 प्रतिशत केवल हरिद्वार में बिकते हैं। भारत और नेपाल में पाए जाने वाले रुद्राक्ष आकार में बड़े होते हैं

जबकि मलयेशिया और इंडोनेशिया में पाए जाने वाले रुद्राक्ष मटर के दाने के आकार के होते हैं। इनके वृक्ष बौने, पत्ते हरे तथा फल भूरे होते हैं जो आगे सूखकर भूरे, लाल, काले आदि रंगों में बदल जाते हैं। बिना धारी वाला सबसे बड़े आकार का रुद्राक्ष जावा में पाया गया था।


Consult our expert astrologers to learn more about Navratri Poojas and ceremonies




Ask a Question?

Some problems are too personal to share via a written consultation! No matter what kind of predicament it is that you face, the Talk to an Astrologer service at Future Point aims to get you out of all your misery at once.

SHARE YOUR PROBLEM, GET SOLUTIONS

  • Health

  • Family

  • Marriage

  • Career

  • Finance

  • Business


.