वास्तु में जल तत्व फ्यूचर समाचारवास्तु शास्त्र में जिस पद पर जल के देव का या जल के सहयोगी अन्य देवों का स्थान होता है। उसी स्थान पर जल का स्थान शुभ माना गया है। जल के सहयोगी देव हैं। -पर्जन्य, आप:, आपवत्स, वरुण, दिति, अदिति, इन्द्र, सोम, भल्लाट इत्यादि।... moreवास्तुसितम्बर 2006Views: 5532
जन्म दिनांक से जानें गृह वास्तु दोष अशोक भाटियाजन्म होते ही हमारे साथ कुछ अंक जुड़ जाते हैं। जैसे कि जन्म तिथि का अंक, जन्म समय की होरा व जन्म स्थान आदि। इन सब के आधार पर ज्योतिष व अंक ज्योतिष की गणनायें की जा सकती है। अगर हम ‘गीता में श्री कृष्ण द्वारा बताये गये कर्म-सिद्धांत... moreअंक ज्योतिषवास्तुभविष्यवाणी तकनीकजुलाई 2013Views: 23706
वास्तु में अकंशास्त्र का उपयोग महेश चंद्र भट्टवास्तुशास्त्र में अंकों एवं ग्रहों का महत्वपूर्ण स्थान है। कौन सा अंक किस ग्रह से जुड़ा है व आपके नाम के शब्द के साथ कौन सा अंक जुड़ा है इसके आधार पर आप अपना मकान, प्लाट, जगह का निर्धारण करें तो आपके लिए फलदायक होगा।... moreअंक ज्योतिषवास्तुवास्तु के सुझावजुलाई 2010Views: 10615
वास्तु की नजर में गया एवं बोध् गया प्रमोद कुमार सिन्हाकिसी भी शहर के सुव्यवस्थित वास्तु पर उस शहर का समृद्धि एवं विकास निर्भर करता है। अतः शहर वास्तु के अनुरूप हो, तो उस शहर का विकास चरमोत्कर्ष पर होता है। जहां तक बोध गया एवं गया का सवाल है, यह एक प्राचीन, धार्मिक एवं ऐतिहासिक शहर है... moreस्थानअध्यात्म, धर्म आदिवास्तुमन्दिर एवं तीर्थ स्थलजनवरी 2004Views: 6938
वास्तु एवं फेंगसुई के कुछ मुख्य उपाय प्रमोद कुमार सिन्हायदि तीन दरवाजे घर, या किसी वास्तु में एक कतार में हों, तो बीच के दरवाजे पर स्फटिक गोला टांग दें, दोष दूर हो जाएगा। सुनहरी मछलियों वाला लघु मछली घर अपने घर में रखना सौभाग्य में वृ़िद्ध करने का एक कारगार उपाय है। इसका उपयोग पूर्व या... moreफेंग शुईउपायवास्तुवास्तु के सुझावजून 2013Views: 25727
ऐसे सजाएं घर को..... मनोज कुमारजनसंख्या विस्फोट, शहरीकरण, औद्योगीकरण की वजह से भूखण्ड संकुचित होते जा रहे हैं। जगह की कमी के कारण वास्तु सम्मत भूमि तथा भवन का प्राप्त होना लगभग असंभव सा प्रतीत होता जा रहा है। विकास प्राधिकरणों एवं सरकारी, गैर सरकारी संगठनों द्व... moreफेंग शुईवास्तुगृह वास्तुव्यवसायिक सुधारमई 2014Views: 8047
फेंग सुइ: चीनी वास्तु शास्त्र और अंदरूनी सज्जा प्रशांत मांदाअनेक देशों, जैसे अमेरिका, कनाडा, आॅस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, मलयेशिया, सिंगापुर, बैंकाॅक, हांगकांग, चीन में अंदरूनी सज्जा के लिए चीन की प्राचीन कला फेंग सुइ का इस्तेमाल किया जा रहा है; चाहे वह किसी का छोटा कार्यालय हो, घर हो, अंतर्राष्... moreफेंग शुईवास्तुचाइनीज ज्योतिषफेंगशुई एवं वास्तुगृह वास्तुव्यवसायिक सुधारवास्तु के सुझावजुलाई 2004Views: 7255
फेंग शुई और वास्तु में अंतर और समानताएं फ्यूचर पाॅइन्टफेंग शुई: फेंग शुई का शाब्दिकअर्थ है, फेंग हवा और शुई पानी,अर्थात् हवा और पानी। पृथ्वी को उचित मात्रा में हवा औरपानी प्राप्त हों तो फसल भरपूर होती है। फलस्वरूप किसान समृद्ध होते हंै। इसलिए इस शब्द का उपयोग आरंभ में किसानों द्वारा ... moreवास्तुफेंगशुई एवं वास्तुभविष्यवाणी तकनीकवास्तु परामर्शवास्तु दोष निवारणवास्तु पुरुष एवं दिशाएंवास्तु के सुझावदिसम्बर 2015Views: 5193
फेंग शुई प्रमोद कुमार सिन्हाफेंग शुई दो शब्दों फेंग एवं शुई का सम्मिश्रण है। चीनी भाषा में फेंग का अर्थ वायु तथा शुई का अर्थ जल होता है। जिस प्रकार हम वास्तु के सिद्धांतों का अपने गृह अथवा वाणिज्यिक भवन में अनुपालन एवं प्रयोग करके सुख, शांति एवं समृद्धि को आ... moreफेंग शुईवास्तुवास्तु परामर्शवास्तु के सुझावमई 2013Views: 7351
लिविंग रूम मनोज कुमारचाहे आप छोटे अपार्टमेंट में रहते हों अथवा विशालकाय लिविंग रूम वाले भवन में, फेंगशुई के कुछ ऐसे सामान्य नियम हैं जिनका अनुपालन करके आप सकारात्मक ऊर्जा का भरपूर लाभ प्राप्त कर सकते हैं। फेंगशुई के इन सामान्य नियमों का थोड़ा सा ख्याल ... moreफेंग शुईवास्तुगृह वास्तुवास्तु के सुझावजून 2014Views: 7104
घर का फेंग सुइ आॅडिट क्या होता है? प्रशांत मांदाचीन की प्राचीन फेंग सुइ आॅडीट, यानी घर की जांच अनुभवी व्यक्ति द्वारा कैसे किया जाता है, यह समझने के लिए यहां पर 11 तरीके दिये जा रहे हैं: पहले घर के आगे का और पीछे का भाग देखा जाता है। यह देखते वक्त घर के चारों ओर का पर्यावरण भी ज... moreफेंग शुईवास्तुगृह वास्तुजनवरी 2004Views: 6520
किचन मनोज कुमारकिचन में संपूर्ण गृह परिसर की आत्मा बसती है अतः यह घर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहां हर प्रकार की ऊर्जा उपस्थित रहती है। गृह परिसर का सर्वाधिक महत्वपूर्ण हिस्सा होने के कारण आवश्यक है कि यह वास्तुसम्मत हो तथा उचित दिशा मे... moreफेंग शुईवास्तुफेंगशुई एवं वास्तुअकतूबर 2014Views: 5944