गुर्दों के रोग वेद प्रकाश गर्गगुर्दे शरीर के अन्य अंगों की तरह ही संवेदनशील होते हैं। इनके बिगड़ जाने से संपूर्ण शारीरिक संरचना प्रभावित होती है। इसलिए इनका खास ध्यान रखे जाने की जरूरत होती है। कई छोटी-छोटी बातों को अपनाकर गुर्दों के रोग से बचाव किया जा सकता... moreस्वास्थ्यउपायविविधदिसम्बर 2006Views: 4327
नवग्रहों से रोग ज्ञान फ्यूचर पाॅइन्टरोग दो तरह के होते हैं-दोषज एवं कर्मज। जिन रोगों का उपचार दवाओं से हो जाता हो, उन्हें दोषज तथा जिनका उपचार दवाओं से नहीं हो उन्हें कर्मज कहते हैं। कर्मज रोग मनुष्य को पूर्व जन्म के बुरे कार्यों और पापी ग्रहों से पीड़ित होने क... moreज्योतिषस्वास्थ्यविविधसितम्बर 2006Views: 4156
रत्नों द्वारा रोग मुक्ति एवं ग्रह शांति फ्यूचर पाॅइन्टयह सर्वविदित है कि रत्नों में दैवीय शक्ति का वास होता है। इन रत्नों का यदि उचित उपयोग किया जाए तो अनेक रोगों, कष्टों, बाधाओं आदि से रक्षा हो सकती है। यहां विभिन्न रत्नों और उनके प्रभावों का विश्लेषण प्रस्तुत है।... moreज्योतिषस्वास्थ्यरत्नभविष्यवाणी तकनीकजून 2006Views: 3882
नक्षत्र और रोग पारस राम वशिष्टज्योतिष शास्त्र में मृत्युदायी रोग का विचार दूसरे और सप्तम भाव से किया जाता है क्योंकि ये मारकेश भाव होते हैं। इन भावों के सहायक रोग देने वाले भाव तृतीय, षष्ठ, अष्टम एवं द्वादश होते हैं। जिस समय मारकेश की महादशा होती है,... moreज्योतिषस्वास्थ्यज्योतिषीय विश्लेषणभविष्यवाणी तकनीकजून 2006Views: 4650
मधुमेह: आहार और सावधानियां फ्यूचर पाॅइन्टमधुमेह जिसे हम शुगर और डायबिटीज के नाम से जानते हैं, यह रोग तेजी के साथ फैल रहा है और आज एक महामारी का रुप ले चुका है। इस रोग का मुख्य कारण गलत खान-पान की आदतें और जीवनशैली का संतुलित न होना है। अपनी जीवनशैली और खान-पान को... moreस्वास्थ्यविविधजून 2017Views: 5005
आयुर्वेद, ज्योतिष और निरोगी काया सीताराम सिंहआयुर्वेद के अनुसार स्वस्थ मानव शरीर में ‘वात’ (वायु), ‘पित्त’ (अग्नि) और ‘कफ’ (जल) तत्व समान अनुपात में विद्यमान रहते हैं। इनका संतुलन बिगड़ने से रोगों की उत्पत्ति होती है। सर्वप्रथम वायु तत्व का संतुलन बिगड़ता है और उसके बाद ... moreज्योतिषस्वास्थ्यभविष्यवाणी तकनीकजून 2006Views: 4360
हृदय रोग: कारण और निवारण अशोक कुमार शाक्यबीते हुए दशकों में, पश्चिमी देशों में हृदय रोग एवं उससे मृत्यु में महत्वपूर्ण गिरावट आई है। यह कमी बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा, रहन-सहन एवं अधिक शारीरिक क्रियाशीलता के कारण आई है। इसके विपरीत प्रगतिशील देश जैसे भारत में स्थिति ... moreस्वास्थ्यविविधजुलाई 2017Views: 4794
स्वास्थ्य संबंधी टोटके फ्यूचर पाॅइन्ट- सदा स्वस्थ बने रहने के लिए रात्रि को पानी किसी लोटे-गिलास में सुबह उठ कर पीने के लिए रख दें। उसे पी कर बर्तन को उल्टा रख दें तथा दिन में भी पानी पीने के बाद बर्तन (गिलास आदि) को उल्टा रखने से यकृत संबंधी परेशानियां नहीं ह... moreस्वास्थ्यउपायटोटकेनवेम्बर 2017Views: 6149
मोटापे का काल है जीरा और निम्बू का ये प्रयोग अंजली गिरधरजो लोग मोटापे से परेशान हैं और मोटापे को दूर करने के लिए अनेक तरह के प्रयोग और पैसे बर्बाद कर के थक चुके हैं, ये प्रयोग जरूर करें । बिलकुल साधारण सा दिखने वाला ये प्रयोग सिर्फ थोड़े से दिनों में अपना रिजल्ट आपको दिखा जायेगा।... moreस्वास्थ्यविविधमई 2017Views: 4518
पोलियो अविनाश सिंहबचपन में होने वाली बीमारियों में से ‘पोलियो’ एक है। आयुर्वेद में इसे शैशवीय पक्षवध या अधरंग- वात कहा गया है; अर्थात शरीर के ऊपरी या निचले भाग का निष्क्रिय या संवेदना शून्य हो जाना पक्षवध यानी इस भाग में कार्य नहीं हो सकत... moreस्वास्थ्यज्योतिषीय विश्लेषणभविष्यवाणी तकनीकअकतूबर 2016Views: 4510
मोटापा रोग के कारण और निवारण अशोक कुमार शाक्यजब व्यक्ति सामान्य से अधिक मोटा होते हुए अन्य व्यक्ति के समान कार्य नहीं कर सकता और बोलते हुए भी उसका श्वांस चढ़ता हो तो इस अवस्था को मेदो वृद्धि या स्थौल्य कहते हैं। यदि आयु और ऊंचाई के अनुसार जितना भार होना चाहिए उसके 10 प्रति... moreस्वास्थ्यज्योतिषीय विश्लेषणविविधमई 2017Views: 4758
हृदय रोगियों के लिए वरदान मुद्राविज्ञान कौलाचार्य जगदीशानन्द तीर्थये मुद्राएं हृदय संबंधी रोगों के लिए अत्यंत चमत्कारिक व लाभकारी हंै।... moreस्वास्थ्यअन्य पराविद्याएंउपायसुखमुखाकृति विज्ञानफ़रवरी 2010Views: 3097