लाल किताब, शनि एवं वास्तु विचार फ्यूचर समाचारकिसी भी भवन पर ग्रहों का भी शुभाशुभ प्रभाव अवश्य पड़ता है। लाल किताब के अनुसार वास्तु संबंधी दोषों के निवारण के बारे में इस लेख में उल्लेख है।... और पढ़ेंवास्तुदिसम्बर 2011व्यूस: 6446
रेकी चिकित्सा में स्फटिक बॉल (गेंद) की प्रयोग विधि फ्यूचर समाचारस्फटिक बॉल को प्रयोग हेतु चुनने एवं जागृत, सक्रिय करने हेतु रेकी मास्टरों द्वारा कुछ क्रियाएं की जाती हैं जिनका विवरण इस प्रकार है-... और पढ़ेंवास्तुफ़रवरी 2012व्यूस: 6184
रेकी चिकित्सा फ्यूचर समाचारयह चिकित्सा पद्धति (रेकी) भारत की देन हैं। इस पद्धति का उपयोग गौतम बुद्ध, सांई बाबा व अन्य ऋषि मुनियों ने लोगों के रोगों को दूर करने के लिये किया।... और पढ़ेंस्वास्थ्यवास्तुदिसम्बर 2011व्यूस: 5585
चंद्र कुंडली - लाल किताब फ्यूचर समाचारलाल किताब पद्धति में चंद्र कुंडली का अपना एक अलग महत्व है। इसमें चंद्र कुंडली द्वारा पत्नी और महादशा के बारे में जाना जाता है।... और पढ़ेंवास्तुजनवरी 2012व्यूस: 10108
वास्तु ज्योतिष में रंग-चिकित्सा फ्यूचर समाचारवास्तु ज्योतिष में ग्रहों तथा विभिन्न रंगों के तारतम्य को जोड़ने पर बलदिया गया है क्योंकि इनमें हुआ असंतुलन ही बीमारियों का मूल कारण है।... और पढ़ेंस्वास्थ्यउपायवास्तुफ़रवरी 2012व्यूस: 5316
शनि तुला प्रवेश राशिफल विचार फ्यूचर समाचारसूर्य पुत्र शनि का 15 नवंबर 2011 को तुला राशि में प्रवेश होगा। 12 राशियों पर शनि का अपनी उच्च राशि में जाना क्या प्रभाव पड़ेगा।... और पढ़ेंज्योतिषवास्तुनवेम्बर 2011व्यूस: 9018
भौतिक समृद्धि प्राप्त करने का एक प्रचंड उपाय कुबेर यंत्र फ्यूचर समाचारहमारे पुराणों के अनुसार राजाधिराज धनाध्यक्ष कुबेर समस्त यक्षों, गंधर्वों और किन्नरों इन तीन देवयोनियों के अधिपति कहे गए हैं। ये नवनिधियों- पदम, महापदम, शंख, मकर, कच्छप, मुकुंद, कुंद, नील और खर्व के स्वामी है। हमारे पुराणों के अनुस... और पढ़ेंवास्तुअकतूबर 2011व्यूस: 18427
वास्तु के विविध आयाम फ्यूचर समाचारवास्तु शब्द “ वास” शब्द से बना है जिसका अर्थ है “ रहना” अर्थात जिस स्थान पर जीव वास करता है उसी स्थान को वास्तु खाते है। घर, भवन, इमारतें आदि सभी वास्तु कहलाते है। वास्तुशास्त्र वेदांग है। यह वेदों का अभिन्न अंग है। वास्तुशास्त्र ... और पढ़ेंवास्तुदिसम्बर 2006व्यूस: 6827
घर वास्तुसम्मत न हो तो क्या हो उपाय फ्यूचर समाचारयह स्थान अग्नि देव का है और इसका ग्रह शुक्र है। इस स्थान पर जल का होना उचित नहीं माना गया हैं क्योकिं दोनों तत्व विरोधी गुण वाले व् एक दूसरे के शत्रु है। इस स्थान पर पानी रखने से अग्नि भय, गृह कलह, धनकक्ष, महिलाओं को कष्ट अथवा उनक... और पढ़ेंवास्तुदिसम्बर 2006व्यूस: 8201
वास्तु दोष से बढता है कर्ज फ्यूचर समाचारकितने ही घरों के चूल्हे कर्ज के कारण नहीं जलते है और कर्ज की वजह से ही अनेक लोग मजबूर होकर पूरे परिवार सहित आत्महत्या तक कर बैठते है। यह स्थिति अन्य कारणों के अलावा वास्तु दोष के कारण भी उत्पन्न हो सकती है। अगर वास्तु दोष को दूर क... और पढ़ेंवास्तुदिसम्बर 2006व्यूस: 10124
वास्तु और आपकी सेहत सेवाराम जयपुरियाघर की सार्थकता तभी है जब वहां निवास करने वाले लोगों की सेहत अच्छी रहे। हवादार व सूर्य की रोशनी से युक्त एक अच्छे घर में रहने की चाह सभी की होती है वास्तुदोष के कारण गृहस्वामी एवं परिवार के लोग स्वास्थ्य सुख से वंचित रह जाते हैं... और पढ़ेंस्वास्थ्यवास्तुभविष्यवाणी तकनीकवास्तु परामर्शवास्तु के सुझावदिसम्बर 2006व्यूस: 5188
अध्ययन कक्ष कैसा हो? दयानंद शास्त्रीअध्ययन की एकाग्रता ही विद्यार्थी को अपने लक्ष्य तक ले जाती है। आज विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए दिन-रात एक कर पढ़ाई करते हैं, ऐसे में उनका कक्ष यदि वास्तु सिद्धांतों के अनुरूप बना हो और वहां का वातावरण खुशनुमा हो तो मस्त... और पढ़ेंवास्तुवास्तु परामर्शवास्तु दोष निवारणवास्तु पुरुष एवं दिशाएंवास्तु के सुझावदिसम्बर 2006व्यूस: 6243