मेष यह अग्नि तत्व राशि है और इसका स्वामी मंगल ग्रह है। ऐसे जातक गर्म और मसालेदार खाना पसंद करते हैं। मांसाहारी खाना अधिक खाते हैं। आयुर्वेद अनुसार इनमें पित्त अधिक रहता है। मोटापे से राहत के लिये इन्हें तरल पदार्थ अधिक पीना चाहिये ताकि विषैले तत्व बाहर निकल सकें। सलाद खाना चाहिये। अल्कोहल से बचना चाहिये। दही, सब्जियों का जूस लेना चाहिये। व्यायाम अति आवश्यक है। वृष यह पृथ्वी तत्व राशि है और इसका स्वामी शुक्र ग्रह है। ऐसे जातक जीवन का भरपूर आनन्द लेना चाहते हैं जिस कारण वे अधिक खाते व पीते हैं।
लजीज खाना इनकी कमजोरी होती है। व्रत व डाईटिंग इन्हें पसन्द नहीं आता। लंबे समय तक भोजन से दूर नहीं रह सकते। जिम तो पसंद करते हैं परंतु फर्क कम ही पड़ता है। आयुर्वेद के अनुसार ऐसे लोगों में वात तत्व होता है और कुछ कफ भी। मोटापे से राहत के लिये इन्हें लेमन जूस, फल, सलाद और अधिक फाइबर वाला खाना लेना चाहिये जैसे बीन्स, पत्ता गोभी, पालक आदि। पानी अधिक पीना चाहिये। मीठे पदार्थ जैसे केक, पेस्ट्री, गन्ने का जूस आदि नहीं लेना चाहिये। योग करना चाहिये। मिथुन यह वायु तत्व राशि है और इसका स्वामी बुध ग्रह है। ये लोग खाने के बहुत शौकीन नहीं होते। कैसा भी खाना इन्हें पसंद आ जाता है।
आयुर्वेद अनुसार इनमें तीनों तत्व पित्त, कफ व वायु होते हैं। मोटापे से बचने के लिये इन्हें प्रोटीन युक्त खाना लेना चाहिये जैसे कि पनीर, दूध, सोया, अंडे आदि। ये अधिक खाने की इच्छा को दबाते हैं। प्याज व लहसुन का प्रयोग खाने में खुल कर करना चाहिये। देर रात खाने से बचना चाहिये, बर्गर पिज्जा से दूर रहना चाहिये, मक्खन, घी, आलू को न कर देना चाहिये। टीवी देखते समय या पढ़ते समय खाना नहीं खाना चाहिये। मिथुन राशि हमारे शरीर में नाड़ी तंत्र की कारक है अतः चाय, काॅफी या धूम्रपान की अधिकता या आदत बड़ा नुकसान कर सकती है।
कर्क यह जलीय राशि है व चंद्रमा इसका स्वामी है। आमतौर पर इनकी पाचन क्रिया कमजोर होती है। ये अल्कोहल, चावल व मीठा खाना अधिक पसंद करते हैं जिसके कारण बाद में मोटापे का शिकार होना पड़ता है। इनमें कफ तत्व अधिक होता है जो सर्दी या खांसी से परेशानी देता है। मोटापे से राहत पाने के लिये इन्हें रात में चावल और दही खाने से बचना चाहिये। अधिक नमक भी नहीं लेना चाहिये। हरी पत्ते वाली सब्जियां लेनी चाहिये। तैराकी की आदत इन्हें अपनानी चाहिये। सिंह यह अग्नि तत्व राशि है और इसका स्वामी सूर्य है। ये लोग खाने के साथ अल्कोहल लेना पसंद करते हैं। ऐसे लोग तेज गति से खाना खाते हैं। अकेले खाने की बजाय दोस्तों के साथ खाना पसंद करते हैं। आयुर्वेद के अनुसार इनमें पित्त तत्व अधिक होता है। मोटापे से राहत पाने के लिये सूखे मेवे खासकर बादाम इनके लिये लाभदायक है।
तंदूरी सब्जियां भी इनके लिये स्वास्थ्यवर्धक रहती हैं। तला व मिर्च मसाले वाले खाने से बचना चाहिये। जैतून तेल, बादाम तेल व सूरजमुखी का तेल इनके लिये मक्खन घी आदि से अच्छा है। इन्हें दिल से जुडे़ व्यायाम करना चाहिये। कन्या यह पृथ्वी तत्व राशि है और इसका स्वामी बुध ग्रह है। आयुर्वेेद अनुसार इनमें तीनांे तत्व वायु, पित्त व कफ मौजूद रहते हैं। मोटापे से राहत पाने के लिये इन्हें फाइबर युक्त खाना लेना चाहिये। ग्रीन सलाद, हर्बल चाय, अंकुरित आहार इनके लिये लाभदायक रहते हैं। इन्हें काॅकटेल व अल्कोहल भी पसंद आते हैं जिनका अधिक उपयोग हानिकारक होता है।
रोजाना की दिनचर्या में योग अवश्य होना चाहिये। तुला यह वायु तत्व राशि है और शुक्र इसका स्वामी ग्रह है। आयुर्वेद के अनुसार इनमें वायु तत्व की अधिकता होती है। निर्णय लेने की शक्ति इनकी बहुत अच्छी नहीं होती जिस कारण मोटापे से राहत पाने के लिये इन्हें संतुलित आहार लेना ही चाहिये। मीठा इन्हें पसंद होता है जिससे इन्हें बचना चाहिये। रात को वसा युक्त खाने से परहेज करना चाहिये। पानी अधिक पीना चाहिये। नृत्य व तैराकी इनके लिये लाभदायक रहती है। वृश्चिक यह जलीय राशि है व इसका स्वामी ग्रह मंगल है। शारीरिक व्यायाम इनके लिये अच्छा है। इनमें पित्त तत्व की अधिकता रहती है।
इन्हें मसालेदार खाना पसंद आता है लेकिन मोटापे से राहत पाने के लिये अनार, लाल चेरी, टमाटर, संतरे आदि का सेवन स्वास्थ्य के लिये लाभदायक है। 7 से 8 गिलास पानी पीना इनके लिये अच्छा रहेगा। मांसाहारी खाने से बचना चाहिये। सलाद ज्यादा से ज्यादा खाना चाहिये। धनु यह अग्नि तत्व राशि है और इसका स्वामी ग्रह गुरु है। इन जातकों का वजन बढ़ना एक सामान्य बात है। इसलिये मोटापे से राहत पाने के लिये इन्हें जाॅगिंग व तेज चलना अपनी आदत बना लेना चाहिये। नये-नये तरह का खाना इन्हें पसंद आता है।
इनमें कफ तत्व अधिक होता है। गाजर इनका सबसे उत्तम आहार होता है। लाल मांस कम लेना चाहिये। डिब्बा बंद भोजन से बचना चाहिये। घुड़सवारी व पर्वतारोहण करते रहना चाहिये। मकर यह पृथ्वी तत्व राशि है और इसका स्वामी ग्रह शनि है। इनमें पित्त और वायु तत्व दोनों होते हैं। ऐसे जातक खाने के प्रति थोड़े लापरवाह होते हैं कि उन्हें क्या खाना चाहिये व क्या नहीं। मोटापे से राहत पाने के लिये इन्हें फलों के जूस की बजाय फल ही खाना चाहिये। नमक जो शनि से संबंधित है, का सेवन कम करना चाहिये। पांवों का व्यायाम अधिक करना चाहिये। रात का खाना जल्द खाना चाहिये। कुंभ यह वायु तत्व राशि है और इसका स्वामी ग्रह शनि है। ये जातक किसी एक तरह का खाना पसंद नहीं करते। वैसे जो मिल जाये उसे भी खा लेते हैं।
इनमें वात या वायु तत्व की अधिकता रहती है। मोटापे से राहत पाने के लिये इन्हें हरी पत्तेदार सब्जियां अधिक खानी चाहिये। अखरोट इनके लिये लाभदायक रहते हैं। चाय या काॅफी इन्हें अच्छे लगते हैं। जिम में पांवों का व्यायाम करना चाहिये। मीन यह जलीय राशि है और इसका स्वामी ग्रह गुरु है। इनमें कफ तत्व अधिक रहता है।
अपने आप में मस्त रहते हैं। कोई व्यायाम करना इन्हें पसंद नहीं आता। मोटापे से राहत पाने के लिये ताजे फल-सब्जियां खानी चाहिये न कि कोई जंक फूड। हर्बल चाय लेनी चाहिये। तला खाना छोड़ देना चाहिये। इन्हें धूम्रपान व अल्कोहल पसंद आता है जो हानिकारक है। योग, तैराकी, सुबह थोड़ा चलना लाभदायक रहेगा।