आश्विन कृष्ण पक्ष प्रतिपदा से अमावस्या पर्यंत पितृ पक्ष में श्राद्ध, तर्पण, पंचमहायज्ञ आदि का विधान है। हिंदू धर्म ग्रंथों में श्राद्ध आदि का विवेचन अत्यंत विस्तार के साथ किया गया है। श्राद्ध की मूलभूत विवेचना यह है की प्रेत और पि... और पढ़ें
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