नेल्सन मंडेला शरद त्रिपाठीदक्षिण अफ्रिका में रंग भेद आंदोलन के दिग्गज नेता रहे हैं नेल्सन मंडेला। किन ज्योतिषीय योगों से वे सफलता के उच्च षिखर तक पहुंचे इसका संपूर्ण ज्योतिषीय विष्लेषण इस लेख में किया गया है।... moreज्योतिषप्रसिद्ध लोगज्योतिषीय विश्लेषणज्योतिषीय योगदशाकुंडली व्याख्याभविष्यवाणी तकनीकसफलतामार्च 2011Views: 7992
संहिता ज्योतिष में भूकम्प-मीमांसा राजीव रंजन‘सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद्दुःखभाग्भवेत्।।’’ वैदिक संस्कृति सर्वदा से ही लोक कल्याण तथा आत्मकल्याण दोनों को ही समान रूप से महत्व देती रही है। वैदिक ऋचाओं में जहां ऋषिगण आत्मकल्याण के... moreज्योतिषमेदनीय ज्योतिषभविष्यवाणी तकनीकजनवरी 2014Views: 7478
कुंडली के विभिन्न भावों में अजय भाम्बीप्रथम भाव में राहु व्यक्ति को दूसरों के भीतर झांककर उनकी सही पहचान पाने की दृष्टि देता है। वह कष्टदायक, आलसी, बुद्धिहीन, स्वार्थी, अधार्मिक, बातूनी, साहसी तथा विपरीत लिंग वालों से लाभ प्राप्त करने वाला होता है। वैवाहिक सुख से वंचि... moreज्योतिषज्योतिषीय योगग्रहमार्च 2014Views: 7669
कॉल सेंटर में नौकरी एम. सी. गर्गआज के इस आर्थिक युग में लोगों में सुविधापरस्ती दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। वे कम से कम समय में हर सुविधा हासिल कर लेना चाहते हैं। ऐसे में धनार्जन के प्रति उनकी ललक स्वाभाविक है। यही कारण है कि आज का युवा वर्ग कॉल सेंटर के क्षेत्र मे... moreज्योतिषज्योतिषीय योगकुंडली व्याख्याघरग्रहभविष्यवाणी तकनीकव्यवसायअप्रैल 2010Views: 6855
वास्तु सीखें प्रमोद कुमार सिन्हाभवन में पूजा कक्ष, सीढ़ी, किस दिशा में होनी चाहिए जिससे कि सकरात्मक ऊर्जा प्राप्त हो सकें एवं सुख समृद्धि की प्राप्ति हो सके आइए जानें वास्तु शास्त्री प्रमोद कुमार सिन्हा जी से... moreज्योतिषटैरोवास्तु परामर्शवास्तु दोष निवारणवास्तु के सुझावजून 2011Views: 7648
शनि कहां शुभ कहां अशुभ नीरज शर्माआज ज्योतिष जगत में किसी अन्य विषय पर शायद ही इतनी चर्चा होती हो जितनी शनि को लेकर होती है। जहां एक ओर साढ़ेसाती को लेकर लोग भय से व्याप्त होते हैं तो दूसरी ओर शनि को श्रद्धा से पूजते हैं ज्योतिष में शनि की बहुत बड़ी महत्वपूर्ण भू... moreज्योतिषग्रहभविष्यवाणी तकनीकअकतूबर 2014Views: 7993
शनि आभा बंसलशनि के जन्म के विषय में एक रोचक कथा है। उनका जन्म पिता सूर्य व माता छाया से हुआ था। सूर्य का विवाह सुवर्णा नामक एक अतिरूपवती कन्या से हुआ। कथा के अनुसार सूर्य अपनी पत्नी को बहुत चाहते थे तथा कभी भी उससे दूर नहीं रहना चाहते थे। किन... moreज्योतिषदिसम्बर 2013Views: 5031
शिक्षा पर शनि का प्रभाव डॉ. अरुण बंसलशनि जातक को शिक्षा प्रदान करने के लिए एक मुख्य ग्रह है। इसके शुभ भाव या लग्न पर प्रभाव होने से जातक अच्छी शिक्षा ग्रहण करता है। इसका गोचर भी शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।... moreज्योतिषउपायज्योतिषीय विश्लेषणशिक्षाभविष्यवाणी तकनीकजनवरी 2016Views: 6145
अनुभूत टोटके व उपाय डॉ. अरुण बंसलसरल उपाय ही टोटके कहलाते हैं। इन उपायों में घर में उपलब्ध वस्तुओं का ही उपयोग किया जाता है।... moreज्योतिषफ़रवरी 2015Views: 1390
ऊँ हनुमते नमः डॉ. अरुण बंसलपंचांगों के अनुसार चैत्र पूर्णिमा को चित्रा नक्षत्र में हनुमान जयंती मनाई जाती है। लेकिन गीता प्रेस के श्री हनुमान... moreज्योतिषआगस्त 2005Views: 773
श्री कृष्ण जीवन लीला आभा बंसलश्री कृष्ण का जन्म मथुरा में, भाद्र कृष्ण अष्टमी की मध्य राशि को, रोहिणी में, २१ जुलाई ३२२८ ई. पू. को हुआ. कृष्ण-देवकी की यह ८ वीं संतान थे. जन्म के समय कारागार स्वयं खुल गये कंस से रक्षा के लिए उनके पिता वासुदेव उन्हें, एक टोकरी ... moreज्योतिषसितम्बर 2004Views: 3486
श्री कृष्ण के जन्म एवं मोक्षकाल की गणना आभा बंसलश्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर गुजरात के प्रभास पाटन क्षेत्र में स्थित सोमनाथ मंदिर में त्रिदिवसीय कार्यक्रम हुआ.इसमें कृष्ण देवन महाभारत को,केवल काल्पनिक कथा न बताते हुए, इतिहास का एक सच्चा पृष्ठ साबित किया गया.... moreज्योतिषअकतूबर 2004Views: 3099