हम सभी के जीवन में समस्याएं तो आती जाती रहती हैं लेकिन आप चाहें तो कुछ समस्याओं से निजात पाने के लिए होली के अवसर पर छोटे-छोटे उपाय कर सकते हैं जिससे इन समस्याओं का समाधान भी हो जाएगा और आपका भाग्योदय भी हो जाएगा। जैसे- कई बार आपको समझ नहीं आता कि आप क्यों बीमार हो रहे हैं, क्यों अचानक से सफलता मिलते-मिलते रह जाती है, सर्वगुण संपन्न होने के बावजूद विवाह नहीं हो रहा है या आपको लगता है जैसे - आपके भाग्य को किसी की नजर लग गई है। होली के दिन आप अपने भाग्य को एक बार फिर से जगा सकते हैं।
कुछ इसी प्रकार के उपायों के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं जिन्हें करने से आपके जीवन की कुछ समस्याओं का समाधान होगा तथा कुछ में कमी होगी।
मेष राशि
यदि आपको कारोबार से जुड़ी, पारिवारिक या स्वास्थ्य सम्बंधी परेशानियों का भय बना रहता है, कई बार मेहनत का उचित फल भी नहीं मिलता है तो आप होलिका दहन के समय एक तांबे की कटोरी में चमेली का तेल, पांच लौंग और आंवले के पेड़ के पांच पत्ते, थोड़ा सा गुड़, ये सभी सामान कटोरी में रख दें।
मंगल मंत्र - ऊँ अं अंगारकाय नमः का 108 बार जाप करते हुए समस्त सामग्री को होलिका दहन के समय होलिका में अर्पित कर दें। अगले दिन प्रातः काल होली की थोड़ी सी राख लेकर आएं और उस राख को चमेली के तेल में मिलाकर अपने कंठ पर तिलक करें, स्वास्थ्य संबंधी, और रूके हुए कार्यों का निवारण होगा। एक घंटे बाद हल्के गरम पानी से स्नान कर लें।
वृष राशि
यदि आपको कोई व्यापारिक समस्या हो, घर में सुख शांति न हो, लेन-देन के कार्यों में परेशानी हो रही हो, स्वास्थ्य अनुकूल न रहता हो व कारोबार से लाभ न मिल रहा हो तो एक चाँदी की कटोरी लें और उसमें थोड़ा सा दूध, पांच चुटकी चावल, गुलमोहर के पांच पत्ते, पांच चुटकी शक्कर लेकर, इन सभी सामग्रियों को होलिका दहन के समय शिव गायत्री मंत्र - ऊँ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि, तन्नो रूद्रः प्रचोदयात का 108 बार जाप करके अग्नि को समर्पित कर दें। आपके जीवन में व्यापारिक समस्या हो तो उसका भी निवारण हो जाएगा।
मिथुन राशि
अनावश्यक कलह, व्यापार में घाटा, अपनों का विरोध, मानसिक अस्थिरता, इन समस्याओं के निवारण के लिए आप होलिका दहन के समय कांसे की कटोरी में 50 ग्राम हरे धनिया का रस, 108 दाने साबूत मूंग के, पीपल के पांच पत्ते और कोई भी हरे रंग की मिठाई इन सारी सामग्रियों को अपने हाथ में रखकर ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाय विच्चे नमः मंत्र का 108 बार जाप करके इस सामग्री को होलिका दहन के समय अग्नि को समर्पित कर दें। यह उपाय करने से आपके जीवन की उपरोक्त समस्याओं में लाभ प्राप्त होगा।
कर्क राशि
आपके मन में किसी भी प्रकार की मानसिक अस्थिरता, काम में अरुचि, काम बदलने की आदत हो तो ऐसी अवस्था में आप अपनी ऐसी सभी समस्याओं के समाधान के लिए एक कटोरी लें और उसमें थोड़ा दही, पांच चुटकी चावल, अशोक के सात पत्ते और सफेद पेठे की मिठाई लेकर सभी सामग्रियों को कटोरी में रखकर, महामृत्युंजय मंत्र - ऊँ त्र्यंम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात का 108 बार जाप करके अग्नि को समर्पित कर दें। इससे आपके जीवन की समस्याओं में कमी होगी।
सिंह राशि
अपने कारोबार में मनोवांछित सफलता, अच्छी सेहत और कार्यों की बाधाओं को दूर करने के लिए, होलिका दहन के दिन कांसे की कटोरी में थोड़ा सा घी लेकर, पांच चुटकी गेहूं, पांच चुटकी देसी खाण्ड, अशोक वृक्ष के पांच पत्ते, कटोरी में रखकर अपने हाथ में ले लें और सूर्य गायत्री मंत्र ऊँ भास्कराय विद्महे, महातेजाय धीमहि तन्नो सूर्यः प्रचोदयात् का 108 बार जाप करके समस्त सामग्री को होलिका को समर्पित कर दें। यह उपाय आपके जीवन में शुभता लायेगा और कष्टों में कमी करेगा।
कन्या राशि
अपने कार्यों में स्थिरता बनाए रखने के लिए, दिए गए धन की वापसी, व्यर्थ की परेशानियों को दूर करने के लिए, कानूनी और कारोबारी समस्याओं का अंत करने के लिए ताम्बे की कटोरी में आंवले का थोड़ा सा तेल लेकर, पांच नीम के पत्ते, पांच इलायची और नारियल से बनी मिठाई, इन सारी सामग्रियों को कटोरी में डाल कर अपने हाथ में रख लें और 108 बार बुध मंत्र - ऊँ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः का जाप करते हुए सारी सामग्री को होलिका में अर्पित कर दें। इस उपाय को करने से आपकी आर्थिक, सामाजिक और पारिवारिक समस्याओं में कमी होगी।
तुला राशि
अपनी व्यापारिक, शारीरिक या पारिवारिक समस्याओं का जड़ से निवारण करने के लिए आप चाँदी की कटोरी में पांच चम्मच गाय के दूध की खीर लेकर, पांच पत्ते शीशम के, पांच गेंदा के फूल लेकर इन सारी सामग्रियों को शिव मंत्र - ऊँ नमः शिवाय का 108 बार जाप करने के बाद होलिका दहन के समय समस्त सामग्री अग्नि को समर्पित कर दें। यह उपाय आपके कारोबार और अन्य कई समस्याओं का निवारण करेगा।
वृश्चिक राशि
जीवन में कार्य सफलता और कारोबार में आशानुरुप लाभ पाने के लिए आप तांबे की कटोरी में चमेली का तेल डाल कर, पांच साबुत लाल मिर्च, एक बूंदी का लड्डू, पांच गूलर के पत्ते, इन समस्त सामग्री को अपने हाथ में रखकर ऊँ हं पवननन्दनाय स्वाहा मंत्र का 108 बार जाप करके सारी सामग्री अग्नि को समर्पित कर दें। उपाय करने पर आप देखेंगे कि आपके कार्य शीघ्र बन रहे हैं।
धनु राशि
अपनी व्यापारिक, शारीरिक या वैवाहिक समस्याओं और अनावश्यक कार्य बाधाओं से मुक्ति पाने के लिए आप एक पीतल की कटोरी में देसी गाय का घी, थोड़ा सा गुड़, पांच चुटकी चने की दाल, पांच आम के पत्ते डाल अपने हाथ में रख लें फिर बृहस्पति गायत्री मंत्र - ऊँ गुरु देवाय विद्महे परब्रह्माय धीमहि, तन्नो गुरुः प्रचोदयात का 108 बार जाप करके इन समस्त सामग्रियों को होलिका दहन के समय अग्नि को समर्पित कर दें। यह उपाय आपके जीवन की समस्याओं में कमी करेगा और सुख में वृद्धि करेगा।
मकर राशि
व्यापार, स्वास्थ्य सुख या गृहस्थ जीवन से जुड़ी अपनी समस्याओं को दूर करने के लिए आप एक लोहे की कटोरी में सरसों का तेल लेकर, पांच चुटकी काले तिल, पांच बरगद के पत्ते, एक काले गुलाब जामुन की मिठाई, इन समस्त सामग्रियों को अपने हाथ में लेकर ऊँ शं शनैश्चराय नमः मंत्र का 108 बार जाप करके समस्त सामग्री को होलिका दहन के समय अग्नि में समर्पित कर दें। यह उपाय शनि शांति और सर्वबाधा मुक्ति का कार्य करेगा।
कुम्भ राशि
अपने कार्यों के मध्य आने वाली अनावश्यक बाधाओं से मुक्ति, दांपत्य जीवन को सुखमय बनाने और उत्तरोत्तर सफलता पाने के लिए आप एक स्टील की कटोरी में तिल का तेल, 108 दाने साबुत उड़द, कदंब के पांच पत्ते, पांच काली मिर्च, कोई भी काले रंग की एक मिठाई, इन सभी सामग्रियों को अपने हाथ में रख कर मंगलकारी शनि मंत्र - ऊँ शं शनैश्चराय नमः का 108 बार जाप करके होलिका दहन के समय अग्नि को समर्पित कर दें। यह उपाय विशेष रूप से शनि शांति और सफलता का कारगर उपाय है।
मीन राशि
अपने व्यापार, बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य सुख और वैवाहिक जीवन में शांति बनाए रखने के लिए आप कांसे की कटोरी में बादाम का तेल, उसमें 108 जोड़े चने की दाल के, कोई भी पीली मिठाई, आम के पांच पत्ते और एक गांठ हल्दी, इन समस्त सामग्रियों को अपने हाथ में लेकर ऊँ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः मंत्र का 108 बार जाप करके इन समस्त सामग्रियों को होलिका दहन के दिन अग्नि को समर्पित कर दें। यह उपाय आपके करियर, व्यापार और पारिवारिक जीवन को अनुकूल करेगा।