अलबर्ट आइंस्टाईन यशकरन शर्मामनुष्य के पास अगर विलक्षण बौद्धिक क्षमता है तो वह आश्चर्यजनक कार्य कर सकता है। बुद्धिजीवी वर्ग में अलबर्ट आइंस्टाईन का नाम सम्मान के साथ लिया जाता है।... moreज्योतिषप्रसिद्ध लोगज्योतिषीय विश्लेषणज्योतिषीय योगदशाकुंडली व्याख्याभविष्यवाणी तकनीकसफलतागोचरजुलाई 2010Views: 6014
ज्योतिष और विदेश यात्रा पृथ्वीराज बोसआजकल ज्योतिषियों के पास आने वाले लोगों के द्वारा पूछे जाने वाले प्रश्नों में एक प्रमुख प्रश्न, उनकी विदेश यात्रा के विषय मे होता है। उनमें यह जानने की उत्सुकता होती है कि क्या वे कार्य, शिक्षा, व्यापार आदि के लिए विदेश जा ... moreज्योतिषज्योतिषीय योगदशाकुंडली व्याख्याभविष्यवाणी तकनीकगोचरयात्राअकतूबर 2004Views: 7115
कालसर्प योग की सार्थकता डॉ. अरुण बंसलकालसर्प योग राहु और केतु की धुरी के एक और सभी ग्रहों के आ जाने से बनता हैं। यदि राहु के मुख में सभी ग्रह आ रहे हैं। तो उसे उदित योग की संज्ञा दी गई हैं। और यदि दूसरी और हो तो अनुदित योग कहा जाता हैं।... moreज्योतिषज्योतिषीय योगआकाशीय गणितमार्च 2013Views: 7767
शनि मंगल व गुरु राहु युति डॉ. अरुण बंसलशनि और मंगल की युति शनिवार दिनांक 20/02/16 शाम को 6 बजकर 42 मिनट पर वृश्चिक राशि में हुई। मंगल के वृश्चिक राशि में आने पर शनि और मंगल के बीच द्वंद्व योग का निर्माण हो रहा है। यह योग 18/09/16 को प्रातः 07 बजकर 44 मिनट तक रहेगा। इस... moreज्योतिषज्योतिषीय विश्लेषणदशामेदनीय ज्योतिषभविष्यवाणी तकनीकगोचरमई 2016Views: 12996
हौसलों की ऊंची उड़ान आभा बंसलकिस्मत किसको कब क्या देगी-फर्श से अर्श पर ले जाएगी या राजा से रंक बनाएगी ये कोई नहीं जानता। जीरो से हीरो बनने के सितारे विरले ही कुंडलियों में फलीभूत होते हैं और ऐसा ही चमत्कार हमें मोदी सरकार की मानव संसाधान विकास मंत... moreज्योतिषकुंडली व्याख्याभविष्यवाणी तकनीकगोचरजुलाई 2014Views: 7793
शादी बचपन में या 55 में अंजना अग्रवालज्योतिषीय विधान में विवाह कार्य की सिद्धि हेतु जन्म कुण्डली के सप्तम भाव तथा कारक ग्रह को देखा जाता है। लेकिन कुंडली में द्वितीय तथा एकादष भाव भी विवाह में महत्वपूर्ण होते हैं। जन्म कुंडली का सप्तम भाव जीवनसाथी तथा साझेदारी का होत... moreज्योतिषविवाहमार्च 2014Views: 7667
रियल एस्टेट में लाभ या हानि भारती आनंदहाथ की रेखाओं द्वारा रियल एस्टेट में पैसा इन्वेस्ट करने से पहले अनुकूल हाथ की रेखाओं के बारे में इस लेख द्वारा जाना जा सकता है। यदि उस हिसाब से आपकी रेखाएं ठीक है तो आप उससे लाभ उठाइए। पहले जानिए, ऐसी रेखाओं के बारे में।... moreज्योतिषहस्तरेखा शास्रभविष्यवाणी तकनीकमार्च 2011Views: 7298
जुड़वां बच्चे फ्यूचर पाॅइन्टप्रश्न: दो जुड़वां बच्चे या एक ही समय पर एक ही जगह पर दो बच्चों का जन्म हो तो क्या उनका भविष्य व जीवन समान होगा? इसके पक्ष या विपक्ष में अपने विचार कारण सहित दें तथा अपने उत्तर को संतुष्ट करें।... moreज्योतिषकृष्णामूर्ति ज्योतिषभविष्यवाणी तकनीकमई 2014Views: 7830
शुभफल कारक राहु नीरज शर्माअपनी जन्मकुंडली में स्थित राहु को लेकर जहां हम शंकाओं और भय से व्याप्त रहते हैं वहीं कुछ ऐसी स्थिति भी होती है जिनमें राहु हमारे लिये शुभ फल देने वाला बन जाता है क्योंकि राहु तो अपनी स्थिति के अनुसार ही फल करता है। राह... moreज्योतिषग्रहजुलाई 2014Views: 7838
ज्योतिष एवं आयुर्वेद अविनाश सिंहज्योतिष शास्त्र एवं आयुर्वेद दोनों वेदों के अंग हैं जहां आयुर्वेद रोग का उपचार करने में सक्षम है वहीं ज्योतिष शास्त्र मानव शरीर में होने वाले रोगों की पूर्व जानकारी देने में सक्षम है। यदि रोग के कारणों की सही जानकारी हो, तो उपचा... moreज्योतिषस्वास्थ्यज्योतिषीय विश्लेषणविविधभविष्यवाणी तकनीकफ़रवरी 2015Views: 8115
अच्छी शिक्षा प्राप्ति एवं विद्या बाधा निवारक उपाय राजेंद्र शर्मा ‘राजेश्वर’आधुनिक युग में अच्छी शिक्षा के महत्व एवं अनिवार्यता से कोई भी अनभिज्ञ नहीं है। शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। वर्तमान समय में न केवल पारिवारिक उत्तरदायित्वों का वहन करने के लिए वरन् राजकीय सेवाओं, उद्योगों, व्यवसायों, घरेलू उद्यम... moreज्योतिषउपायज्योतिषीय विश्लेषणशिक्षाभविष्यवाणी तकनीकफ़रवरी 2016Views: 10418
वंध्यत्व का निवारण ज्योतिष शास्त्र के आधार पर पूरुषोत्तम बेहरेज्योतिषशास्त्र के द्वारा पति और पत्नी दोनों का ग्रहमान, ग्रहदशा तथा अन्य काल निर्णय पद्धति का इस्तेमाल करके उन्हें सही साल, सही दिन मतलब सुमुहूर्त सुझाया जाता है।... moreज्योतिषउपायज्योतिषीय योगबाल-बच्चेकुंडली व्याख्याघरग्रहभविष्यवाणी तकनीकजनवरी 2012Views: 7433