एक पौराणिक कथा के अनुसार
यह कहा जाता है कि रावण
एक बहुत ही विद्वान और भगवान
शिव का भक्त था। एक बार की बात
है कि रावण ने अपनी तपस्या और
भक्ति से सभी ग्रहों को अपने एकादश
भाव में स्थित कर लिया था जिससे
कि वह हर समय अपनी इच्छा... और पढ़ें
ज्योतिषदेवी और देवपर्व/व्रत