बाधा निवारण हेतु टोटके फ्यूचर समाचारजिन्हें मंगल दोष हो या मंगल के कारण जिनके विवाह में विलम्ब हो रहा हो, या दाम्पत्य सुख में कमी हो तो शुक्ल पक्ष के मंगलवार से यह टोटका शुरु करें। हनुमान जी को नौं मंगलवार सिन्दूर चढाएं, ध्यान रखें कोई आपको टोके नहीं। बिना बोले चुपच... और पढ़ेंअन्य पराविद्याएंउपायअप्रैल 2007व्यूस: 15289
कमला एकादशी व्रत फ्यूचर समाचारकमला एकादशी व्रत पुरुषोतम मास (अधिक मास या मल मास) में करने का विधान है। एक समय सत्यवती पांडुनंदन धर्मराज युद्धिष्ठिर ने गोपिका बल्लभ, चितचोर, जगत नियंता भगवान श्री कृष्ण से सादर पूछा – भगवन, मैं पुरुषोतम मास की... और पढ़ेंदेवी और देवअन्य पराविद्याएंमई 2007व्यूस: 7573
टैरो कार्ड से फल कथन फ्यूचर समाचारभविष्य कथन की कई पद्वतियां है जिनमें एक का नाम टैरो है। जो हर प्रकार की भविष्वाणी करने में सक्षम मानी जा रही है। भविष्वाणी की टैरो पद्वति कब , कैसे और किसने शुरू की इसके बारे में सही जानकारी आज तक किसी को नहीं है। फिर भी आमतौर... और पढ़ेंटैरोमई 2007व्यूस: 7846
ताश के पत्तों में छिपा भविष्य फ्यूचर समाचारताश से भविष्य बताने की विधि इस प्रकार है। इक्का, बादशाह, बेगम, गुलाम, दहला, नहला, अट्ठाईस पत्ते पहले छांट लिए जाएं। फिर जिसे अपना भविष्य ज्ञात करना हो, तब तक पत्तों को मिलाए। बाद में जब वह मिलाना बंद कर दें, तब उससे कुछ पत्ते बाये... और पढ़ेंज्योतिषटैरोमई 2007व्यूस: 12555
रमल ज्योतिष : एक नजर में फ्यूचर समाचाररमल विद्या में भी बारह भावों-तन धन, बंधु –बांधव, मां, पुत्र, विद्या, शत्रु, मामा, जाया, मृत्यु, कर्म लाभ फलादेश चमत्कारिक ढंग से किया जाता है। रमल रहस्य पुस्तक के अनुसार पार्वती के द्वारा प्रश्न विद्या के ज्ञान के बारे में सवाल कि... और पढ़ेंज्योतिषमई 2007व्यूस: 12135
भृगु संहिता का रहस्य फ्यूचर समाचारज्योतिष शास्त्र का ज्ञान मानव जाति को गुरु-शिष्य परंपरा से श्रुत रूप में प्राप्त हुआ है। ज्योतिष शास्त्र के प्रवर्तक प्रमुख रूप से १८ ऋषि माने जाते है। सृष्टि के प्रारम्भ में स्वयं ब्रह्माजी ने इस विद्या का ज्ञान नारद मुनि और सूर्... और पढ़ेंअन्य पराविद्याएंअध्यात्म, धर्म आदिमई 2007व्यूस: 22811
नंदी नाडी ज्योतिष फ्यूचर समाचारनाडी ज्योतिष के संबंध में कहा जता है की जब मां पार्वती मनुष्य के साथ होने वाली घटनाओं के वृतांत को जानने के लिए हठ योग में आ गईं। तब भगवान शिव रात्रिकालीन सुनसान बेला में इस वृत्तांत का बखान कर रहे थे। तब शिव-निवास के प्रहरी नंदी ... और पढ़ेंज्योतिषअन्य पराविद्याएंउपायमई 2007व्यूस: 16564
क्रिस्टल बाळ द्वारा फल कथन फ्यूचर समाचारक्रिस्टल बाळ से भूत, वर्तमान और भविष्य देखने की विधि प्राचीन काल से ही चली आ रही है। क्रिस्टल का नाम यूनानी शब्द क्लियर आइस से लिया गया है, जिसका अर्थ है, जमा हुआ पानी। क्रिस्टल एक प्राक्रतिक ठोस धातु है। जिसके चारों और एक गोल... और पढ़ेंअन्य पराविद्याएंउपायटैरोमई 2007व्यूस: 9748
चेहरा पढकर भविष्य बताएं फ्यूचर समाचारकभी भी किसी व्यक्ति की मुखाकृति देखकर भविष्य कथन किया जा सकता है। लेकिन किसी एक लक्षण के आधार पर तुरंत किसी निर्णय पर नहीं पहुँच जाना चाहिए, क्योंकि चेहरे का कोई एक लक्षण संपूर्ण भविष्य का सूचक नहीं होता। अत: शुभाशुभ लक्षणों के सू... और पढ़ेंज्योतिषमई 2007व्यूस: 21175
नाखूनों से भविष्य जानिए फ्यूचर समाचारहाथ की रेखों, पर्वतों आदि की तरह अंगूठे भी व्यक्ति के भविष्य कथन में अहम भूमिका निभाते है। इनके विभिन्न आकार प्रकारों से उसके चरित्र, स्वभाव व व्यक्तित्व का पता चलता है। क्षयहां अंगूठों के आकार प्रकार, उनसे जुड़े पर्वतों, यवों आदि ... और पढ़ेंज्योतिषस्वास्थ्यअन्य पराविद्याएंउपायमई 2007व्यूस: 38232
स्वर विज्ञान से भविष्य का ज्ञान फ्यूचर समाचारप्राचीन काल में स्वर विज्ञान से भी फल कथन किया जाता था। इसका आधार स्वास –प्रश्वास (स्वर) को बनाया जाता है। स्वर तीन प्रकार के होते है। दायां स्वर: मेरुदंड के दायें भाग से नासिका के दायें छिद्र में आई हुई प्राण वायु का नाम दायां स्... और पढ़ेंज्योतिषअन्य पराविद्याएंउपायमई 2007व्यूस: 33425
डाउजिंग से खुलती रहस्य की परतें फ्यूचर समाचारभविष्य को जानने की जिज्ञासा मनुष्य की एक स्वाभाविक प्रवृति है। इसी जिज्ञासा ने विज्ञान क विभिन्न आयामों को विकसित किया।... और पढ़ेंज्योतिषअन्य पराविद्याएंउपायअध्यात्म, धर्म आदिमई 2007व्यूस: 5983