कालसर्प योग फ्यूचर समाचारज्योतिष शास्त्र में अनेक प्रकार के योगों का वर्णन है जो ग्रहों की विभिन्न स्थितियों से बनते है। और जातक के जीवन को अपने अनुरूप प्रभावित करते है। ऐसा ही एक योग है जिसका नाम है कालसर्प योग पिछले लगभग १५ वर्षों से यह योग विशेष चर्चा ... और पढ़ेंउपायदिसम्बर 2007व्यूस: 6879
मोटापे से निजात के लिए लाभकारी योगासन फ्यूचर समाचारकहा जाता है – पहला सुख निरोगी काया और दूसरा सुख जेब में माया। यानी की सब काम बाद में, पहले शरीर को स्वसत्य बनाए रखने पर ध्यान दें। दिनचर्या में जो भी करें, वह स्वास्थ्य को बढाने वाला हो। स्वास्थ्य को नजर अंदाज करके कोई काम न करें... और पढ़ेंस्वास्थ्यउपायदिसम्बर 2007व्यूस: 7828
कुछ उपयोगी टोटके फ्यूचर समाचारयदि किसी व्यक्ति को दिया हुआ धन वापस नहीं मं रहा हो तो उसका नाम लेकर मन ही मन धन प्राप्ति की कामना करते हुए गोमती चक्र को एकांत स्थान में एक हाथ गहरी भूमि खोदकर दबा दें। यह उपाय यदि श्रद्धा विश्वास से किया जाए तो धन वापस मिल जाता ... और पढ़ेंअन्य पराविद्याएंउपायदिसम्बर 2007व्यूस: 7817
काल सर्प योग कष्टकारक लेकिन ऐश्वर्यदायक योग फ्यूचर समाचारराहू और केतु को इस नभ मंडल के दो बिंदुओं की संज्ञा दी गई है। दूसरे शब्दों में राहू और केतु की धुरी पर ही संपूर्ण नभ मंडल भ्रमण कर रहा है। यदि जन्मांक में राहू और केतु को बिंदु मानकर राहू से केतु तक या फिर केतु से राहू तक एक सीधी र... और पढ़ेंअन्य पराविद्याएंउपायमार्च 2006व्यूस: 11882
संतान पक्ष को प्रभावित करता है काल सर्प योग फ्यूचर समाचारबारह प्रकार के काल सर्प योगों में पदम नामक काल सर्प योग कुंडली के पंचम भाव से संबंधित है। पंचम भाव संतान, शिक्षा पूर्वजन्म के कर्म आदि का भाव है। इस योग के कारण संतान सुख में रुकवाट आती है, शिक्षा में बाधा उत्पन्न होती है। और निरं... और पढ़ेंउपायमार्च 2006व्यूस: 6139
कालसर्प योग, राहू की महादशा, नागदोष से मुक्ति प्रदाता फ्यूचर समाचारतक्षक तीर्थ संपूर्ण सर्प जाति के स्वामी का स्थान होने के कारण काल सर्प योग, राहू की महादशा, नाग दोष से मुक्ति दायक तीर्थ कहलाता है। इस स्थान पर काल सर्प योग निवारण हेतु किए जाने वाले अनुष्ठान दोष निवारक होते है।... और पढ़ेंउपायमार्च 2006व्यूस: 7418
कालसर्प दोष निवारण के उपाय फ्यूचर समाचारकालसर्प दोष निवारण के अनेक उपाय है। इस योग की शान्ति विधि-विधान के साथ योग्य, विद्वान पुरोहित के परामर्श के अनुसार किसी कर्मकांडी ब्रह्माण से यथा योग्य समयानुसार करा लेने से दोष का निवारण हो जाता है। इस दुर्योग से पीडित जातक को का... और पढ़ेंउपायमार्च 2006व्यूस: 6647
ज्योतिष से ह्रदय रोग का ज्ञान फ्यूचर समाचारज्योतिष द्वारा जातक के शरीर में होने वाले किसी भी रोग की भविष्यवाणी समय रहते की जा सकती है। जहां कुंडली के प्रथम, तृतीय तथा अष्टम भाव व्यक्ति के जीवन तत्व को प्रदर्शित करते हैं वहीँ छठा भाव रोग रोग, बारहवां अस्पताल को तथा सातवां... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यउपायमार्च 2006व्यूस: 6185
योगकारक का फलप्राप्ति काल फ्यूचर समाचारलघु पाराशरी के योगाध्याय के श्लोक संख्या १४- १७ तथा २०-२१ इन छ: श्लोकों में योगकारक ग्रह का लक्षण एवं उदाहरण की विस्तार से विवेचना की गयी है। इस प्रसंग में यह स्वाभाविक प्रश्न है की योगकारक ग्रहों का फल कब और कैसे मिलेगा?... और पढ़ेंउपायमार्च 2006व्यूस: 7035
मूलांक, रोग ओर उपाय फ्यूचर समाचारमूलांक व्यक्ति के जीवन को बहुत प्रभावित करते है। आइए, जाने की विभिन्न मूलांक वालों को किन रोगो का आक्रमण हो सकते है। उनसे बचाव के क्या उपाय है। मूलांक १ वाले व्यक्तियों को ह्रदयघात, ह्रदय रोग, सिरदर्द, संबंधी रोग, नेत्र रोग, बुढाप... और पढ़ेंउपायअप्रैल 2006व्यूस: 9012
ऋण से मुक्ति कैसे पाएं फ्यूचर समाचारइस संसार में प्रत्येक मनुष्य ऋण अनुबंधन में बंधा हुआ है। तथा विभिन्न प्रकार से ऋण चुकाता भी है। और वसूलता भी है। विभिन्न संबंधी जैसे माता-पिटा, भाई-बहन, पति-पत्नी, पुत्र-पुत्री दामाद, बहु तथा इनसे बनने वाले अनेक रिश्ते ऋणअनुबंधन क... और पढ़ेंउपायअप्रैल 2006व्यूस: 15654
कुंडली मिलान : सफल गृहस्थ जीवन की कुंजी फ्यूचर समाचारअष्टकूट सूत्र मने वर-वधू के आपसी गुणधर्मों को आठ भागों में बांटा गया है। यह आठ गुण जन्म राशि एवं नक्षत्र पर आधारित है। वर-वधू की कुंडली में जन्म समय चंद्र जिस राशि एवं नक्षत्र में रहता है उन्हें व्यक्ति की व्यक्तिगत राशि एवं नक्षत... और पढ़ेंउपायअप्रैल 2006व्यूस: 22237