साईं स्वयं भिक्षाटन करते
थे और भक्तों से दक्षिणा
भी स्वीकार करते थे, उन्होंने ही
अपने भक्तों को भौतिक प्रगति और
आध्यात्मिक उन्नति का आश्वासन
दिया। साईं भिक्षाटन में जो कुछ
भक्ष्य, भोज्य, लेह्य और चोख्य पदार्थ
लाते थे उसे अप... और पढ़ें
देवी और देवविविध