सुजोक: एक चमत्कारिक चिकित्सा पद्धति

विश्व में प्रचलित विभिन्न वैकल्पिक चिकित्सा-पद्धतियों में ‘सुजोक’ चिकित्सा पद्धति का नाम अब अनजाना नहीं रह गया है। महर्षि वशिष्ठ द्वारा प्रतिपादित ‘वशिष्ठ-विद्या’ को ही बाद में चिकित्सा वैज्ञानिकों ने एक्यूप्रेशर चिकित्सा पद्धति क... और पढ़ें

उपायसुख

फ़रवरी 2012

व्यूस: 12055

षट्कर्मों की विधि,आधार एवम् वास्तविकता

शांति, वश्य, स्तंभन, उच्चाटन, मारण व विद्वेषण इन छठ कर्मों को षट्कम कहा गया है परंतु कुछ मंत्र विशारद इसमें दस कर्मों का निरूपण करते हैं। इस आलेख में इनके संपादन की विधि, आधार और प्रभाव पर प्रकाश डालने का प्रयास किया गया है।... और पढ़ें

अन्य पराविद्याएंउपायआकर्षणशत्रुसुखसंपत्ति

आगस्त 2010

व्यूस: 34175

समृद्धि के निश्चित सूत्र

धन के बारे में आपकी मान्यताएं और आदर्श, धन कमाने संबंधी आपकी कल्पित सीमाएं, भीतर छिपा नकारात्मक ‘माइंड सेट’ (मनोवृति) आपकी समृद्धि में बाधक है।... और पढ़ें

उपायअध्यात्म, धर्म आदिसुखविविध

जनवरी 2012

व्यूस: 2253

दीपावली पूजनः आवश्यक निर्देश!

दीपावली पूजनः आवश्यक निर्देश!

भगवान सहाय श्रीवास्तव

गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां खरीदते समय यह अवश्य देखें कि गणेश जी की सूंढ़ गणेश जी की दायीं भुजा की ओर ही मुड़ी हो। खंडित या अशोभित मूर्तियां न खरीदें।... और पढ़ें

अध्यात्म, धर्म आदिपर्व/व्रतसुख

नवेम्बर 2010

व्यूस: 2895

अद्भुत चमत्कारी है - श्रीयंत्र

हमारे शास्त्रों में अनेक प्रकार के यंत्रों का उल्लेख है जैसे मंगल यंत्र, विजय यंत्र, चैंतीस यंत्र आदि। परंतु संपूर्ण यंत्र विज्ञान एवं शास्त्र में केवल ‘श्री’ यंत्र को ही सर्वोपरि एवं महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है।... और पढ़ें

अन्य पराविद्याएंअध्यात्म, धर्म आदिसुखविविध

नवेम्बर 2010

व्यूस: 6531

श्रीविद्या और श्रीयंत्र: दर्शन व महात्म्य !

श्री विद्या के यंत्र को ‘श्रीयंत्र’ कहते हैं। इसमें जो ‘श्री’ शब्द आया है वह श्री विद्या का ही वाचक है और ‘यंत्र’ शब्द श्री विद्या के यंत्र स्वरूप का वाचक है।... और पढ़ें

देवी और देवअध्यात्म, धर्म आदियशसुखविविध

नवेम्बर 2010

व्यूस: 4775

श्रीयंत्र: भोग व मोक्ष की कुंजी

श्री यंत्र को यंत्रों का राजा कहा जाता है। सिद्ध श्री यंत्र की गुरु दीक्षा से प्राप्त मंत्र द्वारा शुभ मुहूर्त में विधिवत् उपासना से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष चतुर्विध पुरुषार्थों की प्राप्ति होती है।... और पढ़ें

देवी और देवअन्य पराविद्याएंउपायअध्यात्म, धर्म आदिसुखविविधसंपत्ति

नवेम्बर 2010

व्यूस: 7270

लक्ष्मी चंचला क्यों?

लक्ष्मी चंचला है यह एक ध्रुव सत्य है। धन की देवी लक्ष्मी भगवान विष्णु की पत्नी होतु हुए भी चंचल है। भगवान विष्णु जो कि गंभीर व धैर्यवान हैं, जिनका स्वरूप शाश्वत व चिर स्थाई है वहीं उनकी पत्नी लक्ष्मी चंचला हंै... और पढ़ें

देवी और देवअध्यात्म, धर्म आदिपर्व/व्रतसुखसंपत्ति

नवेम्बर 2010

व्यूस: 9168

दीपावली की शुभकामनाएं

दीपावली के दिन लक्ष्मी जी की पूजा –अर्चना करने का महत्व अनेक गुणा बढ़ जाता है. भगवती महालक्ष्मी- चल, अचल सम्पूर्ण सम्पतियों एवं अष्ट-सिद्धि, नव-निधियों की अधिष्ठात्री साक्षात नारायणी है. अग्रपूज्य देव श्री गणेश ऋद्धि – सिद्धि, बुद्... और पढ़ें

देवी और देवपर्व/व्रतसुखसंपत्ति

अकतूबर 2009

व्यूस: 7692

Ask a Question?

Some problems are too personal to share via a written consultation! No matter what kind of predicament it is that you face, the Talk to an Astrologer service at Future Point aims to get you out of all your misery at once.

SHARE YOUR PROBLEM, GET SOLUTIONS

  • Health

  • Family

  • Marriage

  • Career

  • Finance

  • Business

लोकप्रिय विषय

करियर बाल-बच्चे चाइनीज ज्योतिष दशा वर्ग कुंडलियाँ दिवाली डऊसिंग सपने शिक्षा वशीकरण शत्रु यश पर्व/व्रत फेंगशुई एवं वास्तु टैरो रत्न सुख गृह वास्तु प्रश्न कुंडली कुंडली व्याख्या कुंडली मिलान घर जैमिनी ज्योतिष कृष्णामूर्ति ज्योतिष लाल किताब भूमि चयन कानूनी समस्याएं प्रेम सम्बन्ध मंत्र विवाह आकाशीय गणित चिकित्सा ज्योतिष Medicine विविध ग्रह पर्वत व रेखाएं मुहूर्त मेदनीय ज्योतिष नक्षत्र नवरात्रि व्यवसायिक सुधार शकुन पंच पक्षी पंचांग मुखाकृति विज्ञान ग्रह प्राणिक हीलिंग भविष्यवाणी तकनीक हस्तरेखा सिद्धान्त व्यवसाय पूजा राहु आराधना रमल शास्त्र रेकी रूद्राक्ष श्राद्ध हस्ताक्षर विश्लेषण सॉफ्टवेयर सफलता मन्दिर एवं तीर्थ स्थल टोटके गोचर यात्रा वास्तु परामर्श वास्तु दोष निवारण वास्तु पुरुष एवं दिशाएं वास्तु के सुझाव स्वर सुधार/हकलाना संपत्ति यंत्र राशि
और टैग (+)