भविष्यवाणी तकनीक


शनि-शुक्र-बुधादित्य सम्बन्ध

इसे हम स्टारीय झरोखांे से देखें तो ‘‘यमराज, दैत्याचार्य, युवराज तथा ग्रहराज महायोग’’; वेदांग ज्योतिष विषयान्तर्गत रत्नीय नजर से देखें तो-‘‘हीरा-पन्ना-नीलमणि महायोग’’ और मुहावरी दृष्टिकोण से देखें तो ‘‘सोने पर सुहागा ऊपर से मणिका... और पढ़ें

ज्योतिषप्रसिद्ध लोगज्योतिषीय विश्लेषणज्योतिषीय योगकुंडली व्याख्याभविष्यवाणी तकनीक

अकतूबर 2014

व्यूस: 28038

घटना के समय दशा, गोचर व भिन्नाष्टक वर्ग के बिंदु

भारतीय वैदिक ज्योतिष के अनुसार किसी जातक के जीवन में घटने वाली प्रत्येक घटना जातक की दषा-अंर्तदषा, योग व गोचर की स्थिति के अनुसार ही घटती है। लेकिन क्या उन घटनाओं का संबंध गोचरस्थ ग्रहों के भिन्नाष्टक वर्गों के बिंदुओं... और पढ़ें

ज्योतिषघटनाएँभविष्यवाणी तकनीकगोचर

जुलाई 2015

व्यूस: 8560

मोटापा और ग्रह

मोटापा और ग्रह

डॉ. अरुण बंसल

कहा जाता है कि मोटापे का कारण वंशानुगत होता है अर्थात मोटे व्यक्ति को अपना मोटापा अपने पूर्वजों से डी.एन.ए. के फलस्वरुप प्राप्त होता है। मोटापे का कारण सिर्फ हमारी खान-पान संबंधी आदतें या फिर सुस्त जीवन शैली ही नहीं अपितु वं... और पढ़ें

ज्योतिषज्योतिषीय विश्लेषणग्रहभविष्यवाणी तकनीक

मई 2017

व्यूस: 23647

शेयर बाजार में मंदी-तेजी

ग्रहों की गोचर स्थिति सूर्य 16 नवंबर को 12 बजकर 22 मिनट पर तुला राशि से वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा। मंगल 30 नवंबर को 5 बजकर 21 मिनट पर कन्या राशि से तुला राशि में प्रवेश करेगा। बुध 2 नवंबर को रात्रि के 12 बजकर 44 मिनट पर... और पढ़ें

ज्योतिषज्योतिषीय विश्लेषणदशामेदनीय ज्योतिषभविष्यवाणी तकनीकगोचर

नवेम्बर 2017

व्यूस: 5712

कुज दोष: एक अध्ययन

विवाह से पूर्व जीवनसाथी के विषय में अनेकानेक प्रष्न मस्तिष्क को आलोड़ित करते हंै। इस संदर्भ में ज्योतिष की भूमिका अत्यन्त प्रखर है। भारतीय विष्वासों के अनुसार सुखी और समृद्ध दाम्पत्य के लिए विधिवत् वर-वधू चयन (मेलापक) आवष्यक है... और पढ़ें

ज्योतिषज्योतिषीय विश्लेषणभविष्यवाणी तकनीक

अप्रैल 2017

व्यूस: 10295

विवाह व वैवाहिक जीवन में ज्योतिष की भूमिका

विवाह जीवन की सर्वप्रमुख आवश्यकता है क्योंकि जीवनसाथी की प्राप्ति के उपरांत ही जीवन संपूर्ण होता है। विवाहोपरांत पुरुष एवं स्त्री को साथ रहने तथा सृष्टि की निरंतरता बरकरार रखने के लिए संतानोत्पत्ति करने की सामाजिक तथा विधिक मान्... और पढ़ें

ज्योतिषज्योतिषीय विश्लेषणविवाहभविष्यवाणी तकनीक

अप्रैल 2016

व्यूस: 7554

तेजी-मंदी वार व मास शकुन के द्वारा विचार

रवि, सोम, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि ये सात वार होते हैं। इनका नाम ग्रह के ऊपर रखा गया है। वैसे ज्योतिष शास्त्र में वारों के द्वारा तेजी-मंदी का कोई उल्लेख नहीं मिलता। परंतु बड़े-बड़े वायदा व्यापार के व्यापारियों एवं सटोरियों के ... और पढ़ें

ज्योतिषज्योतिषीय विश्लेषणमेदनीय ज्योतिषनक्षत्रभविष्यवाणी तकनीकगोचर

अप्रैल 2016

व्यूस: 16534

शनि की वक्र गति और साढ़ेसाती

एक नवंबर 2006 को शनि कर्क राशि को छोड़कर सिंह राशि में प्रवेश कर रहा है। मिथुन राशि वालों के लिए बहुत अच्छा है कि 7) वर्ष से चल रही साढ़ेसाती अब समाप्त हो जाएगी, लेकिन कन्या राशि के लिए साढ़ेसाती शुरू होकर भविष्य के अगले कुछ वर्षो ... और पढ़ें

ज्योतिषज्योतिषीय विश्लेषणग्रहभविष्यवाणी तकनीक

नवेम्बर 2006

व्यूस: 5027

लड़का होगा या लड़की जानिए स्वर साधना से

पुत्र पाने की चाह में एक के बाद एक भू्रण हत्याएं हो रही हैं, ऐसे में हमारे प्राचीन ऋषियों ने कुछ ऐसी चीजें खोजी हैं जिनका ध्यान गर्भाधान के समय रखने से बिना किसी चीरफाड़ के मनचाही संतान प्राप्त की जा सकती है। कैसे आइए जानें...... और पढ़ें

ज्योतिषज्योतिषीय विश्लेषणबाल-बच्चेभविष्यवाणी तकनीक

मई 2006

व्यूस: 21506

वक्री ग्रहों प्रभाव

वक्री ग्रहों प्रभाव

फ्यूचर पाॅइन्ट

प्रश्न: वक्री ग्रहों का क्या प्रभाव होता है? ग्रहों के उच्च, नीच, शुभ, अशुभ, स्तंभित या अस्त होने की स्थिति में वक्री होने पर उनके प्रभाव में क्या अंतर आता है? ग्रह वक्री कैसे होते हैं? हम मान लें कि पृथ्वी स्थिर है। बुध अपनी च... और पढ़ें

ज्योतिषज्योतिषीय विश्लेषणग्रहभविष्यवाणी तकनीक

मार्च 2006

व्यूस: 11697

टोटके तंत्र की विशिष्टता व सूत्र

मनुष्य की उत्पत्ति से लेकर वर्तमान व भविष्य तक ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान व आविष्कार की नित-नवीन प्रक्रियाएं सर्वदा विकसित हुईं व होती रहेंगी। किंतु सभ्यता की इस ऐतिहासिकता में साहित्य या पुस्तिका या किसी अन्य उच... और पढ़ें

अन्य पराविद्याएंउपायभविष्यवाणी तकनीकटोटके

फ़रवरी 2015

व्यूस: 15057

जन्मपत्रिका के अनिष्टकारी योग एवं अनिष्ट निवारक टोटके

मंदिर में भोग, अस्पताल में रोग और ज्योतिष में योग का बड़ा महत्व है। योग शब्द की विस्तृत व्याख्या करने की आवश्यकता नहीं, योग मिलन का पर्याय है। दो वस्तुओं के मिलन को योग और अलगाव को वियोग कहते हैं। एक से अधिक प्रकार की... और पढ़ें

ज्योतिषउपायज्योतिषीय योगभविष्यवाणी तकनीकटोटके

फ़रवरी 2015

व्यूस: 12028

Ask a Question?

Some problems are too personal to share via a written consultation! No matter what kind of predicament it is that you face, the Talk to an Astrologer service at Future Point aims to get you out of all your misery at once.

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