अस्तेय व्रत अर्थात चोरी न करना जीवन का सबसे महत्वपूर्ण व्रत है। इस व्रत का पालन मनुष्य कभी भी किसी भी क्षण से प्रारंभ कर सकता है। उसे इंद्रियों पर संयम रखते हुए विराट विरातेश्वर भगवान नारायण के समक्ष संकल्प लेना होगा की – हे परम... और पढ़ें
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