दीपावली महापर्व ज्योतिष के आइने में बाबुलाल शास्त्रीपूर्ण आभामय स्वरूप में सोलह श्रृंगार किये जब पृथ्वी पर महालक्ष्मी का पदार्पण होता है तब यह रात्रि साक्षात महारात्रि बन जाती है जो दीपावली की रात्रि कहलाती है।... और पढ़ेंज्योतिषअन्य पराविद्याएंअध्यात्म, धर्म आदिज्योतिषीय विश्लेषणवशीकरणपर्व/व्रतनवेम्बर 2010व्यूस: 3287
वर्षकुंडली : फल विवेचन फ्यूचर समाचारभारतीय ज्योतिष में फल कथन करने की कई प्रकार की पद्वतियां हैं जिनमें एक पद्वति वर्ष कुंडली से एक वर्ष का फल कथन करने की है। इस पद्वति को ताजिक भी कहते है। सभी पद्वतियों का लक्ष्य फल कथन करना ही है। जहां जन्म कुंडली जातक के जीवन भर ... और पढ़ेंज्योतिषअन्य पराविद्याएंउपायजनवरी 2007व्यूस: 20057
शेयर बाजार से धनवान कैसे बनें दिनेश बी देशाईआधुनिक युग में अर्थ का महत्व बढ़ गया है। आज हर व्यक्ति कम समय में ज्यादा धन कमाने की इच्छा रखता है। शेयर बाजार में पूंजी निवेश से अधिक धन कमाने का मौका मिलता है। लिस्टेड कंपनियों में उतारा-चढ़ाव आने से तुरंत मुनाफे या नुकसान की स्थि... और पढ़ेंज्योतिषज्योतिषीय विश्लेषणमेदनीय ज्योतिषजनवरी 2007व्यूस: 19532
ग्रह स्थिति एवं व्यापार जगदम्बा प्रसाद गौडगोचर ग्रह परिवर्तन : इस मास ग्रहों का राशि परिवर्तन इस प्रकार होगा। सूर्य १४ जनवरी को शाम के ६ बजकर ६ मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेगा। मंगल ८ जनवरी की रात को ८ बजाकर १० मिनट पर धनु राशि में प्रवेश करेगा।... और पढ़ेंज्योतिषअन्य पराविद्याएंमेदनीय ज्योतिषजनवरी 2007व्यूस: 9844
कारोबार में गिरावट क्यों आई फ्यूचर समाचारतीन महीने पहले हिमाचल प्रदेश के उना शहर में श्री जिंदल जी के घर का पं। गोपाल शर्मा जी के द्वारा वास्तु निरिक्षण किया गया। श्रीं जिंदल जी ने बताया की जब से इस मकान में रहना शुरू किया है तब से कर्ज के बोझ से दबे हुए है। कारोबार में ... और पढ़ेंज्योतिषअन्य पराविद्याएंजनवरी 2007व्यूस: 6704
आपकी कुंडली में छिपा है पूर्वजन्म का रहस्य फ्यूचर समाचारजीवात्मा का एक देह से दूसरी देह में जन्म लेना वैसा ही है, जैसे मनुष्य पुराने वस्त्र त्याग कर दूसरे नए वस्त्र धारण करता है। इसी प्रकार जीवात्मा भी नया शरीर धारण करती है। शरीर का नाश होता है। आत्मा का नहीं। पुराणों के अनुसार... और पढ़ेंज्योतिषअन्य पराविद्याएंसितम्बर 2011व्यूस: 53679
पुनर्जन्म का रहस्य जब यमराज ने बताया फ्यूचर समाचारजीवन के पारलौकिक जीवन को निर्धारित करने वाले यमराज जब स्वयं जीवन, मृत्यु, आत्मा के पुनरागमन, पूर्वजन्म एवं पुनर्जन्म आदि के बारे में बताएं तो इस सम्बन्ध में इससे अधिक प्रामाणिक विवरण और क्या होगा । एक बार महर्षि... और पढ़ेंज्योतिषदेवी और देवअन्य पराविद्याएंसितम्बर 2011व्यूस: 25128
जन्म पत्रिका में लेखक-कवि योग फ्यूचर समाचारएक सफल एवं प्रतिष्ठित लेखक या कवि बनाने के लिए जन्म पत्रिका में निम्नांकित कुछ ग्रह-योगों का होना अति आवश्यक हैं-ज्योतिष में मुख्यत: बुध ग्रह तथा तृतीय भाव को लेखन, पत्रिकारिता, पुस्तक संपादन इत्यादि का कारक माना गया है। इसके अतिर... और पढ़ेंज्योतिषसितम्बर 2011व्यूस: 12303
इंजिनियर बनने के ग्रह योग फ्यूचर समाचारयदि किसी जातक की कुंडलइ में इंजिनियर बनने के दो या दो से अधिक अच्छे योग हों तो जातक इंजीनियरिंग की शिक्षा प्राप्त कर तकनीकी क्षेत्र में कैरियर प्राप्त करता है। ज्योतिष में इंजीनियर बनाने के निम्नलिखित योग पाए जाते है।... और पढ़ेंज्योतिषसितम्बर 2011व्यूस: 10609
आध्यात्मिक वस्तुओं का माहात्म्य डॉ. अरुण बंसलसनातन धर्म में मूर्ति पूजा का विधान है। इस संसार को बनाने वाली सत्ता मूर्ति रूप लेकर किसी न किसी वेश में अपने भक्तों के सामने प्रकट होती है इसी के उदाहरण है षोडश कलायुक्त भगवान श्रीकृष्ण एवं मर्यादा पुरुषोतम राम। यह आवश्यक नहीं की... और पढ़ेंज्योतिषउपायअध्यात्म, धर्म आदिसुखविविधफ़रवरी 2007व्यूस: 8370
नजला – जुकाम : आम, मगर परेशान करने वाला रोग अविनाश सिंहनजला-जुकाम शीत के कारण होने वाला एक ऐसा रोग है, जिसमें से पानी बहने लगता है। मामूली-सा दिखने वाला यह रोग, कफ की अधिकता के कारण अधिक कष्टदायक हो जाता है। यों तो ऋतु आदि के प्रभाव से दोष संचय काल में संचित हो कर अपने प्रकोप... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यज्योतिषीय विश्लेषणभविष्यवाणी तकनीकसितम्बर 2011व्यूस: 225056
महत्वाकांक्षा की बलिवेदी पर मोनिका बेदी आभा बंसलपिछले वर्ष मोनिका बेदी का नाम काफी चर्चित रहा। फिल्मों के अतिरिक्त अंडरवर्ल्ड से जुड़े उसके ताल्लुकात की खबरें समाचार पत्रों और अन्य समाचार माध्यमों में सुर्ख़ियों में रही। उसने वह कुछ किया जिसकी नहीं कर सकते थे। यहां प्रस्तुत हैं... और पढ़ेंज्योतिषघटनाएँज्योतिषीय योगयशकुंडली व्याख्याफ़रवरी 2007व्यूस: 8913