वास्तु एवं ज्योतिष जय इंदर मलिकवास्तु का ज्योतिष से संबंध बहुत गहरा और अटूट हैं। दोनों एक-दूसरे के पूरक शास्त्र हैं। ज्योतिष,एक वेदांग है तो वास्तु उपवेद हैं। अर्थात वास्तु, वैदिक ज्योतिष का ही एक मुख्य भाग हैं।... और पढ़ेंज्योतिषवास्तुफ़रवरी 2013व्यूस: 12416
जन्म दिनांक से जानें वास्तु दोष फ्यूचर पाॅइन्टवास्तु दोष आपके घर में है या नहीं, इसका पता आप अपने जन्म दिनांक से प्राप्त कर सकते हैं। जन्म दिनांक से वास्तु दोष जानने की सरल विधि जानिए इस लेख द्वारा -... और पढ़ेंवास्तुवास्तु परामर्शवास्तु दोष निवारणजुलाई 2011व्यूस: 8452
वास्तु दोष समाधान अंजली गिरधरअपने घर को सजाने-सँवारने की इच्छा में हम अपनी पसन्द का चित्र खरीदकर घर में कहीं भी लगा देते हैं जो अनुचित है। वास्तु के ग्रन्थ ‘विश्वकर्मा प्रकाश’, ‘शिल्प संग्रह’, ‘विश्वकर्मीय शिल्प’, ‘राजबल्लभ वृहद वास्तु माला’ आदि ग्रन्थों में ... और पढ़ेंवास्तुभविष्यवाणी तकनीकवास्तु परामर्शवास्तु दोष निवारणवास्तु पुरुष एवं दिशाएंवास्तु के सुझावदिसम्बर 2014व्यूस: 9989
दक्षिण की ओर सावधानी से बढें (बड़ी दुकान हमेशा अच्छी नहीं होती) गोपाल शर्मादक्षिण पश्चिम (15) की ओर की दुकान खरीदने की सलाह दी गई और कहा गया कि यह दुकानें कुछ ज्यादा रेट पर भी मिल रही हों तो खरीद लेनी चाहिए। पूर्व की ओर उनकी दो दुकानें थीं जिसकी ऐन्ट्री बाहर की ओर से थी।... और पढ़ेंवास्तुवास्तु परामर्शवास्तु दोष निवारणवास्तु पुरुष एवं दिशाएंवास्तु के सुझावसितम्बर 2010व्यूस: 9246
वास्तु शास्त्र के मूलभूत शास्त्रीय सिद्धांत विनोद कुमार शर्मावास्तु के कुछ मूलभूत वैज्ञानिक सिद्धांत हैं। इन सिद्धांतों के आधार पर ही कोई निर्माण कार्य किया जाना चाहिए - चाहे वह किसी भवन का निर्माण हो, किसी प्रासाद का निर्माण हो या फिर किसी पुर का निर्माण हो। इनके प्रतिकूल निर्माण कार्य करन... और पढ़ेंवास्तुटैरोअकतूबर 2007व्यूस: 12301
वास्तु शास्त्र का महत्व एवं उपयोगिता जयप्रकाश शर्मा (लाल धागे वाले)प्रकृति की अनंत शक्तियां इस ब्रह्मांड में सृष्टि, विकास और प्रलय की प्रक्रिया को संचालित करती रहती है। इस दृष्टि से पंच महाभूत किस प्रकार प्रकृति की अनंत शक्तियों को नियंत्रित करते हैं, आइए, जानें वास्तु शास्त्र का महत्व और उपयोगि... और पढ़ेंवास्तुवास्तु परामर्शवास्तु दोष निवारणवास्तु पुरुष एवं दिशाएंवास्तु के सुझावफ़रवरी 2011व्यूस: 9454
वास्तु में दिशा ज्ञान प्रमोद कुमार सिन्हाप्र.: भवन में पूर्व दिशा का क्या महत्व है ? उ.: वास्तु शास्त्र का मुख्य आधार ज्योतिष शास्त्र है। जिस प्रकार ग्रहों के अनुकूल और प्रतिकूल प्रभाव मानव जीवन पर पड़ते हंै उसी प्रकार ग्रह अपने शुभ और अशुभ प्रभाव से वास्तु की दिशाओं को प... और पढ़ेंवास्तुभविष्यवाणी तकनीकवास्तु परामर्शवास्तु दोष निवारणवास्तु पुरुष एवं दिशाएंवास्तु के सुझावअप्रैल 2015व्यूस: 8012
वास्तु से संवारे अपना कैरियर कुलदीप सलूजाआजकल की तेज तर्रार जिंदगी में प्रत्येक माता-पिता अपने बच्चों के कैरियर के प्रति इतने सजग हो गए हैं कि, जैसे ही उनका लड़का या लड़की 10 वीं पास करते हैं वह उसके कैरियर के लिए ऐसी राहें तलाद्गाने लगते हैं कि, जिससे की उनके बच्चे को अच्... और पढ़ेंस्वास्थ्यवास्तुसुखगृह वास्तुव्यवसायिक सुधारव्यवसायसंपत्तिअप्रैल 2010व्यूस: 8382
विवादित वास्तु जय इंदर मलिकघर अथवा व्यावसायिक प्रतिष्ठान का दक्षिण -पश्चिम भाग यदि नीचा अथवा दबा हुआ हो तो यह किस प्रकार की परेशानियां पैदा कर सकता है। इन परेशानियों से बिना तोड़-फोड़ किये कैसे निजत पायी जा सकती हैं।... और पढ़ेंउपायवास्तुभवनगृह वास्तुव्यवसायिक सुधारवास्तु के सुझावअप्रैल 2013व्यूस: 9001
राहु-केतु फैलाते है रेडिएशन सुनील जोशी जुन्नकरहोरा शास्त्र में राहु केतु की युति जातक के जीवन में जिस प्रकार अनेक विकट स्थितियों को पैदा करती है उसी प्रकार मेदिनी संहिता के अनुसार इसकी परिधि में आने वाले देश भी ज्योतिषीय तथ्यों के आधार पर उद्घोष कर रहे हैं कि सूर्य से इन दोनो... और पढ़ेंउपायवास्तुगृह वास्तुव्यवसायिक सुधारअप्रैल 2011व्यूस: 8628
वास्तु और पर्यावरण पं. जय प्रकाश शर्मावृक्षों और पौधों को वास्तु में उचित महत्व देने से हमें प्रकृति के साथ रहने का आनंद प्राप्त होता है। प्रत्येक व्यक्ति को अपनी राशि व नक्षत्र के अनुसार वृक्षारोपण करना चाहिए। प्रस्तुत है नक्षत्र राशि व ग्रह और वृक्षों से संबंधित जान... और पढ़ेंउपायवास्तुगृह वास्तुवास्तु के सुझावजून 2010व्यूस: 9080
वास्तु एवं कृषि फार्म विनोद कुमारवास्तुशास्त्र के नियमानुसार कृषि योग्य भूमि के दक्षिण पश्चिम में भारी ऊंची वनस्पति, दक्षिण पूर्व में छोटी वनस्पति एवं उŸार पूर्व में सबसे छोटी वनस्पति लगानी चाहिए। बांस, बेंत, जलने वाली वनस्पति दक्षिण पूर्व में व केले, धान जलीय भ... और पढ़ेंवास्तुअकतूबर 2010व्यूस: 9808