ब्रह्मा, दैव, मानव, पित्र्य, सौर, चन्द्र, नक्षत्र तथा बार्हस्पत्य- ये नौं मान होते है. इस लोक में इन नौं मानों में से पांच के ही द्वारा व्यवहार होता है. किन्तु उन नौं मानों का व्यवहार के अनुसार पृथक-प्रथक कार्य बताया जाएगा. ११०' स... और पढ़ें
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