जून 2006 विशेषांक जून 2006 व्यूस : 9215 हिंदी लेख English version (Transliterated) निर्जला एकादशी व्रत अतिथि सत्कार सेवाव्रत वर्षा का पूर्वानुमान : ज्योतिषीय दृष्टि से प्रमोद महाजन अलविदा nirjala ekadshi vrat atithi satkar sevavrat varsha ka purvanuman : jyotishiya drishti se pramod mahajan alvida
जून 2006व्यूस : 9695वर्षा का पूर्वानुमान : ज्योतिषीय दृष्टि से फ्यूचर समाचारवर्षानुमान के लिए मेदिनीय ज्योतिष में अनेक पद्वतियां हैं। इनमें निम्न विषयों का विश्लेषण किया जाता ह...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 9446प्रमोद महाजन अलविदा फ्यूचर समाचारप्रमोद महाजन का जन्म ३० जनवरी १९४८ को २१ बजे हैदराबाद, आंध्र प्रदेश में हुआ था। उनके जन्म के समय पूर...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 7167निर्जला एकादशी व्रत फ्यूचर समाचारव्यास जी के वचनानुसार यह यथार्थ सत्य ही की अर्धमास सहित एक वर्ष की २६ एकादशियों में से मात्र एक निर्...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 10923अतिथि सत्कार सेवाव्रत फ्यूचर समाचारअतिथि सत्कार सेवा व्रत भारतीय संस्कृति का अपरम कल्याणकारी व्रत है जिसके अनुपालन से स्वर्ग लोक तो क्य...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 8982जन्मकुंडली में रोगों के संकेत एवं उनके उपाय फ्यूचर समाचारमनुष्य की जन्मकुंडली उसके जीवन का आईना होती है। जीवन में क्या होने वाला है। यह समय के पहले बड़ी आसानी...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 16744नक्षत्र और रोग फ्यूचर समाचारज्योतिष शास्त्र में मृत्युदायी रोग का विचार दूसरे और सप्तम भाव से किया जाता है क्योकिं ये मारकेश भाव...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 7796कैंसर से प्रभावित लोगों की कुण्डलियां फ्यूचर समाचारकैंसर जैसे भयानक रोग के योग भी जन्मकुंडली में मिल जाते है। ग्रहों की स्थितयों से यह पता चल जाता है क...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 8484क्रूर ग्रह दे सकते हैं नेत्र विकार फ्यूचर समाचारकिसी व्यक्ति की जन्मकुंडली ग्रहों के उन प्रभावों का चित्रांकन है जिनके साथ वह पैदा हुआ है। सूर्य प्र...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 9383लग्न अनुकूल स्वास्थ्यवर्धक भोजन फ्यूचर समाचारअंग्रेजी की एक प्रसिद्द कहावत है जिसके अनुसार एक मनुष्य का भोजन दूसरे के लिए जहर होता है। इस का निरू...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 8407आयुर्वेद, ज्योतिष और निरोगी काया फ्यूचर समाचारआयुर्वेद के अनुसार स्वस्थ मानव शरीर में वात, पित् और कफ तत्व सामान अनुपात में विद्यमान रहते है। इनका...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 32486रोग निवारण के अनुभूत उपाय फ्यूचर समाचारपरिवार में किसी सदस्य को रोग हो जाता है तो गृह से सुख विदा हो जाता है। यदि आप ज्योतिषी या ज्योतिष प्...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 7248कब और कैसे करें ज्योतिषीय उपाय फ्यूचर समाचारग्रहों की शान्ति के लिए मुख्य रूप से दो प्रकार के उपाय किए जाते है। - रत्न धारण एवं दान। जिस ग्रह से...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 20015लाल किताब और रोग निवारण फ्यूचर समाचारज्योतिषीय डाक्टर की भूमिका नहीं निभाते परन्तु जन्म पत्रिका या हस्तरेखा के आधार पर यह बताने का प्रयत्...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 32081शाबर मंत्रो द्वारा रोग निवारण फ्यूचर समाचाररोग विभिन्न प्रकार के होते है। अधिकांश टी औषधोपचार से ठीक हो जाते हैं। परन्तु कुछ को मंत्रोपचार द्वा...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 16219सूर्य की किरणों से उपचार फ्यूचर समाचारज्योतिष में सूर्य महत्वपूर्ण ग्रह है। सूर्य राजा और आत्मकारक गृह है और अग्नि का प्रतिक माना जाता है।...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 8051जन्मकुंडली में चिकित्सक बनने के योग फ्यूचर समाचारज्योतिष विद्या के माध्यम से मनुष्य की आजीविका के निर्धारण के अनेक सूत्र, ग्रन्थ मौजूद है। जन्मकुंडली...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 41490चंद्र-मंगल योग कहीं वरदान कहीं अभिशाप फ्यूचर समाचारकिसी व्यक्ति की जन्मकुंडली आकाश में ग्रहों की उस समय की स्थिति का विवेचन है जिस समय उसने जन्म लिया। ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 8355क्यों निष्फल होते हैं राजयोग फ्यूचर समाचारज्योतिष शास्त्र में राजयोग का बहुत ही अधिक महत्वपूर्ण स्थान है। यद्धपि राजयोग के अभाव में भी जन्म लग...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 20644दशा एवं गोचर विश्लेषण फ्यूचर समाचारदशा ओर गोचर दोनों ही ज्योतिष में जातक को मिलने वाले शुभाशुभ फल का समय और अवधि जानने में विशेष सहायक ...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 8682संपूर्ण रोगनाशक महामृत्युंजय यंत्र फ्यूचर समाचारशरीर व्याधि मन्दिरम इस प्राचीन शास्त्र वाक्य के अनुसार हमारा शरीर रोगों का घर है। संपूर्ण जीवन काल म...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 11115मारकेश निर्णय फ्यूचर समाचारमारकेश गृह का निर्णय करने से पूर्व योगों के द्वारा अल्पायु, मध्यायु या दीर्घायु है, यह निश्चित कर ले...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 6381रत्न चिकित्सा : निजी अनुभव फ्यूचर समाचारविश्व में अनके चिकित्सा पद्वतियां प्रचलित है। रत्न चिकित्सा भी एक सरल व् प्रभावी पद्वति है। इसकी मुख...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 7544रत्नों द्वारा रोग मुक्ति एवं ग्रह शांति फ्यूचर समाचारयह सर्वविदित है की रत्नों में दैवीय शक्ति का वास होता है। इन रत्नों का यदि उचित उपयोग किया जाए तो अन...और पढ़ें
जून 2006व्यूस: 6733आपके विचार फ्यूचर समाचारसर्वतोभद्र चक्र नक्षत्र आधारित फलादेश की एक विकसित तकनीक है। यह कुंडली विश्लेषण तथा दशा फलकथन में बह...और पढ़ें
जून 2006व्यूस : 5590कैलाश-मानसरोवर : विराट आनंद से साक्षात फ्यूचर समाचारकैलाश का नाम आते ही हिमालय पर्वत पर बैठे गंगाधर शिव की मूर्ति आंखों के सामने साकार होने लगती है। कहा...और पढ़ें