पराविद्याओं को समर्पित सर्वश्रेष्ठ मासिक ज्योतिष पत्रिका जून 2006 व्यूस : 8233 हिंदी लेख English version (Transliterated) निर्जला एकादशी व्रत अतिथि सत्कार सेवाव्रत वर्षा का पूर्वानुमान : ज्योतिषीय दृष्टि से प्रमोद महाजन अलविदा nirjala ekadshi vrat atithi satkar sevavrat varsha ka purvanuman : jyotishiya drishti se pramod mahajan alvida
जून 2006व्यूस : 8154वर्षा का पूर्वानुमान : ज्योतिषीय दृष्टि से फ्यूचर समाचारवर्षानुमान के लिए मेदिनीय ज्योतिष में अनेक पद्वतियां हैं। इनमें निम्न विषयों का विश्लेषण किया जाता ह...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 7634प्रमोद महाजन अलविदा फ्यूचर समाचारप्रमोद महाजन का जन्म ३० जनवरी १९४८ को २१ बजे हैदराबाद, आंध्र प्रदेश में हुआ था। उनके जन्म के समय पूर...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 5653निर्जला एकादशी व्रत फ्यूचर समाचारव्यास जी के वचनानुसार यह यथार्थ सत्य ही की अर्धमास सहित एक वर्ष की २६ एकादशियों में से मात्र एक निर्...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 9325अतिथि सत्कार सेवाव्रत फ्यूचर समाचारअतिथि सत्कार सेवा व्रत भारतीय संस्कृति का अपरम कल्याणकारी व्रत है जिसके अनुपालन से स्वर्ग लोक तो क्य...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 7286जन्मकुंडली में रोगों के संकेत एवं उनके उपाय फ्यूचर समाचारमनुष्य की जन्मकुंडली उसके जीवन का आईना होती है। जीवन में क्या होने वाला है। यह समय के पहले बड़ी आसानी...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 15006नक्षत्र और रोग फ्यूचर समाचारज्योतिष शास्त्र में मृत्युदायी रोग का विचार दूसरे और सप्तम भाव से किया जाता है क्योकिं ये मारकेश भाव...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 6230कैंसर से प्रभावित लोगों की कुण्डलियां फ्यूचर समाचारकैंसर जैसे भयानक रोग के योग भी जन्मकुंडली में मिल जाते है। ग्रहों की स्थितयों से यह पता चल जाता है क...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 6957क्रूर ग्रह दे सकते हैं नेत्र विकार फ्यूचर समाचारकिसी व्यक्ति की जन्मकुंडली ग्रहों के उन प्रभावों का चित्रांकन है जिनके साथ वह पैदा हुआ है। सूर्य प्र...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 7742लग्न अनुकूल स्वास्थ्यवर्धक भोजन फ्यूचर समाचारअंग्रेजी की एक प्रसिद्द कहावत है जिसके अनुसार एक मनुष्य का भोजन दूसरे के लिए जहर होता है। इस का निरू...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 6883आयुर्वेद, ज्योतिष और निरोगी काया फ्यूचर समाचारआयुर्वेद के अनुसार स्वस्थ मानव शरीर में वात, पित् और कफ तत्व सामान अनुपात में विद्यमान रहते है। इनका...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 30908रोग निवारण के अनुभूत उपाय फ्यूचर समाचारपरिवार में किसी सदस्य को रोग हो जाता है तो गृह से सुख विदा हो जाता है। यदि आप ज्योतिषी या ज्योतिष प्...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 5660कब और कैसे करें ज्योतिषीय उपाय फ्यूचर समाचारग्रहों की शान्ति के लिए मुख्य रूप से दो प्रकार के उपाय किए जाते है। - रत्न धारण एवं दान। जिस ग्रह से...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 18372लाल किताब और रोग निवारण फ्यूचर समाचारज्योतिषीय डाक्टर की भूमिका नहीं निभाते परन्तु जन्म पत्रिका या हस्तरेखा के आधार पर यह बताने का प्रयत्...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 30454शाबर मंत्रो द्वारा रोग निवारण फ्यूचर समाचाररोग विभिन्न प्रकार के होते है। अधिकांश टी औषधोपचार से ठीक हो जाते हैं। परन्तु कुछ को मंत्रोपचार द्वा...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 14645सूर्य की किरणों से उपचार फ्यूचर समाचारज्योतिष में सूर्य महत्वपूर्ण ग्रह है। सूर्य राजा और आत्मकारक गृह है और अग्नि का प्रतिक माना जाता है।...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 6538जन्मकुंडली में चिकित्सक बनने के योग फ्यूचर समाचारज्योतिष विद्या के माध्यम से मनुष्य की आजीविका के निर्धारण के अनेक सूत्र, ग्रन्थ मौजूद है। जन्मकुंडली...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 39560चंद्र-मंगल योग कहीं वरदान कहीं अभिशाप फ्यूचर समाचारकिसी व्यक्ति की जन्मकुंडली आकाश में ग्रहों की उस समय की स्थिति का विवेचन है जिस समय उसने जन्म लिया। ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 6828क्यों निष्फल होते हैं राजयोग फ्यूचर समाचारज्योतिष शास्त्र में राजयोग का बहुत ही अधिक महत्वपूर्ण स्थान है। यद्धपि राजयोग के अभाव में भी जन्म लग...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 18774दशा एवं गोचर विश्लेषण फ्यूचर समाचारदशा ओर गोचर दोनों ही ज्योतिष में जातक को मिलने वाले शुभाशुभ फल का समय और अवधि जानने में विशेष सहायक ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 7567संपूर्ण रोगनाशक महामृत्युंजय यंत्र फ्यूचर समाचारशरीर व्याधि मन्दिरम इस प्राचीन शास्त्र वाक्य के अनुसार हमारा शरीर रोगों का घर है। संपूर्ण जीवन काल म...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 9878मारकेश निर्णय फ्यूचर समाचारमारकेश गृह का निर्णय करने से पूर्व योगों के द्वारा अल्पायु, मध्यायु या दीर्घायु है, यह निश्चित कर ले...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 5085रत्न चिकित्सा : निजी अनुभव फ्यूचर समाचारविश्व में अनके चिकित्सा पद्वतियां प्रचलित है। रत्न चिकित्सा भी एक सरल व् प्रभावी पद्वति है। इसकी मुख...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 6319रत्नों द्वारा रोग मुक्ति एवं ग्रह शांति फ्यूचर समाचारयह सर्वविदित है की रत्नों में दैवीय शक्ति का वास होता है। इन रत्नों का यदि उचित उपयोग किया जाए तो अन...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 5415आपके विचार फ्यूचर समाचारसर्वतोभद्र चक्र नक्षत्र आधारित फलादेश की एक विकसित तकनीक है। यह कुंडली विश्लेषण तथा दशा फलकथन में बह...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 4278कैलाश-मानसरोवर : विराट आनंद से साक्षात फ्यूचर समाचारकैलाश का नाम आते ही हिमालय पर्वत पर बैठे गंगाधर शिव की मूर्ति आंखों के सामने साकार होने लगती है। कहा...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 47397पेप्टिक अल्सर : क्यों और कैसे वेद प्रकाश गर्गआज के आधुनिक एवं मशीनी युग में व्यक्ति को न तो खाने – पीने की वस्तुओं की सुध है और न ही व्यायाम का क...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 6312अनाजों में राजा मंडुआ बाजरे के परिवार का एक सदस्य है। इसके दाने राई के रंग के या फिर काले रंग के होते है। इसका आटा क...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 8745टोटके फ्यूचर समाचारजिन व्यक्तियों को तनाव, अनिद्रा, अवसाद, मूर्च्छा, मिर्गी, पागलपन के दौरे, माइग्रेन आदि कोई भी मनोरोग...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 4840धनपति योग और हस्तरेखाएं फ्यूचर समाचारकभी-कभी कुछ लोगों का भाग्य ऐसी करवट बदलता है की उन पर एकाएक लक्ष्मी की बरसात होने लगती है। ऐसा लगता ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 5599आग्नेय कोण (दक्षिण-पूर्व) में रसोईघर क्यों फ्यूचर समाचारभोजन जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है। भोजन पंचमहाभूतों से बने प्राणी को ऊर्जा प्रदान करता है।...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 4376वर्षा का पूर्वानुमान: ज्योतिषीय दृष्टि से डॉ. अरुण बंसलपूर्वानुमान के लिए मेदिनीय ज्योतिष में अनेक पद्धतियां हैं। इनमें निम्न विषयों का विश्लेषण किया जाता...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 4743प्रमोद महाजन अलविदा आचार्य किशोरभाई के हाथों भाई का खून ! आज के युग में एक दुखद घटना ! किंतु, मनुष्य ग्रहों के सामने विवश है। जब बुर...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 4104निर्जला एकादशी व्रत ब्रजकिशोर शर्मा ‘ब्रजवासी’व्यास जी के वचनानुसार यह यथार्थ सत्य है कि अर्धमास (मलमास) सहित एक वर्ष की 26 एकादशियों में से म...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 5345अतिथि सत्कार सेवाव्रत ब्रजकिशोर शर्मा ‘ब्रजवासी’अतिथि सत्कार सेवा व्रत भारतीय संस्कृति का परम कल्याणकारी व्रत है जिसके अनुपालन से स्वर्ग लोक तो क...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 4756नक्षत्र और रोग पारस राम वशिष्टज्योतिष शास्त्र में मृत्युदायी रोग का विचार दूसरे और सप्तम भाव से किया जाता है क्योंकि ये मारकेश ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 4005कैंसर से प्रभावित लोगों की कुंडलियां सीतेश कुमार पंचोलीकैंसर आज भी अपना कहर ढा रहा है। यदि प्रारंभिक स्थितियों में चिकित्सक इस रोग को न पकड़ पाए तो यह शरीर...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 5382क्रूर ग्रह दे सकते हैं नेत्र विकार शिव प्रसाद गुप्ताक्रूर ग्रह अपने स्वभाव का असर किसी न किसी रूप में शरीर पर छोड़ते हैं। संसार के परिदृश्य से साक्षात क...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 4538लग्न अनुकूल स्वास्थ्यवर्धक भोजन रेनु सिंहअंग्रेजी की एक प्रसिद्ध कहावत है जिसके अनुसार एक मनुष्य का भोजन दूसरे के लिए जहर होता है। इस का न...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 4456आयुर्वेद, ज्योतिष और निरोगी काया सीताराम सिंहआयुर्वेद के अनुसार स्वस्थ मानव शरीर में ‘वात’ (वायु), ‘पित्त’ (अग्नि) और ‘कफ’ (जल) तत्व समान अनुप...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 6679रोग निवारण के अनुभूत उपाय फ्यूचर पाॅइन्टव्यक्ति अपने अनुभव से प्रतिदिन कुछ न कुछ सीखता है। अपनी परखी हुई चीजों से वह स्वयं तो लाभान्वित होत...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 5541कब और कैसे करें ज्योतिषीय उपाय फ्यूचर पाॅइन्टग्रह शांति के लिए प्रायः कई ज्योतिषी सीधे-सीधे रत्न धारण करने की सलाह दे डालते हैं जबकि जो ग्रह शुभ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 7786लाल किताब और रोग निवारण बी.एल शर्माज्योतिषी डाॅक्टर की भूमिका नहीं निभाते परंतु जन्म पत्रिका या हस्तरेखा के आधार पर यह बताने का प्रय...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 10672शाबर मंत्रों द्वारा रोग निवारण फ्यूचर पाॅइन्टरोग विभिन्न प्रकार के होते हैं। अधिकांश तो औषधोपचार से ठीक हो जाते हैं। परंतु कुछ को मंत्रोपचार द...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 5272सूर्य की किरणों से उपचार अशोक भाटियाशरीर को निरोगी रखने में सूर्य की किरणों का महत्वपूर्ण योगदान है। इन किरणों में ऐसी जीवन शक्ति विद्य...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 5197अंक ज्योतिष और स्वास्थ्य अशोक भाटियाआप अंक ज्योतिष के आधार पर मूलांक व नामांक से यह जान सकते हैं कि भविष्य में आपका स्वास्थ्य कैसा रहेगा...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 3805जन्मकुंडली में चिकित्सक बनने के योग जे. जान्हवीज्योतिष विद्या के माध्यम से मनुष्य की आजीविका के निर्धारण के अनेक सूत्र, ग्रंथ मौजूद हैं। जन्मकुं...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 4877चंद्र-मंगल योग कहीं वरदान कहीं अभिशाप शिव प्रसाद गुप्ताजन्मकुंडली में बनने वाले योग यदि शुभ प्रभाव से युक्त होते हैं तो उनका प्रभाव लाभकारी होता है। उन्ही...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 5171क्यों निष्फल होते हैं राजयोग फ्यूचर पाॅइन्टजन्मकुंडली में योग होने मात्र से ही कोई व्यक्ति राजा या रंक नहीं हो जाता। कोई भी योग तभी पूर्ण ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 5251संपूर्ण रोगनाशक महामृत्युंजय यंत्र रमेश शास्त्रीशरीरं व्याधि मंदिरम् इस प्राचीन शास्त्र वाक्य के अनुसार हमारा शरीर रोगों का घर है। संपूर्ण जीवन क...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 3743सपनों की मृगमरीचिका आभा बंसलमीरा से मेरा परिचय उसके बचपन से ही था। चूंकि उसका घर हमारे पड़ोस में ही था, इसलिए उससे बचपन से ही ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 5708मारकेश निर्णय शुकदेव चतुर्वेदीमारकेश ग्रह का निर्णय करने से पूर्व योगों के द्वारा अल्पायु, मध्यायु या दीर्घायु है, यह निश्चित कर...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 1921रत्न चिकित्सा: निजी अनुभव फ्यूचर पाॅइन्टविश्व में अनेक चिकित्सा पद्धतियां प्रचलित हैं। रत्न चिकित्सा भी एक सरल व प्रभावी पद्धति है। इसकी ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 3962रत्नों द्वारा रोग मुक्ति एवं ग्रह शांति फ्यूचर पाॅइन्टयह सर्वविदित है कि रत्नों में दैवीय शक्ति का वास होता है। इन रत्नों का यदि उचित उपयोग किया जाए तो...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 6162सर्वतोभद्र चक्र फ्यूचर पाॅइन्टप्रश्न: सर्वतोभद्र चक्र क्या है? इसे जन्मांक एवं गोचर के फलादेश के लिए कैसे प्रयोग में लाया जाता है...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 3820बिना सुरति राम नहीं मिलते फ्यूचर पाॅइन्टमीरा भी लोगों को गुमराही मालूम होती थी। जिन्होंने भी पाया है परमात्मा को, उनकी राह सभी को गुमराह ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 4450कैलाश-मानसरोवर: विराट आनंद से साक्षात फ्यूचर पाॅइन्टदेवाधिदेव महादेव! जहां मन आया वहीं रम गए। फिर वह स्थान दुर्गम, कंटीला ही क्यों न हो। ऐसा ही स्थान ह...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 5030पेप्टिक अल्सर: क्यों और कैसे वेद प्रकाश गर्गआज के आधुनिक एवं मशीनी युग में व्यक्ति को न तो खाने-पीने की वस्तुओं की सुध है और न ही व्यायाम का ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 4758अनाजों में राजा वेद प्रकाश गर्गमंडुआ को अलग-अलग राज्यों में कोदो/ कौदरा /मंडुआ (Finger Millet) के नाम से जाना जाता है। इसे पहाड़ी ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 4380टोटके फ्यूचर पाॅइन्ट- मनोरोग: जिन व्यक्तियों को तनाव, अनिद्रा, अवसाद, मूच्र्छा, मिर्गी, पागलपन के दौरे, माइग्रेन आदि क...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 4216धनपति योग और हस्तरेखाएं भारती आनंदकभी-कभी कुछ लोगों का भाग्य ऐसी करवट बदलता है कि उन पर एकाएक लक्ष्मी की बरसात होने लगती है। ऐसा लग...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 4036आग्नेयकोण (दक्षिण-पूर्व) में रसोईघर क्यों रश्मि चतुर्वेदीभोजन जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है। भोजन पंचमहाभूतों से बने प्राणी को ऊर्जा प्रदान करता है।...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 4697ग्रह स्थिति एवं व्यापार जगदम्बा प्रसाद गौडगोचर ग्रह स्थिति: मासारंभ में सूर्य वृष राशि में, चंद्रमा कर्क राशि में, मंगल कर्क राशि में, बुध ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 3765शेयर बाजार में तेजी-मंदी रजनीकान्त सी. ठक्करसूर्य: मासारंभ में वृषभ में है, 15.6.2006 से मिथुन में प्रवेश करेगा। मिथुन संक्रांति गुरुवार को 30...और पढ़ें
दिसम्बर 2024व्यूस : 522दिसंबर 2024 विशेषांकफ्यूचर समाचार के इस विशेषांक में विश्वविद्यालय में ज्योतिष शिक्षा, वास्तु शास्त्र की भूमिका, मंदिर कैसे बनाएं वास्तु अनुरूप, वास्तु में दिशाओं एवं ग्रहों का संबंध, वास्तु के प्रमुख सूत्र, वास्तु शास्त...और पढ़ें
नवेम्बर 2024व्यूस : 1082नवंबर 2024 विशेषांकफ्यूचर समाचार के इस विशेषांक में दीपावली लक्ष्मी पूजन: शुभ मुहूर्त और पूजा विधि, दीपावली पूजन के लिए चार विशेष मुहूर्त, दिवाली: भारतीय संस्कृति की अनुपम पहचान, दीपावली व मां लक्ष्मी, दीपावली के अवसर प...और पढ़ें
अकतूबर 2024व्यूस : 1425अक्टूबर 2024 विशेषांकफ्यूचर समाचार के इस विशेषांक में शरद पूमिर्ण और करक चतुर्थी व्रत, दशहरा/विजयादशमी एवं अहोई अष्टमी व्रत, शारदीय नवरात्र पूजन विधि, नवरात्र और विजयादशमी, व्यक्तित्व विकास की दिशा का निर्धारण, विवाह में ...और पढ़ें
सितम्बर 2024व्यूस : 2098सितम्बर 2024 विशेषांकफ्यूचर समाचार के इस विशेषांक में क्या है पितृ दोष अथवा पितृ ऋण, श्राद्ध कर्म: कब, क्यों और कैसे, प्रथम पूजक श्रीगणेश- क्यों बने ज्योतिषी, प्रेम में सफलता और चंद्रमा: एक ज्योतिषीय विश्लेषण, अशुभ ग्रहों...और पढ़ें
आगस्त 2024व्यूस : 248विवाह मेलापक में मंगल दोष के प्रभावइस पृथ्वी पर दीर्घायु प्राप्त करने की कामना की जाती रही है एवं मानव-मन के लिए कर्म-निष्ठ जीवन का अनुसरण प्राकृतिक बताया गया है। यह इसलिए है कि ऋषि आध्यात्मिक स्वतन्त्रता एवं सांसारिक सुख भोग को विरोधी...और पढ़ें
आगस्त 2024व्यूस : 296Role of Ashtakoot in Horoscope Matchingसनातन धर्म के अनुसार जातक को प्रथम संस्कारों द्वारा सुसंस्कृत किया जाता है। जन्म से मृत्यु तक 16 संस्कार होते है। सोलहवां संस्कार अंतिम क्रिया अर्थात् अंत्येष्टि होती है तथा इसी के साथ संस्कारों की सम...और पढ़ें
आगस्त 2024व्यूस : 282ज्योतिष शास्त्र में विवाह-काल का निर्धारणसृष्टि का हर जीव सौर मण्डल से आकर्षण प्राप्त करता है और इसी आकर्षण को मन, बुद्धि तथा शरीर की विभिन्न क्रियाओं के माध्यम से विकीर्ण करता है। भारतीय जीवन पद्धति समाज पर आधारित है और समाज परिवारों का साम...और पढ़ें
आगस्त 2024व्यूस : 233व्यवसायी बनने के योगआधुनिक समाज में भी व्यवसाय को आजीविका अर्जन के लिए सर्वोत्तम माना जाता है क्योंकि इसमें न तो समृद्धि की र्काइे सीमा होते है और न ही अधीनता का र्काइे भाव होता है।...और पढ़ें
आगस्त 2024व्यूस : 241कैंसर रोग के योग और काल निर्धारणरोगों के संबंध में कुछ लोगों की यह धारणा है, कि वे आहार-विहार आदि की अनियमिता के कारण उत्पन्न होते है। और यदि मनुष्य इन पर समुचित नियन्त्रण रखे, तो वह स्वस्थ एंव दीर्घजीवी बना रह सकता है। किन्तु ज्योत...और पढ़ें
आगस्त 2024व्यूस : 254सरकारी नौकरी के योग का अध्ययनज्योतिष शास्त्र का उपयोग अनादिकाल से होते आ रहा है। वैदिक काल मे ऋषि मुनि गण राशि चक्र, ग्रहों के कक्षा चक्र, नक्षत्रों से भली भॅाति परिचित थे तथा ज्योतिष का उपयोग मानव कल्याण के लिए करते थे। वैदिक ज्...और पढ़ें
आगस्त 2024व्यूस : 236उदर रोग में ग्रह योग की समीक्षारोग विचार का प्रमुख उपकरण योग ज्योतिष शास्त्रा में ग्रहयोग के संक्षिप्त रूप को योग कहते हैं। ग्रहों की दृष्टिानिष्ट स्थान में स्थितिवश जो मनुष्यों को पूर्वाजित कर्मों के परिणाम से मिलता है उसे योग कहत...और पढ़ें
आगस्त 2024व्यूस : 308Divorceविवाह विच्छेद, जीवन की कड़वाहट को रेखांकित करता है जो विवाह के उपरांत वैवाहिक सुख के स्थान पर पति और पत्नी के वैवाहिक जीवन में विष्टनकारी परिस्थिति के कारण निर्मित होती है तथा पति-पत्नी का वैवाहिक सुख ...और पढ़ें
आगस्त 2024व्यूस : 251विवाह का समयभारतीय संस्कृति में मानव जीवन को 100 वर्ष का मानते हुए इसे 4 बराबर काल खण्डों में विभाजित किया गया है। ये कालखंड आश्रम कहे जाते हैं। उन्हें बह्मचर्य, ग्रहस्थ, वानप्रस्थ और सन्यास नाम दिया गया है।...और पढ़ें
आगस्त 2024व्यूस : 239आयु निर्णययदि आयु ही नहीं रही तो अन्य फलकथन का क्या प्रयोजन इसलिए ज्योतिष के विद्वानों ने आयु का निर्णय करने की चार प्रकार की विधियाँ बतलाई हैं।...और पढ़ें
आगस्त 2024व्यूस : 2230अगस्त 2024 विशेषांकफ्यूचर समाचार के इस विशेषांक में कृष्ण जन्माष्टमी व्रत, भारतीय संस्कृति और रक्षा बंधन, श्रावण में विभिन्न शिवलिंग की करें पूजा जमकर होगी महादेव की कृपा, क्या गुण मेलापक करना चाहिए?, सुदर्शन चक्र कुंडल...और पढ़ें
जुलाई 2024व्यूस : 2719जुलाई 2024 विशेषांकफ्यूचर समाचार के इस विशेषांक में विवाह पर ग्रहों का प्रभाव, कैसी होगी आपकी प्रेयसी - शुक्र से जानिय, दशा या गोचर क्या सटीक, कुंडली से कैसे जानेंगे कि आपको किस कार्य क्षेत्र में सफलता मिलेगी, केतू मोक्...और पढ़ें
जून 2024व्यूस : 3582जून 2024 विशेषांकफ्यूचर समाचार के इस विशेषांक में रुद्राक्ष: शिव का वरदान, हर समस्या का समाधान यंत्र, हमारे जीवन में मालाओं का महत्व, कितना जानते हैं आप रत्नों के बारे में, स्वास्थ्य को उत्तम रखें - ज्योतिषीय उपायों स...और पढ़ें
मई 2024व्यूस : 4350मई 2024 विशेषांकफ्यूचर समाचार के इस विशेषांक में लोकसभा चुनाव - 2024, मोदी जी की विजय का अश्वमेघ यज्ञ का घोड़ा कहां रूकेगा, फलित ज्योतिष में द्रेष्काॅण के विविध आयाम, लोकसभा चुनाव में सितारे जीतेंगे या हारेंगे- कुंडली...और पढ़ें
अप्रैल 2024व्यूस : 3264अप्रैल 2024 विशेषांकफ्यूचर समाचार के इस विशेषांक में हिन्दू सनातन धर्म का नववर्ष, कुंडली में नवम भाव: भाग्य व उन्नति, वक्री ग्रहों की आध्यात्मिक विवेचना, कुंडली में केमद्रुम योग, रामनवमी पर्व: सनातन धर्म का आधार, विवाह म...और पढ़ें
मार्च 2024व्यूस : 3515मार्च 2024 विशेषांकफ्यूचर समाचार के इस विशेषांक में अयोध्या में भगवान श्रीराम, महाशिव रात्रि 2024, जन्मकुंडली से नौकरी और व्यवसाय का निर्धारण, मनुष्य के अंतर्मन से चंद्रमा का संबंध, मनोवैज्ञानिक विश्लेषण, मानसिक शक्ति क...और पढ़ें
फ़रवरी 2024व्यूस : 3317फ़रवरी 2024 विशेषांकफ्यूचर समाचार के इस विशेषांक में बसंत पंचमी 2024, योगी जी या यूपी. के ग्रह नक्षत्र - यूपी विकास का श्रेय किसे? ज्योतिषीय विश्लेषण, कर्ज - एक ज्योतिषीय विश्लेषण, दशम भाव एवम आजीविका का कारक, गजकेसरी: ए...और पढ़ें
जनवरी 2024व्यूस : 5485जनवरी 2024 विशेषांकफ्यूचर समाचार के इस विशेषांक में राम आएंगे, 22 जनवरी 2024 को दीपोत्सव पर्व, नववर्ष मंगलकारी कैसे हो, 2024 में भारत की राजनीति, अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार, ज्योतिष में राहु ग्रह, संशोधात्मक विश्लेषण, ए...और पढ़ें
दिसम्बर 2023व्यूस : 4725दिसंबर 2023 विशेषांकफ्यूचर समाचार के इस विशेषांक में वास्तु शास्त्र का हमारे जीवन में उपयोगिता, वास्तु और ज्योतिष में विभिन्न रंग, वास्तु नियमों से करें धन में वृद्धि, वास्तु द्वारा आर्थिक तंगी से छुटकारा, वास्तु दोष- का...और पढ़ें
नवेम्बर 2023व्यूस : 5410नवंबर 2023 विशेषांकफ्यूचर समाचार के इस विशेषांक में शास्त्र सम्मत दीपावली पूजा विधि, दीपावली के अवसर पर लक्ष्मी पूजन का महत्व, दिवाली पर किये जाने वाले महाउपाय, वैदिक ज्योतिष के अनुसार धन प्रबंधन से पहले देखें कुंडली, छ...और पढ़ें