आर्थिक सुरक्षा एवं सुख समृद्धि का प्रतिक यंत्रराज श्रीयंत्र फ्यूचर समाचारयंत्रराज श्री यंत्र की महता यंत्रों की साधना में सर्वोपरि मानी गई है। सिअकी साधना यंत्र एवं मंत्र के द्वारा संयुक्त रूप से की जाती है। इसे श्री विद्या के नाम से जाना जाता है। आदि शंकराचार्य भी इस विद्या के महान उपासक थे। आज भी इसक... moreअन्य पराविद्याएंउपायअध्यात्म, धर्म आदिअप्रैल 2007Views: 5945
धन का विज्ञान फ्यूचर समाचारयह स्वाभाविक है की निष्ठापूर्वक लंबे समय तक ध्यानाभ्यास करने वाले लोग अपनी प्रगति की समीक्षा करना चाहेंगे। आत्म विश्लेषण करने पर बहुत लोगों को यह लगता है की बहुत वर्षों ता अभ्यास करने पर भी वे लक्ष्य की और अधिक नहीं बढ़ पाए है।... moreअन्य पराविद्याएंअप्रैल 2007Views: 6739
आर्थिक एवं मानसिक परेशानियों का क्या कारण था फ्यूचर समाचारदो माह पूर्व पं.जी द्वारा कानपुर शहर के श्री उदय शंकर जी के घर का वास्तु निरिक्षण किया गया। उदय जी का कहना था की जब से इस घर में आए है, तब से ही मानसिक एवं आर्थिक परेशानियां शुरू हो गई। पत्नी अक्सर बीमार रहती है। और घर में कलह का ... moreस्वास्थ्यअन्य पराविद्याएंउपायअप्रैल 2007Views: 4898
बाधा निवारण हेतु टोटके फ्यूचर समाचारजिन्हें मंगल दोष हो या मंगल के कारण जिनके विवाह में विलम्ब हो रहा हो, या दाम्पत्य सुख में कमी हो तो शुक्ल पक्ष के मंगलवार से यह टोटका शुरु करें। हनुमान जी को नौं मंगलवार सिन्दूर चढाएं, ध्यान रखें कोई आपको टोके नहीं। बिना बोले चुपच... moreअन्य पराविद्याएंउपायअप्रैल 2007Views: 14017
कमला एकादशी व्रत फ्यूचर समाचारकमला एकादशी व्रत पुरुषोतम मास (अधिक मास या मल मास) में करने का विधान है। एक समय सत्यवती पांडुनंदन धर्मराज युद्धिष्ठिर ने गोपिका बल्लभ, चितचोर, जगत नियंता भगवान श्री कृष्ण से सादर पूछा – भगवन, मैं पुरुषोतम मास की... moreदेवी और देवअन्य पराविद्याएंमई 2007Views: 6112
भृगु संहिता का रहस्य फ्यूचर समाचारज्योतिष शास्त्र का ज्ञान मानव जाति को गुरु-शिष्य परंपरा से श्रुत रूप में प्राप्त हुआ है। ज्योतिष शास्त्र के प्रवर्तक प्रमुख रूप से १८ ऋषि माने जाते है। सृष्टि के प्रारम्भ में स्वयं ब्रह्माजी ने इस विद्या का ज्ञान नारद मुनि और सूर्... moreअन्य पराविद्याएंअध्यात्म, धर्म आदिमई 2007Views: 21220
नंदी नाडी ज्योतिष फ्यूचर समाचारनाडी ज्योतिष के संबंध में कहा जता है की जब मां पार्वती मनुष्य के साथ होने वाली घटनाओं के वृतांत को जानने के लिए हठ योग में आ गईं। तब भगवान शिव रात्रिकालीन सुनसान बेला में इस वृत्तांत का बखान कर रहे थे। तब शिव-निवास के प्रहरी नंदी ... moreज्योतिषअन्य पराविद्याएंउपायमई 2007Views: 15070
क्रिस्टल बाळ द्वारा फल कथन फ्यूचर समाचारक्रिस्टल बाळ से भूत, वर्तमान और भविष्य देखने की विधि प्राचीन काल से ही चली आ रही है। क्रिस्टल का नाम यूनानी शब्द क्लियर आइस से लिया गया है, जिसका अर्थ है, जमा हुआ पानी। क्रिस्टल एक प्राक्रतिक ठोस धातु है। जिसके चारों और एक गोल... moreअन्य पराविद्याएंउपायटैरोमई 2007Views: 8369
नाखूनों से भविष्य जानिए फ्यूचर समाचारहाथ की रेखों, पर्वतों आदि की तरह अंगूठे भी व्यक्ति के भविष्य कथन में अहम भूमिका निभाते है। इनके विभिन्न आकार प्रकारों से उसके चरित्र, स्वभाव व व्यक्तित्व का पता चलता है। क्षयहां अंगूठों के आकार प्रकार, उनसे जुड़े पर्वतों, यवों आदि ... moreज्योतिषस्वास्थ्यअन्य पराविद्याएंउपायमई 2007Views: 36799
स्वर विज्ञान से भविष्य का ज्ञान फ्यूचर समाचारप्राचीन काल में स्वर विज्ञान से भी फल कथन किया जाता था। इसका आधार स्वास –प्रश्वास (स्वर) को बनाया जाता है। स्वर तीन प्रकार के होते है। दायां स्वर: मेरुदंड के दायें भाग से नासिका के दायें छिद्र में आई हुई प्राण वायु का नाम दायां स्... moreज्योतिषअन्य पराविद्याएंउपायमई 2007Views: 31532
डाउजिंग से खुलती रहस्य की परतें फ्यूचर समाचारभविष्य को जानने की जिज्ञासा मनुष्य की एक स्वाभाविक प्रवृति है। इसी जिज्ञासा ने विज्ञान क विभिन्न आयामों को विकसित किया।... moreज्योतिषअन्य पराविद्याएंउपायअध्यात्म, धर्म आदिमई 2007Views: 5254
औषधिरहित पद्वति – प्राकृतिक चिकित्सा फ्यूचर समाचारप्राकृतिक चिकित्सा सिर्फ औषधि रहित पद्वति ही नहीं अपितु स्वस्थ जीवन जीने की एक कला है। यह सबसे पुरानी चिकित्सा प्रणाली है। महात्मा गांधी के अनुसार प्राकृतिक चिकित्सा ही एक ऐसी पद्वति है। जो किसी को भी स्वस्थ रखने में सक्षम है। भार... moreस्वास्थ्यअन्य पराविद्याएंउपायमई 2007Views: 7390