योगासनों में सिरमौर है शीर्षासन फ्यूचर समाचारयह विचार एकदम गलत है की सर नीचे टीकाकार उलटा खड़े होने वाले आसान को ही शीर्षासन कहते है। योगासनों में सबसे महत्वपूर्ण आसन होने के कारण ही इसका नाम शीर्षासन रखा गया है। शीर्ष शब्द का अर्थ होता है। श्रेष्ठ और उंचा यानी उच्च श्रेणी का... और पढ़ेंउपायस्वास्थ्यअकतूबर 2007व्यूस: 18423
समृद्धिदायक मालाएं एवं गणपति फ्यूचर समाचारवैजयंती माला के बीजों से निर्मित की जाती है। इस माला का प्राचीनकाल से विशेष महत्त्व रहा है, स्वयं भगवान विष्णु भी इस माला को धारण करते है। इसकों धारण करने से नई शक्ति तथा आत्म विश्वास में वृद्धि होती है। मानसिक शांति प्राप्त होती ... और पढ़ेंउपायदेवी और देवअकतूबर 2007व्यूस: 10279
कुछ उपयोगी टोटके फ्यूचर समाचारकिसी ही कार्य विशेष की सिद्धि केलिए या इंटरव्यू में सफलता पाने क लिए यह उपाय यदि श्रद्धापूर्वक किया जाए तो पक्ष में परिणाम निश्चित है। काम के लिए बाहर जाते समय भगवान का निर्माल्य का फूल हाथ में लें और गजानना गजानना का मूंगे या रुद... और पढ़ेंउपायअन्य पराविद्याएंअकतूबर 2007व्यूस: 14924
दीपावली पर रिझाएं लक्ष्मी जी को फ्यूचर समाचारधन की आय, नित्य निरोग रहना, स्त्री का अनुकूल तथा प्रियवादिनी होना। पुत्र का आज्ञा में रहना तहा धन पैदा करने वाली विद्या का ज्ञान – ये छ: बातें इस मनुष्य लोक में सुखदायिनी होती है। लक्ष्मी जी ध, ऋद्धि-सिद्धि तथा ऐश्वर्ययिनी हैं। उन... और पढ़ेंउपायघटनाएँअध्यात्म, धर्म आदिअन्य पराविद्याएंनवेम्बर 2007व्यूस: 9051
लक्ष्मी सिद्धि के सूत्र एम. एल. अग्रवाललक्ष्मी चंचला हिया, एक घर में टिक कर नहीं बैठती। आज जो करोडपति है एक झोंके में दिवालिया बन जाता है, निर्धन लक्ष्मीवान बन जाता है। यह सब लक्ष्मी की चंचल प्रवृति के कारण ही है। जीवन में लक्ष्मी की अनिवार्यता है, धनी होना मानव जीवन क... और पढ़ेंउपायदेवी और देवसंपत्तियंत्रमंत्रनवेम्बर 2007व्यूस: 45997
गृह कलह निवारण के अनुभूत उपाय प्रवीन जोशीगृह कलह की कोई न कोई वजह जरुर होती है जिसे पति – पत्नी के तनाव का मुख्य कारण उनके घरवालों को लेकर उत्पन्न कलह होती है। कलह के कारण कई बार तो दाम्पत्य जीवन में तनाव इतना बढ़ जाता है की तलाक तक की नौबत आ जाती है।... और पढ़ेंज्योतिषउपायटोटकेजुलाई 2006व्यूस: 117390
मंत्र-शास्त्र : विश्लेषण, सिद्धि एवं उपासना फ्यूचर समाचारकिसी भी देवता के नाम अक्षरों के पहले “ ऊं “ और पीछे नम: लगा देने से उस देवता का मंत्र बन जाता है। जैसे - ऊं गणपतये नम:, ऊं नम: शिवाय, ऊं विष्णवे नम: इत्यादि। गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरितमानस में विस्तारपूर्वक बताया है कि मंत्र ... और पढ़ेंउपायअध्यात्म, धर्म आदिअन्य पराविद्याएंनवेम्बर 2007व्यूस: 22001
जरुरी है तन मन का संतुलन फ्यूचर समाचारहम अपने शरीर के आवश्यकता से अधिक बढ़ते भार को लेकर चिंतित रहते है, और यह स्वाभाविक भी है। किन्तु यदि हम तन मन को भी संतुलित रख सकते है। हमारा शरीर शारीरिक तंत्र का एक चमत्कार है। आयुर्वेद में कम आहार लेने कि आवधारणा आदि काल से ही र... और पढ़ेंउपायनवेम्बर 2007व्यूस: 9887
मां को प्रसन्न करने हेतु सरल सूत्र रंजू नारंगजगतजननी, शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा की उपासना एक ऐसा मार्ग है जिस पर चलकर मनुष्य सभी सुखों का उपभोग व अपने कर्तव्य का पालन करके मोक्ष प्राप्त करता है। प्रस्तुत है उनकी पूजा अर्चना के हेतु कुछ सरल सूत्र... और पढ़ेंउपायदेवी और देवमंत्रअकतूबर 2010व्यूस: 19564
सुख शांति हेतु कुछ घरेलू उपाय फ्यूचर समाचारयदि दवाई काम न करती हो: आप यदि किसी रोग से पीड़ित हो और आपको दवाई या इलाज से फायदा न हो रहा हो तो दिवाली का दिया लें, उसमें सरसों के तेल का दीपक जलाएं और हनुमान जी का ध्यान कर ११ बार सिर से पैर तक जलते दिए का उतरा करें।... और पढ़ेंउपायनवेम्बर 2007व्यूस: 27680
दीपावली पर किए जाने वाले अदभूत टोटके फ्यूचर समाचारआपका व्यवसाय यदि कम हो गया हो या किसी ने उसे बांध दिया हो, तो दीपावली से पूर्व धनतेरस के दिन पूजा स्थल पर लाल वस्त्र विछाकर उस पर धनदा यंत्र” को स्थापित करें और धूप, दीप, दिखाएँ, नैवेद्ध अर्पित करें। यह क्रिया करते समय मन ही मन श्... और पढ़ेंउपायनवेम्बर 2007व्यूस: 10655
वास्तु दोष से मुक्ति के सरल उपाय फ्यूचर समाचारभातीय वास्तुशास्त्र पूर्ण रूप से पांच तत्वों पर आधारित है- वायु, अग्नि, पृथ्वी, आकाश एवं जल। इन्हीं पांच तत्वों से मानव शरीर का भी निर्माण होता है। इनमें से किसी भी एक तत्व की कमी होने पर मृत्यु हो सकती है। इसी प्रकार भवन निर्माण ... और पढ़ेंवास्तुउपायदिसम्बर 2007व्यूस: 36875