निराकार ब्रह्मा जब साकार रूप धारण करता है, जब वह धारण करता है, तो शिव कहलाता है। और उसकी शक्ति मान भगवती ही मूल आदि शक्ति के नाम से विख्यात है। जीव कई पाशों में बंधा है। वह आत्मा –परमात्मा के दर्शन की चाह रखता है।... और पढ़ें
देवी और देवअन्य पराविद्याएं