रीढ़ संबंधी रोगों में लाभकारी आसन फ्यूचर समाचारयोग अपने को जानने की एक ऐसी कला है, जिसके द्वारा शरीर, मन और आत्मा का शोधन होता है। इसका सरल अध्यास हमें हर प्रकार से स्वस्थ और चिंतनशील बनाता है। इसे आठ वर्ष के बच्चे से लेकर १०० वर्ष के वृद्ध व्यक्ति तक कर सकते है। यहाँ हम... और पढ़ेंस्वास्थ्यअन्य पराविद्याएंउपायजून 2007व्यूस: 5870
शनि का सिंह राशि में प्रवेश : शुभ या अशुभ डॉ. अरुण बंसलशनि १५ जुलाई २००७ को २८ बजकर ४५ मिनट पर कर्क से सिंह राशि में प्रवेश कर रहा है और ९ सितम्बर २००९ तक इसी राशि में रहेगा। कर्क राशि में अधिकांशत: शनि ने मानसिक कष्ट एवं तनावयुक्त वातावरण रखा। जिन किन्हीं जातकों की साढ़ेसाती... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यउपायज्योतिषीय विश्लेषणज्योतिषीय योगभविष्यवाणी तकनीकजुलाई 2007व्यूस: 12745
चाय पीएं और स्वस्थ रहें फ्यूचर समाचारआज हम में से हर कोई चाय और उसके महत्व के बारे में जानता है। हर चाय, वह चाहे दूध की हो या हरी, लाल हो या भूरी या फिर काली और फिर वह कहीं की भी हो सदाबहार पौधे की पतियों से बनती है। पहले चाय पर चीन का एकाधिकार था। उसके इस... और पढ़ेंस्वास्थ्यअन्य पराविद्याएंउपायअध्यात्म, धर्म आदिजुलाई 2007व्यूस: 7055
अपव्यय योग एवं खल ग्रह योग फ्यूचर समाचारजब कोई भी ग्रह अपनी नीच राशि में स्थित हो तो वह उसकी खल अवस्था कहलाती है। अरुण संहिता एवं लाल कितान में उस गृह को खलनायक की संज्ञा दी गई है। जब जातक की कुंडली में कोई भी ग्रह अपनी नीच राशि में स्थित होता है तो उसके धन का किसी न कि... और पढ़ेंस्वास्थ्यअन्य पराविद्याएंआगस्त 2007व्यूस: 14080
योग से दूरे करें उच्च रक्तचाप फ्यूचर समाचारभागदौड भरी दिनचर्या से जीवन में चिंता, तनाव, क्रोध और चिडचिडापन तेजी से बढता जा रहा है, जिससे मन अशांत होता जाता है। मन अशांत होने के कारण अनेक तरह के रोग जन्म ले रहे है, जिसमें से एक मुख्य रोग उच्च रक्तचाप है।... और पढ़ेंस्वास्थ्यउपायआगस्त 2007व्यूस: 14659
व्यापार में गिरावट एवं मानसिक परेशानियां फ्यूचर समाचारदो माह पहले ग्वालियर में गोपीनाथ जी के घर का वास्तु परीक्षण किया गया। गोपीनाथ जी का कहना था की दो साल्पूर्व उन्होंने घर का पुनर्निर्माण करवाया था, तभी से कई प्रकार की परेशानियां आने लगी। व्यापार में काफी गिरावट आ गई। आर्थिक एवं मा... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यअन्य पराविद्याएंउपायआगस्त 2007व्यूस: 4876
पुनर्जन्म पर आधारित सम्मोहन चिकित्सा पद्वति फ्यूचर समाचारक्या आप कभी ऐसे स्थान पर गए है जहां आप जीवन में प्रथम बार गए हों और आपको लगा हों की पहले भी आप यहाँ आ चुके है। काया आपको कभी ऐसा भय अनुभव हुआ जिसका कोई कारण ही न हों? ऐसा अनुभव आपके पूर्वजन्म से संबंधित हो सकता है।... और पढ़ेंस्वास्थ्यउपायसितम्बर 2007व्यूस: 8494
पितृ दोष एवं उसके प्रमुख योग फ्यूचर समाचारजन्म एवं मृत्यु दोनों अटल सत्य है। गीता में भी कहा गया है की जन्म लेने वालों की मृत्यु एवं मृत्यु को प्राप्त करने वालों का जन्म निश्चित है। - जब तक की उसे मोक्ष की प्राप्ति न हों जाए। इस संसार में ऐसा कोई परिवार नहीं होगा जिसमें क... और पढ़ेंस्वास्थ्यउपायसितम्बर 2007व्यूस: 7574
जीना है तो हंसना सीखें फ्यूचर समाचारहंसी सभी के लिए स्वास्थयवर्धक है। यह इयुस्ट्रेस का एक रूप है जो सुख की अनुभूति बढाने वाले एंडोफिर्स का उत्सर्जन करता है। हंसी आतंरिक जागिंग या व्यायाम है। इसमें खुशी उत्पन्न करने की अपार क्षमता है। एक कहावत है की एक मस्त दिल एक... और पढ़ेंस्वास्थ्यउपायसितम्बर 2007व्यूस: 8472
नक्षत्रों से रोग विचार फ्यूचर समाचारजन्म कुंडली में छठे भाव से रोगों का विचार किया जाता है। जन्मजात रोगों का विचार अष्टम भाव से किया जाता है। भविष्य में होने वाले रोगों का विचार षष्ठ भाव से किया जाता है। जन्मजात रोग दो तरह के होते है। शारीरिक व् मानसिक। भविष्य में ह... और पढ़ेंस्वास्थ्यअन्य पराविद्याएंउपायअध्यात्म, धर्म आदिसितम्बर 2007व्यूस: 4984
तन मन को चुस्त रखें दुरुस्त रहें फ्यूचर समाचारमनुष्य के मन में बढती आयु के विकल्प चिर यौवन की चाह हमेशा से रही है। तन और मन को चुस्त रखें या तनाव प्रबंधन आपके अंदर छिपे यौवन को संवारने और बढती आयु को रोकने, उससे बचने की एकमात्र विधि है। बढती आयु की परिभाषा एक ऐसी प्रक्रिया के... और पढ़ेंस्वास्थ्यअन्य पराविद्याएंउपायअकतूबर 2007व्यूस: 6971
सेहत को परखें हस्तरेखाओं से फ्यूचर समाचारमनुष्य का जीवन बडा संवेदनशील है। ऐसे मेनू से आसपास के परिवर्तनों से सामंजस्य बिठाना जरुरी हो जाता है। परिवर्तन को महत्वपूर्ण माना जा सकता है। मौसम परिवर्तन के कारण ज़रा सी भी अनदेखी के कारण मनुष्य को अनेक प्रकार की व्याधियाँ जैसे श... और पढ़ेंस्वास्थ्यहस्तरेखा शास्रउपायअकतूबर 2007व्यूस: 5728