शंख प्रश्नोतरी डॉ. अरुण बंसलशंखों का हिन्दू धर्म संस्कृति में प्राचीनकाल से ही विशेष महत्व रहा हैं। अष्ट-सिद्धियों एवं नव्निधियों में शंख का महत्वपूर्ण स्थान हैं। श्री विष्णु के चार आयुधों में शंख को भी स्थान प्राप्त हैं। शंख पूजन से दरिद्रता निवारण, आर्थिक ... moreज्योतिषउपायसुखसफलताजुलाई 2012Views: 11611
धनागमन का उपाय डॉ. अरुण बंसलधनागमन का मुख्य उपाय लक्ष्मी-कुबेर का स्तोत्र माना गया है। कुबेर देवताओं के कोषाधिपति हैं।... moreज्योतिषनवेम्बर 2002Views: 725
दीपावली पर विशेष डॉ. अरुण बंसलदीपावली का पर्व प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास की अमावस्या को ही मनाया जाता है। अमावस्या के दिन दीपावाली मनाने का महत्व सिअलिए है क्योकि इस दिन सबसे अधिक काली अंधकारपूर्ण रात्रि होती है। तथा ऐसी स्थिति में आसुरी शक्तियों का प्रभाव काफी... moreज्योतिषअकतूबर 2008Views: 7739
धनागमन के शकुन डॉ. अरुण बंसलप्रत्येक व्यक्ति में धन प्राप्ति की इच्छा रहती है और इसलिए वह अपनी सामथ्र्यानुसार इसे प्राप्त करने के लिए प्रयासरत रहता है।... moreज्योतिषनवेम्बर 2013Views: 941
दीपावली और उपाय डॉ. अरुण बंसलउपाय कौन-कौन से हैं? कौन सा उपाय करें? यह कैसे निर्धारित किया जाए? ग्रहों के उपायों में रत्न, मंत्र, यंत्र, यज्ञ, व्रत, दान, जल विसर्जन, देव दर्शन, धातु धारण और औषधि स्नान प्रमुख है. सभी उपायों को चार तत्वों के आधार पर, मुख्यत:... moreज्योतिषनवेम्बर 2004Views: 2344
दीपावली की शुभकामनाएं डॉ. अरुण बंसलदीपावली पूजन स्थिर लग्न में ही करना चाहिए, ताकि लक्ष्मी जी घर में स्थिरता से वास करें। दीपावली के दिन स्थिर लग्न संध्या काल में वृष एवं सिंह लग्न होते हैं। दिल्ली में वृष लग्न 17रू44 . 19रू39 तक रहेगा एवं सिंह लग्न मध्य रात्रि उपर... moreज्योतिषदेवी और देवउपायपर्व/व्रतमंत्रभविष्यवाणी तकनीकनवेम्बर 2015Views: 3690
होली के उपाय आभा बंसलहम सभी के जीवन में समस्याएं तो आती जाती रहती हैं लेकिन आप चाहें तो कुछ समस्याओं से निजात पाने के लिए होली के अवसर पर छोटे-छोटे उपाय कर सकते हैं जिससे इन समस्याओं का समाधान भी हो... moreज्योतिषमार्च 2017Views: 2155
ज्योतिष में विभिन्न उपायों का फल डॉ. अरुण बंसलसर्व ग्रहों की शांति हेतु सर्वग्रह निवारण तंत्र की स्थापना यदि घर या कार्यस्थल में कर ली जाए तो व्यक्ति को ग्रह जनित पीड़ा से मुक्ति व मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। सर्वग्रह तंत्र साधना का विधि विधान इस लेख द्वारा प्रस्तुत है।... moreज्योतिषउपायरत्नमंत्रभविष्यवाणी तकनीकयंत्रसितम्बर 2010Views: 11288
प्रमाणिक है कालसर्प योग राजीव रंजनकालसर्प योग शब्द तीन शब्दों काल, सर्प और योग के मिलने से बना हैं। काल शब्द का प्रयोग वैदिक काल से होता आ रहा हैं। और आज का संपूर्ण ज्योतिषशास्त्र काल पर ही आश्रित हैं-ज्योतिष कालविधानशास्त्रम।... moreज्योतिषज्योतिषीय योगमार्च 2013Views: 7277
विदेश यात्रा योग फ्यूचर पाॅइन्टव्यक्ति की कुंडली उसके जीवन का प्राकृतिक प्रतिबिंब होती है। इसके विश्लेषण से उसके जीवन के विभिन्न पहलुओं की जानकारी प्राप्त की जा सकती है कि उसकी शिक्षा कैसी होगी, वह व्यापार करेगा या नौकरी या फिर कोई अन्य काम, उसके मित्र कैसे हों... moreज्योतिषज्योतिषीय योगभविष्यवाणी तकनीकअप्रैल 2007Views: 6571
विक्रमी संवत 2070 यशकरन शर्मासंवत प्रवेश कुंडली में दशम भाव में गुरु की स्थिति यह बता रही है की राष्ट्रपति महोदय महत्वपूर्ण व् ऐतिहासिक निर्णय लेने में सक्षम हो सकेंगे। एकादशेश बुध के अष्टम भाव में गोचराशिस्थ होने से संसद, प्रधानमंत्री, कानून व् शासन व्यवस्था... moreज्योतिषमेदनीय ज्योतिषभविष्यवाणी तकनीकअप्रैल 2013Views: 7202
व्रत पर्व प्रश्नोत्तरी डॉ. अरुण बंसलहिंदू धर्म में व्रतों, पर्वो आदि की विशेष मान्यताएं हैऔर उनसे जुडी अनेक कथाएं है। लेकिन बहुधा हमारे मन में इन कथाओं को लेकर प्रश्न उभरते है, जिज्ञासाएं पनपती है। हमारे मन में उठने वाले कुछ प्रश्न और समाधान यहां प्रस्तुत है... moreज्योतिषनवेम्बर 2008Views: 6929