हस्तरेखा सिद्धान्त (पृष्ठ-2)

हस्तरेखा सिद्धान्त


हस्त रेखाएं और ज्योतिष

हस्त रेखाएं और ज्योतिष

फ्यूचर पाॅइन्ट

जो ज्योतिष में है वही हाथ की रेखाओं में है दोनों एक दूसरे के पूरक है। हाथ की विभिन्न रेखाएं क्या फलित कथन करती है इसकी जानकारी इस लेख में दी गई है।... और पढ़ें

ज्योतिषहस्तरेखा शास्रभविष्यवाणी तकनीकहस्तरेखा सिद्धान्त

अप्रैल 2011

व्यूस: 19644

ग्र्रह व पाठ्यक्रम

ग्र्रह व पाठ्यक्रम

शरद त्रिपाठी

आज के इस युग में प्रत्येक विद्यार्थी या उसके अभिभावक हमेशा इस बारे में चिंतित रहते हैं कि उसकी संतान आज के इस दौर की पढ़ाई में ऐसी कौन सी उच्च शिक्षा ग्रहण करे कि उसका भविष्य सुनिश्चित हो जाए। ऐसी परिस्थिति में वह अपने ज्योतिषी के ... और पढ़ें

ज्योतिषज्योतिषीय योगशिक्षाकुंडली व्याख्याघरग्रहहस्तरेखा सिद्धान्तव्यवसाय

अकतूबर 2010

व्यूस: 8171

चिराग तले अंधेरा

सही कहा है - विधना नाच नचावे। मनुष्य लाख चेष्टा कर ले, होता वही है जो उसके ग्रह, नक्षत्र चाहते हैं। निशा और विशाल ने भी अपने लाड़ले का जीवन संवारने में कोई कसर नहीं छोड़ी, पर वे असफल रहे। परंतु सही दशा आने पर वही बच्चा जि... और पढ़ें

ज्योतिषज्योतिषीय विश्लेषणज्योतिषीय योगदशाकुंडली व्याख्याहस्तरेखा सिद्धान्तगोचर

दिसम्बर 2014

व्यूस: 28138

स्तन कैंसर महिलाओं को होने वाला एक भयंकर रोग

महिलाओं में पाए जाने वाले सबसे खतरनाक रोग स्तन कैंसर के बारे में पूर्व जानकारी इस रोग के प्रारंभिक अवस्था में ही कैसे प्राप्त की जा सकती है और रोगी को कालग्रसित होने से आसानी से बचाया जा सकता है। आइए, जानें इस बारे में विभिन्न लग्... और पढ़ें

ज्योतिषस्वास्थ्यज्योतिषीय विश्लेषणज्योतिषीय योगचिकित्सा ज्योतिषहस्तरेखा सिद्धान्तराशि

फ़रवरी 2011

व्यूस: 27629

मधुमेह रोग में ग्रहों की भूमिका

ज्योतिष वेद का नेत्र है तथा फलित उस नेत्र की ज्योति है। अध्ययन, ज्ञान ही ज्योति स्वरूप है। ज्योति को जानने वाला ज्योतिषी है। यह अत्यन्त कठिन एवं संवेदनशील विज्ञान है। ज्योतिष के माध्यम से हम घटनाओं का आकलन कर सकते हैं। सभी व्यक्... और पढ़ें

ज्योतिषस्वास्थ्यज्योतिषीय विश्लेषणग्रहहस्तरेखा सिद्धान्त

जुलाई 2016

व्यूस: 3591

राहू कि महादशा में नवग्रहों कि अंतर्दशाओं का फल एवं उपाय

राहू मूलत: छाया ग्रह है, फिर भी उसे एक पूर्ण ग्रह के समान ही माना जाता है। यह आर्द्रा, स्वाति एवं शतभिषा नक्षत्र का स्वामी है। राहू कि दृष्टि कुंडली के पंचम, सप्तम और नवम भाव पर पड़ती है। जिन भावों पर राहू कि दृष्टि का प्रभाव पडता ... और पढ़ें

ज्योतिषउपायग्रहहस्तरेखा सिद्धान्त

आगस्त 2008

व्यूस: 302311

लग्न राशि: व्यक्तित्व का आईना

आधुनिक युग भाग-दौड़ और व्यस्तता का युग है। बढ़ते शहरीकरण ने दुनिया को छोटा और लोगों को एक-दूसरे से अनजान कर दिया है। वर्षों तक साथ रहने पर भी एक परिवार के लोग एक-दूसरे की पसंद नापसंद को अच्छी तरह से नहीं समझ पाते हैं और एक-दूसरे को ... और पढ़ें

ज्योतिषउपायहस्तरेखा सिद्धान्तराशि

मई 2013

व्यूस: 15949

स्वप्न की प्रक्रिया और फलादेश

गौतम बुद्ध के जन्म के कुछ दिन पहले उनकी माता रानी माया ने स्वप्न में एक सूर्य सा चमकीला,6 दांतों वाला सफेद हाथी देखा था, जिसका अर्थ मनीषियों ने एक उच्च कोटि के राजकुमार के जन्म सूचक बताया, जो सत्य हुआ। प्रस्तुत है स्वप्न विषय और उ... और पढ़ें

अन्य पराविद्याएंसपनेहस्तरेखा सिद्धान्त

जून 2010

व्यूस: 11613

हस्त रेखा एवं मनोविज्ञान

हस्तरेखा विज्ञान और मनोविज्ञान में गहरा संबंध है। हथेली की रेखाएं हमारे दिमाग में बनने वाली विद्युत तरंगों की नलियां हैं। हथेली के अलग अलग स्थानों के उभार, जिन्हें हस्तरेखा विज्ञान की भाषा में पर्वत कहा जाता है, चुंबकीय केंद... और पढ़ें

हस्तरेखा शास्रग्रह पर्वत व रेखाएंभविष्यवाणी तकनीकहस्तरेखा सिद्धान्त

दिसम्बर 2006

व्यूस: 4229

पांच मिनट में पढ़िए हाथ की रेखाएं

कल्पना कीजिए यदि आप हाथ देखना जान जाएं तो अपने संपर्क में आने वाले व्यक्तियों के स्वभाव को आसानी से पहचान सकते हैं और उस व्यक्ति के गुणों, चरित्र आदि की जानकारी पाकर उससे मित्रता का हाथ बढ़ा सकते हैं या फिर सावधान हो सकते हैं। इ... और पढ़ें

हस्तरेखा शास्रग्रह पर्वत व रेखाएंहस्तरेखा सिद्धान्त

आगस्त 2006

व्यूस: 4464

हस्तरेखाओं के माध्यम से जन्मतारीख व जन्मसमय निकालना

सामुद्रिक में आयु रेखा से आयु का परिमाण ज्ञात होता है लेकिन हस्त रेखाओं से जन्म तारीख आदि संपूर्ण विवरण का ज्ञान एक नवीन धारणा और उद्भावना है।... और पढ़ें

हस्तरेखा शास्रग्रह पर्वत व रेखाएंभविष्यवाणी तकनीकहस्तरेखा सिद्धान्त

अप्रैल 2011

व्यूस: 3829

शनि ग्रह से ही नहीं है भाग्य रेखा का संबंध

भाग्य रेखा जातक के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं जैसे जीवनचर्या, धन-दौलत, संतान, स्वास्थ्य सभी के बारे में बतलाती है। हथेली में शनि पर्वत पर जाने वाली रेखा को भाग्य रेखा कहा जाता है। इसे हस्तरेखा शास्त्र की भाषा में शनि रेखा भी... और पढ़ें

ज्योतिषहस्तरेखा शास्रग्रह पर्वत व रेखाएंभविष्यवाणी तकनीकहस्तरेखा सिद्धान्त

आगस्त 2006

व्यूस: 5247

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Some problems are too personal to share via a written consultation! No matter what kind of predicament it is that you face, the Talk to an Astrologer service at Future Point aims to get you out of all your misery at once.

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