मशरूम (खुमी) वेद प्रकाश गर्गएशिया में लंबी आयु के लिए चीन में मशरूम का इस्तेमाल 6000 वर्षों से भी ज्यादा समय से किया जाता रहा है। अब तो विश्व के लगभग सभी देशों में इसकी भीनी खास महक के कारण इसका सामान्य रूप से इस्तेमाल किया जाता है। इसे सभी शहरों में ... और पढ़ेंस्वास्थ्यविविधदिसम्बर 2006व्यूस: 3950
जौ वेद प्रकाश गर्गजौ इथोपिया और दक्षिणी उŸारी एशिया में 10,000 से भी अधिक वर्षों से उगाया जाता रहा है। उसी समय से जौ का भोजन में और मदिरा बनाने में इस्तेमाल किया जाता रहा है। जौ का पानी दवा के रूप में इस्तेमाल में लाया जाता है। यूनान में जौ ... और पढ़ेंस्वास्थ्यविविधनवेम्बर 2006व्यूस: 3979
मोटापा- योग, संयोग, कारण और निवारण ! आर. के. शर्मादेह स्थूलता (मोटापा) योग 1. यदि लग्न जलराशि में शुभ ग्रहों से युत हो या लग्नेश जलीय ग्रह हो व शुभ ग्रहों से दृष्ट हो, तो ऐसे जातक का शरीर स्थूल (मोटा) होता है। 2. यदि लग्नेश शुभ ग्रहों के साथ जलीय राशि में हो तथा शुभ ग्रहों... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यउपायविविधभविष्यवाणी तकनीकमई 2017व्यूस: 4535
नकसीर अविनाश सिंहजब नाक से खून बहने लगता है तो इसी अवस्था को नकसीर कहते हैं। नकसीर विशेष कर गर्मियों के मौसम में होती है। गर्मियों के दिनों में गर्मी के कारण धमनियों पर अधिक दबाव पड़ने से नाक से खून बहने लगता है। कई बार बहने वाले रक्त की मात्रा स... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यचिकित्सा ज्योतिषग्रहभविष्यवाणी तकनीकमई 2016व्यूस: 3626
मस्तिष्क रक्तचाप एक जानलेवा रोग अविनाश सिंहशारीरिक एवं मानसिक विकलांगता, लकवा तथा दर्दनाक मौत का कारण बनने वाला मस्तिष्क रक्तस्राव ‘ब्रेन हैमरेज’ के प्रकोप में आजकल तेजी से वृद्धि हो रही है। कभी इसका शिकार अधिक आयु वाले होते थे लेकिन अब कम आयु वाले भी इसका शिकार बन ... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यभविष्यवाणी तकनीकराशिजनवरी 2017व्यूस: 4076
पेप्टिक अल्सर अविनाश सिंहआयुर्वेदिक दृष्टिकोण: आयुर्वेद के अनुसार मानव शरीर में अग्नि मूल है। जब तक शरीर में अग्नि संतुलित रहती है तब तक स्वास्थ्य का अनुवर्तन होता रहता है। इसलिए शरीर में प्राण और स्वास्थ्य अग्नि मूलक हैं। शरीर में मंदाग्नि रहने से... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यभविष्यवाणी तकनीकजून 2016व्यूस: 3539
ग्रहों के अशुभ प्रभाव देते हैं हृदय विकार फ्यूचर पाॅइन्टआज हृदय रोगियों की संख्या में निरंतर वृद्धि होती जा रही है। हमारे खान-पान एवं जीवन शैली के अतिरिक्त जन्मकुंडली में स्थित ग्रहों का प्रभाव भी हृदय पर पड़ता है। हृदय रोग के ज्योतिषीय कारक क्या हैं, जानने के लिए पढ़िए यह आलेख...... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यग्रहभविष्यवाणी तकनीकअकतूबर 2006व्यूस: 3932
मधुमेह रोग में ग्रहों की भूमिका पुष्पित पाराशरज्योतिष वेद का नेत्र है तथा फलित उस नेत्र की ज्योति है। अध्ययन, ज्ञान ही ज्योति स्वरूप है। ज्योति को जानने वाला ज्योतिषी है। यह अत्यन्त कठिन एवं संवेदनशील विज्ञान है। ज्योतिष के माध्यम से हम घटनाओं का आकलन कर सकते हैं। सभी व्यक्... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यज्योतिषीय विश्लेषणग्रहहस्तरेखा सिद्धान्तजुलाई 2016व्यूस: 3595
मोटापा बढ़ाने वाले ग्रह योग सीताराम सिंहमोटापा आजकल संक्रामक रूप में फैल रहा है। इससे बच्चे व बड़े सभी प्रभावित हैं। इसका मुख्य कारण है फास्ट फूड और चाॅकलेट का अधिक सेवन तथा कम से कम शारीरिक श्रम करना जिससे अतिरिक्त कैलौरी धीरे-धीरे जमा होकर शरीर को मोटा करती है। ... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यज्योतिषीय विश्लेषणविविधग्रहभविष्यवाणी तकनीकमई 2017व्यूस: 4733
रत्नों का चिकित्सा में प्रयोग एन. पी. कश्यपमनुष्य को प्रकृति की अनुपम भेंट रत्न न केवल आभूषण के रूप में उपयोग किए जाते हैं बल्कि इनमें अनेक औषधीय गुण भी होते हैं। किंतु, बिना सोचे-समझे इनका उपयोग हानिकारक भी हो सकता है। प्रस्तुत आलेख में विभिन्न रत्नों के गुणों और विभिन... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यरत्नभविष्यवाणी तकनीकमई 2006व्यूस: 3948
कैसे करें आयुर्वेदिक नुस्खों से वेट लाॅस? जय इंदर मलिकमोटापा एक अभिशाप है। इससे व्यक्ति की शारीरिक क्षमता कम हो जाती है फिर धीरे-धीरे रोग व्यक्ति को घेर लेते हैं। व्यक्ति यदि एक बार मोटापे का शिकार हो गया तो फिर पतले होने में दिक्कतें आती हैं। हर व्यक्ति पतला, छरहरा, सुडौल नजर... और पढ़ेंस्वास्थ्यविविधमई 2017व्यूस: 3591
संग्रहणी पेट का गंभीर रोग अविनाश सिंहसंग्रहणी रोग में शरीर में वसा का भंडार कम हो जाता है। इसके कारण शरीर के सारे अंग सिकुड़कर छोटे हो जाते हैं। आइए जानें, विभिन्न लग्नों में संग्रहणी रोग का ज्योतिषीय विश्लेषण... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यज्योतिषीय विश्लेषणभविष्यवाणी तकनीकराशिजून 2011व्यूस: 84068