इच्छित संतान शुभेष शर्मनयदि हम चाहते हैं कि हमें ऐसी संतान प्राप्त हो जो सामाजिक, पारिवारिक, आध्यात्मिक अथवा सांस्कारिक व्यथा को पूरा करें अथवा जो हमें दैविक और भौतिक दोनों सुखों को दे, इसके लिए हमें हमारी संतान पद्धति के षोडष संस्कार की व्यवस्था को अपना... और पढ़ेंज्योतिषउपायबाल-बच्चेमुहूर्तजनवरी 2012व्यूस: 7152
2014 के सौभाग्यशाली संतान योग आभा बंसलइस आलेख का मुख्य उद्देश्य यह है कि हम नवविवाहित दंपत्तियों को अपनी भावी संतान के भविष्य को समझने के लिए कुछ सूत्र दे सकें और वे अपनी संतान के सौभाग्य के लिए उन्हें उनके अनुकूल व श्रेष्ठ समय में संसार में ला सकें। आजकल ज्यादातर लोग... और पढ़ेंज्योतिषप्रसिद्ध लोगज्योतिषीय योगबाल-बच्चेमुहूर्तगोचरमई 2013व्यूस: 7482
शुभ मुहूर्त हेतु चंद्र/ताराबल अवश्य देखें सुनील जोशी जुन्नकरमुहूर्त के सभी विचारणीय विषयों में चंद्र बल आवश्यक विषयों में से एक है। यदि अनुकूल स्थितियां उपलब्ध न हों तो सही प्रकार से चुना हुआ लग्न मुहूर्त अशुभ योगों द्वारा उत्पन्न दोषों को दूर करने में सक्षम होता है। अतः किसी भी कार्य के प... और पढ़ेंज्योतिषमुहूर्तजुलाई 2011व्यूस: 45800
भद्रा काल बाबूलाल जोशीभद्रा का साक्षात्कार मुहूर्त निर्धारण प्रक्रिया के अंतर्गत होता है। जिज्ञासुओं को यह जानने की उत्सुकता स्वाभाविक है कि आखिर यह भद्रा क्या है? प्रति पाक्षिक समय शुक्ल पक्ष एवं कृष्ण पक्ष के इन पंद्रह -पंद्रह दिनों में 4 बार, एक मास... और पढ़ेंज्योतिषमुहूर्तअकतूबर 2013व्यूस: 7853
कुछ नित्य उपयोगी मुहूर्तों की सारणी प्रेम प्रकाश विद्रोहीदैनिक जीवन में आने वाले महत्वपूर्ण कार्यों को शुभ मुहूर्त में संपन्न करने के प्रस्तुत लेख में कुछ उप्य्गोगी मुहूर्त सारणी दी जा रही है. सारणी के प्रयोग से विद्यारंभ मुहूर्त, क्रय मुहूर्त, विक्रय मुहूर्त, दुकान मुहूर्त आदि मुहूर्त ... और पढ़ेंज्योतिषमुहूर्तनवेम्बर 2009व्यूस: 11735
लियो पाम में मुहूर्त विनय गर्गमुहूर्त निकालने के लिए आपको समय, संस्कार, अक्षांश, रेखांश आदि की गणना करनी पड़ती है। यह सभी गणना कार्य लियो पॉम सॉफ्टवेयर द्वारा शत प्रतिशत शुद्ध एवं कम से कम समय में तुरंत हो जाता है। प्रस्तुत है लियो पाम द्वारा किसी भी शुभ काम के... और पढ़ेंज्योतिषमुहूर्तमई 2010व्यूस: 9275
नक्षत्रों के दर्पण में शुभ मुहूर्त भगवान सहाय श्रीवास्तवनौ ग्रह एवं सताइस नक्षत्र भारतीय ज्योतिष का वह आधार है जो हमारे जीवन के महत्वपूर्ण कार्यो को प्रभावित करता है। अतः गृह प्रवेश, मुंडन, विवाह, कृषि वाहन खरीदने के लिए नक्षत्रों का उपयोगी एवं व्यवहारिक ज्ञान बहुत आवश्यक है।... और पढ़ेंज्योतिषमुहूर्तनक्षत्रभविष्यवाणी तकनीकजून 2011व्यूस: 23255
मुहूर्त प्रश्नावली डॉ. अरुण बंसलतिथि, वार, नक्षत्र, योग एवं करण इन्हीं के आधार पर शुभ समय निश्चित किया जाता है. लग्न शुद्धि के साथ-साथ इन पाँचों का शुभ होना परम आवश्यक है. इन सबके आधार पर ही शुभ व शुद्ध मुहूर्त निकाला जाता है....... और पढ़ेंज्योतिषमुहूर्तनवेम्बर 2009व्यूस: 24513
नक्षत्रों का ज्योतिषीय विवरण सुल्तान फैज ‘टिपू’वैदिक काल में वार के स्थान पर नक्षत्र दिवस के प्रयोग की परम्परा नक्षत्र ज्ञान की प्राचीनता का साक्षात उदाहरण हैं। शास्त्रों से विदित होता हैं। उस काल में वर्तमान व् भविष्य के दिशा निर्देशन या फलादेश में राशियों की जगह नक्षत्रों या... और पढ़ेंज्योतिषमुहूर्तनक्षत्रराशिफ़रवरी 2013व्यूस: 15180
मुहूर्त का महत्व शुभेष शर्मनमानव जीवन में जन्म से लेकर जीवन पर्यन्त मुहूर्तो का विशेष महत्व है, धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष की कामना में मुहूर्त प्रकरण चलता रहता है और मुहूर्त के द्वारा शुभारंभ सर्वथा शुभता तथा सफलता प्रदान करता है।... और पढ़ेंज्योतिषमुहूर्तभविष्यवाणी तकनीकजून 2011व्यूस: 17478
भद्रा एवं दोष परिहार डॉ. अरुण बंसलकिसी भी मांगलिक कार्य में भद्रा का योग अशुभ माना जाता है। भद्रा में मांगलिक कार्य का शुभारंभ या समापन दोनों ही अशुभ माने गये हैं। पुराणों के अनुसार भद्रा भगवान सूर्य देव व देवी छाया की पुत्री व राजा शनि की बहन है।... और पढ़ेंज्योतिषदेवी और देवज्योतिषीय विश्लेषणग्रहणमुहूर्तभविष्यवाणी तकनीकअकतूबर 2015व्यूस: 20513
राहुकाल डॉ. अरुण बंसलज्योतिष शास्त्र में हर दिन को एक अधिपति दिया आया है। जैसे - रविवार का सूर्य, सोमवार का चन्द्र, मंगल का मंगल, बुधवार का बुध, बृहस्पतिवर का गुरु, शुक्रवार का शुक्र व् शनिवार का शनि।... और पढ़ेंज्योतिषआकाशीय गणितमुहूर्तअप्रैल 2013व्यूस: 13443