रोग निवारण के अनुभूत उपाय फ्यूचर समाचारपरिवार में किसी सदस्य को रोग हो जाता है तो गृह से सुख विदा हो जाता है। यदि आप ज्योतिषी या ज्योतिष प्रेमी है तो यह भली-भांति जान लें की संधि सदैव पीड़ादायक होती है। दशा की संधि, भाव की संधि, राशि की संधि और नक्षत्र की संधि का ध्यान ... और पढ़ेंउपायजून 2006व्यूस: 30913
कब और कैसे करें ज्योतिषीय उपाय फ्यूचर समाचारग्रहों की शान्ति के लिए मुख्य रूप से दो प्रकार के उपाय किए जाते है। - रत्न धारण एवं दान। जिस ग्रह से सम्बन्धित रत्न धारण किया जाता है वह ग्रह उस जातक के जीवन में अधिक प्रभावशाली हो जाता है तथा जिस ग्रह से सम्बंधित दान किया जाता है... और पढ़ेंउपायजून 2006व्यूस: 5662
लाल किताब और रोग निवारण फ्यूचर समाचारज्योतिषीय डाक्टर की भूमिका नहीं निभाते परन्तु जन्म पत्रिका या हस्तरेखा के आधार पर यह बताने का प्रयत्न करते है की अमुक व्यक्ति को भविष्य में कौन सी बिमारी होने की संभावना है। जैसे यदि जन्म पत्रिका में तुला लग्न या राशि पीड़ित हो तो ... और पढ़ेंउपायजून 2006व्यूस: 18374
शाबर मंत्रो द्वारा रोग निवारण फ्यूचर समाचाररोग विभिन्न प्रकार के होते है। अधिकांश टी औषधोपचार से ठीक हो जाते हैं। परन्तु कुछ को मंत्रोपचार द्वारा भी ठीक किया जा सकता है। जहां दवाएं रोग का निदान करने में निष्प्रभावी हो जाएं। वहां मंत्र उपचार का सहारा लेना चाहिए। इन मंत्रों ... और पढ़ेंउपायजून 2006व्यूस: 30458
सूर्य की किरणों से उपचार फ्यूचर समाचारज्योतिष में सूर्य महत्वपूर्ण ग्रह है। सूर्य राजा और आत्मकारक गृह है और अग्नि का प्रतिक माना जाता है। शरीर से आत्मा निकलने के बाद मृत्यु हो जाती है। सूर्य किरणों द्वारा रोगों का इलाज प्राचीन समय से होता आ रहा है। आयुर्वेदिक दृष्टि ... और पढ़ेंस्वास्थ्यउपायजून 2006व्यूस: 14648
चंद्र-मंगल योग कहीं वरदान कहीं अभिशाप फ्यूचर समाचारकिसी व्यक्ति की जन्मकुंडली आकाश में ग्रहों की उस समय की स्थिति का विवेचन है जिस समय उसने जन्म लिया। सभी ग्रह सूर्य के चरों ओर परिक्रमा करते हैं किंतु चन्द्रमा पृथ्वी का एक उपग्रह होने के कारण पृथ्वी का चक्कर २७३२४ दिनों में पूरा... और पढ़ेंअन्य पराविद्याएंउपायजून 2006व्यूस: 39564
संपूर्ण रोगनाशक महामृत्युंजय यंत्र फ्यूचर समाचारशरीर व्याधि मन्दिरम इस प्राचीन शास्त्र वाक्य के अनुसार हमारा शरीर रोगों का घर है। संपूर्ण जीवन काल में मनुष्य किसी न किसी व्याधि से ग्रसित रहता है। चाहे शारीरिक रोग यो हां मानसिक, हमारे शरीर पर अपना प्रभाव डालते है।... और पढ़ेंअन्य पराविद्याएंउपायजून 2006व्यूस: 7569
रत्न चिकित्सा : निजी अनुभव फ्यूचर समाचारविश्व में अनके चिकित्सा पद्वतियां प्रचलित है। रत्न चिकित्सा भी एक सरल व् प्रभावी पद्वति है। इसकी मुख्यत: दो विधियां है : संबंधित रत्न को पानी में डाल कर वह पानी रोगी को पिलाना तथा उसी पानी से स्नान भी करना... और पढ़ेंउपायजून 2006व्यूस: 5087
रत्नों द्वारा रोग मुक्ति एवं ग्रह शांति फ्यूचर समाचारयह सर्वविदित है की रत्नों में दैवीय शक्ति का वास होता है। इन रत्नों का यदि उचित उपयोग किया जाए तो अनेक रोगों, कष्टों, बाधों आदि से रक्षा हो सकती है। यहां विभिन्न रत्नों और उनके प्रभावों का विश्लेषण प्रस्तुत है।... और पढ़ेंउपायजून 2006व्यूस: 6319
कलह क्यों होती है फ्यूचर समाचारपरिवार रूपी रथ के पहिए है पति और पत्नी। यदि इनके मध्य वैचारिक एवं शारीरिक संबंध अच्छे नहीं होंगे तो परिवार में कलह होना निश्चित है। पारिवारिक कलह गृहस्थ सुख को नष्ट कर देती है। इसके पीछे पति-पत्नी के पारस्परिक संबंधों को अच्छा न ह... और पढ़ेंउपायजुलाई 2006व्यूस: 6122
शीघ्र विवाह के अचूक उपाय फ्यूचर समाचारज्योतिष शास्त्र जहां विवाह में विलम्ब कारक ग्रह स्थितियों का विश्लेषण करता है। वहीं शीघ्र विवाह के लिए उपायों का निर्देश भी देता है। सर्वप्रथम जन्मकुंडली का सूक्ष्म अध्ययन कर यह पता लगाना चाहिए की व्यक्ति के विवाह कराने में कौन सा... और पढ़ेंउपायजुलाई 2006व्यूस: 29134
विवाह सुख में बाधा दर्शाने वाले योग और लाल किताब द्वारा उनके उपाय फ्यूचर समाचारवैवाहिक जीवन सुखी रहे इस बात को ध्यान में रखते हुए कुंडली मिलान किया जाता है। परंतु ज्योतिषी कई बार कुछ बातों को नजारा अंदाज भी कर देते है। वैवाहिक सुख को प्रभावित करने वाली कई स्थितियां होती है। उन स्थितियों का आकलन करते हुए यहां... और पढ़ेंउपायजुलाई 2006व्यूस: 11942