विश्व की प्रत्येक मानव सभ्यता ने रत्नों के अदभूत प्रभाव को स्वीकारा है। रत्नों की उत्पति दैत्यराज बली से मानी जाती है। बली के रुधिर से सूर्य रत्न माणिक्य, मनस्तत्व से चंद्र रत्न मोती, समुद्र में गिरे हुए रक्त से मंगल का प्रवाल, पि... और पढ़ें
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