चीन की प्राचीन फेंग सुइ आॅडीट, यानी घर की जांच अनुभवी व्यक्ति द्वारा कैसे किया जाता है, यह समझने के लिए यहां पर 11 तरीके दिये जा रहे हैं:
1 पहले घर के आगे का और पीछे का भाग देखा जाता है। यह देखते वक्त घर के चारों ओर का पर्यावरण भी जांच लिया जाता है।
2 चीनी लिओ पॅन कंपास, या लेनसेटीक कंपास द्वारा, मुख्य दरवाजे के अंदर खड़े रह कर, द्वार किस दिशा में और कितने अंशों में देख रहा है, इसका अध्ययन किया जाता है।
3 मकान मालिक को घर के निर्माण की तारीख के बारे में पूछा जाता है और घर का इतिहास भी पूछा जाता है, यानी घर में कुछ बुरी बातें, जैसे आत्महत्या, फांसी लगाना, आग आदि के बारे में पूछा जाता है।
4 घर का ‘फ्लाइंग स्टार चार्ट’ तैयार किया जाता है। इसमें ‘माउटन स्टार’ और ‘वाॅटर स्टार’ की जांच की जाती है। इसमें 20 साल का और 1 साल का इस्तेमाल किया जाता है। फ्लाईंग स्टार में 24 दिशा में अभ्यास किया जाता है। एक दिशा 150 की होती है।
5 घर के नक्शे की प्रति से अंदर के कमरे की जांच की जाती है।
6 ‘फ्लाइंग स्टार चार्ट’ बना के ‘प्राॅसपरस माउंटन’ और वाॅटर स्टारर्स की जांच की जाती है। इनका संबंध मुख्य द्वार, स्नान घर, शौचालय, बैठक और भोजन का कमरा, रसोइघर, शयन कक्ष, भंडार कक्ष इनके संबंध देखे जाते हैं और फिजीकल शार अगर आ रहे हैं, तो उसको नोट किया जाता है।
7 बुरे स्टारर्स जैसे, स्टारर्स 5 और 2 कहा पर है, यह देखा जाता है।
8 खिड़की से देखा जाता है कि कहीं से ‘शार’ आते हैं। (शार का मतलब है जहरीला तीर) इसका, पुरी तरह से जांच करने के बाद, पलंग कहां होनी चाहिए, किस दिशा में मुंह कर के बैठना है, फर्नीचर कैसे रखा जाए आदि निर्णय लिये जाते हैं और शार को खत्म करने के उपाय किये जाते हैं।
9 रंग का संयोजन तैयार किया जाता है।
10 इस घर का पुरा ‘आॅडीट रिपोर्ट’ तैयार किया जाता है। इसे घर की कुंडली भी कह सकते हैं।
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