प्राथमिक तौर पर हम ‘हस्तरेखा
विज्ञान’ अर्थात् पामिस्ट्री को दो भागों
में बांट सकते हैं- प्रथम, हाथ की
रचना (बनावट)- इसमें हम व्यक्ति
की मूल प्रवृत्तियों का ज्ञान करते हैं।
जैसे - प्यास, भूख, क्रोध, भय, काम
आदि इच्छाएं, हस्त ... और पढ़ें
हस्तरेखा शास्रहस्तरेखा सिद्धान्त