भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ऋषि पंचमी का व्रत किया जाता है। यह व्रत प्रात: काल, मध्याह्न काल, सायंकाल, रात्रि कालादि समय में किए गए ज्ञात–अज्ञात पापों के शमन के लिए किया जाता है। अत: स्त्री-पुरुष दोनों को ही इस व्रत... और पढ़ें
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