विवाह (पृष्ठ-7)
अष्टम भावस्थ शनि का विवाह पर प्रभाव

प्राचीन ज्योतिषाचार्यों ने एकमत से जातक की कुंडली के सप्तम भाव को विवाह का निर्णायक भाव माना है और इसे जाया भाव, भार्या भाव, प्रेमिका भाव, सहयोगी, साझेदारी भाव स्वीकारा है।... और पढ़ें

ज्योतिषज्योतिषीय योगकुंडली व्याख्याघरविवाहग्रहभविष्यवाणी तकनीक

जनवरी 2009

व्यूस: 23301

बहुविवाह एवं द्विविवाह

अधिकतर हम ज्योतिषी लोग जन्म कुंडली मेलापक करते समय समग्र विषय पर विचार न करके विवाह के लिए सलाह दे देते हैं। गुण मिलाकर सलाह दे देने से वैवाहिक जीवन अच्छा नहीं रहता, गुण के साथ-साथ ग्रहों का मिलान करना भी आवश्यक है। ग्रह मिलान करत... और पढ़ें

ज्योतिषज्योतिषीय योगविवाहभविष्यवाणी तकनीक

जनवरी 2007

व्यूस: 7808

सिंहस्थ गुरु में विवाह वर्जित क्यों?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार विवाह विषयों में वर का सूर्य बल एवं चंद्र बल तथा वधू का गुरु बल एवं चंद्र बल देखा जाता है। सूर्य आत्मकारक ग्रह है। गुरु हृदयकारक एवं जीवन को प्रशस्त करने वाला ग्रह है। चंद्रमा मन का कारक ग्रह भी मा... और पढ़ें

ज्योतिषविवाहभविष्यवाणी तकनीक

जून 2015

व्यूस: 10251

चर दशा और विवाह

चर दशा और विवाह

फ्यूचर पाॅइन्ट

हमारे ऋिषि मुनियों ने वैदिक ज्योतिष में अनेक दशाओं का वर्णन किया है। इनमें ऋषि जैमिनी की वह महत्वपूर्ण चर दशा भी है जिसका वर्णन किया है। इस आलेख में विवाह में चर दशा की भूमिका का वर्णन प्रस्तुत है। विवाह जैसे महत्वपूर्ण संस्कार... और पढ़ें

ज्योतिषदशाजैमिनी ज्योतिषविवाहभविष्यवाणी तकनीक

अप्रैल 2005

व्यूस: 23373

वैवाहिक समस्याओं के समाधान में ज्योतिष शास्त्र का अनुप्रयोग

ज्योतिषशास्त्र के सहस्राधिक ग्रन्थों में विवाह तथा उससे जुड़ी हुई समस्याओं पर शताब्दियों से चर्चा होती रही है। वैवाहिक समस्याओं के लिए उत्तरदायी ग्रहयोगों के विषय में दैवज्ञों के साथ-साथ सामान्य मनुष्यों तक को प्रमुख आधारभूत ... और पढ़ें

ज्योतिषउपायमंत्रविवाहभविष्यवाणी तकनीक

नवेम्बर 2016

व्यूस: 5381

विवाह-संतान घर-गृहस्थी टोटके

- अशुभ ग्रहों का उपाय कर लेना अनिवार्य होता है। खास कर पुरुषों को तो केतु का उपाय करने ही चाहिए, क्योंकि विवाह के बाद पुरुष के ग्रहों का संपूर्ण प्रभाव स्त्री पर पड़ता है। ग्रहों के उपाय निम्नलिखित हैं:... और पढ़ें

उपायविवाहटोटके

नवेम्बर 2017

व्यूस: 4828

कुंडली में बहु विवाह एवं द्विभार्या योग

शादी के बारे में हर व्यक्ति को जानने की इच्छा होती है। आज के आधुनिक समय में किसी-किसी व्यक्ति की शादी भी नहीं हो पाती और किसी जातक की दो या तीन बार शादी हो जाती है। शादी कितनी बार होगी इसको हम कुंडली की सहायता से जान सकते हैं। ... और पढ़ें

ज्योतिषज्योतिषीय विश्लेषणकुंडली व्याख्याविवाहभविष्यवाणी तकनीक

जून 2015

व्यूस: 35927

कुंडली मिलान कैसे करें?

पायें वैदिक ज्योतिष पर आधारित हिंदी में कुंडली मिलान (Kundli Milan) बिल्कुल मुफ्त। गुण मिलान में वर और कन्या का मिलाप अष्‍टकूट गुणों की संख्या पर निर्भर करता है।... और पढ़ें

ज्योतिषकुंडली मिलानविवाहभविष्यवाणी तकनीक

नवेम्बर 2016

व्यूस: 24720

विवाह तिथि का अचूक निर्धारण

भारतीय ज्योतिष विद्या में किसी घटना के समय निर्धारण की प्रक्रिया इतनी जटिल है कि गणनाकर्ता उलझ कर रह जाता है। पाराशरी, जैमिनी, कृष्णमूर्ति और सामुद्रिक पद्धतियों में काल निर्धारण की भिन्न-भिन्न तकनीकें प्रचलन में हैं। विवाह तिथि स... और पढ़ें

ज्योतिषज्योतिषीय योगदशाविवाहभविष्यवाणी तकनीकगोचर

अप्रैल 2007

व्यूस: 17272

प्रेम विवाह कैसे, कहां और किससे ?

प्रेम मनुष्य के अन्तर्गत मन की वह सृष्टि है, जिसमें आप्लावित होकर मानव मन उस हर्षातिरेक में निमग्न हो जाता है। राधा कृष्ण की जुगल जोड़ी से जिस प्रेम की गंगोत्री का उद्गम माना जाता है तथा हीर-रांझा और लैला-मजनंू, शिरी-फरहाद और न ज... और पढ़ें

ज्योतिषआकर्षणविवाह

जुलाई 2015

व्यूस: 13691

वक्री ग्रह व विवाह सुख

वक्री ग्रह व विवाह सुख

किशोर घिल्डियाल

भारतीय ज्योतिष में विवाह सप्तम भाव से देखा जाता है। सप्तम भाव जहां जीवन साथी हेतु देखा जाता है वहीं उसके स्वामी की स्थिति, उसका लग्नेश के साथ संबंध और इन सबसे ऊपर शुक्र (भोगकारक) ग्रह की स्थिति का आकलन सही प्रकार से किया जाए... और पढ़ें

ज्योतिषकुंडली व्याख्याविवाहग्रहभविष्यवाणी तकनीक

जुलाई 2014

व्यूस: 18354

तलाक एवं पुनर्विवाह: एक विश्लेषण

ज्योतिषशास्त्र में बृहस्पति एवं शुक्र को श्रेष्ठ शुभ फलदायक माना गया है। मानसागरी ग्रंथ के अनुसार बृहस्पति या शुक्र केंद्र या त्रिकोण में हो, तो सभी अरिष्टों का नाश हो जाता है। दाम्पत्य जीवन को सुखमय बनाने में भी बृहस्पति एवं शु... और पढ़ें

ज्योतिषज्योतिषीय योगविवाहभविष्यवाणी तकनीक

जनवरी 2007

व्यूस: 15104

Ask a Question?

Some problems are too personal to share via a written consultation! No matter what kind of predicament it is that you face, the Talk to an Astrologer service at Future Point aims to get you out of all your misery at once.

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