ज्योतिष में उच्च शिक्षा योग फ्यूचर पाॅइन्टप्रश्न: ज्योतिष में उच्च शिक्षा (पीएच. डी) प्राप्त करने के क्या योग हैं? उदाहरण सहित सविस्तार वर्णन करें। वर्तमान युग में शिक्षा के महत्व एवं अनिवार्यता से कोई अनभिज्ञ नहीं है। शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है।... और पढ़ेंज्योतिषज्योतिषीय योगशिक्षाजून 2014व्यूस: 10691
विद्या बाधामुक्ति का एक आसान उपाय - रत्न धारण लक्ष्मीनारायण शर्माआचार्य चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति की आयु, उसका कर्म, धन, विद्या एवं मृत्यु ये पांच बातें विधाता व्यक्ति को मां के गर्भ में भेजते ही निश्चित कर देते हैं।... और पढ़ेंउपायशिक्षारत्नमंत्रराशिफ़रवरी 2010व्यूस: 3024
प्रतिस्पर्धात्त्मक परीक्षा में सफलता कैसे ? गीता शर्मामानव के समस्त कार्य और व्यवसाय को संचालित करने में नेत्रों की भूमिका जिस प्रकार अग्रगण्य मानी गई है ठीक उसी प्रकार ज्ञान, विज्ञान विद्या के क्षेत्र में ज्योतिष विज्ञान दृष्टि का कार्य करता है।... और पढ़ेंज्योतिषज्योतिषीय योगशिक्षाकुंडली व्याख्याघरग्रहभविष्यवाणी तकनीकव्यवसायअप्रैल 2010व्यूस: 26697
श्रेष्ठतम ज्योतिषी बनने के ग्रह योग यशकरन शर्माकरियर परिचर्चा लेख शृंखला की इस कड़ी में ‘‘सफल भविष्यवक्ता बनने के गह योग’’ विषय पर चर्चा की जा रही है जिससे आप यह जान सकेंगे कि किस प्रकार के ग्रह योग जातक को श्रेष्ठ ज्योतिषीय सलाहकार बना सकते हैं। जो लोग ज्योतिष नहीं जानते... और पढ़ेंज्योतिषज्योतिषीय योगशिक्षाकुंडली व्याख्याभविष्यवाणी तकनीकव्यवसायजून 2014व्यूस: 16279
शिक्षा एवं व्यवसाय राजेंद्र कुमार शर्मा''विद्या ददाति विनयम विनयाद्याति पात्रताम् पात्रत्वा धनमाप्नोति धनात् धर्मम् ततो सुखम्''... और पढ़ेंज्योतिषज्योतिषीय योगशिक्षाकुंडली व्याख्याघरग्रहभविष्यवाणी तकनीकव्यवसायअकतूबर 2009व्यूस: 12186
माता-पिता और संतान की शिक्षा का आपसी संबंध मिथिलेश गुप्ताहस्तरेखायें एक दर्पण की भांति हैं जो हमें भावी जीवन के साथ-साथ वर्तमान की भी तस्वीर दिखलाती हैं। संतान का जो अपना भाग्य होता है वह तो उसके जीवन में प्रभाव डालता ही है, उसके माता-पिता के हाथ से भी यह स्पष्ट होता है। उनका भी ... और पढ़ेंज्योतिषबाल-बच्चेशिक्षाभविष्यवाणी तकनीकमार्च 2015व्यूस: 14554
परीक्षा की तैयारी कैसे करें ? डॉ. अरुण बंसलज्योतिषानुसार शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या पढ़ाई के क्षेत्र में अरुचि पैदा कर देती है। अत: किसी ज्ञानी पंडित द्वारा विद्यार्थी की पत्री को पढवा कर उसके उपाय करना उचित रहता है। इसके लिए सरसों के तेल का छाया दान।... और पढ़ेंज्योतिषउपायशिक्षाभविष्यवाणी तकनीकफ़रवरी 2008व्यूस: 28765
व्यवसाय का निर्धारण तिलक राजहमारे जन्मांग चक्र में विभिन्न भावों को धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष चार भागों में बांटा जाता है। 1, 5, 9 धर्म भाव, 2, 6, 10 अर्थ भाव, 3, 7, 11 काम भाव और 4, 8, 12 मोक्ष भाव है।... और पढ़ेंज्योतिषज्योतिषीय योगशिक्षाकुंडली व्याख्याघरग्रहभविष्यवाणी तकनीकअप्रैल 2009व्यूस: 58631
कार्य क्षेत्र और शिक्षा फ्यूचर पाॅइन्टप्रश्न: ऐसे कौन से ज्योतिषीय योग हैं, जिसके कारण जातक का कार्यक्षेत्र अपने अध्ययन क्षेत्र से अलग हो जाता है? उदाहरण सहित स्पष्ट करें।... और पढ़ेंज्योतिषशिक्षाभविष्यवाणी तकनीकव्यवसायजुलाई 2014व्यूस: 4045
ज्योतिष से करें शिक्षा क्षेत्र का चुनाव फ्यूचर पाॅइन्टबौद्धिक विकास एवं शिक्षा एक दूसरे के पूरक हैं। इसके लिए विवेक शक्ति, बुद्धि, प्रतिभा एवं स्मरण शक्ति तथा विद्या पर विचार करने की आवश्यकता होगी। ज्योतिष में सर्वार्थ चिंतामणि के अनुसार शिक्षा का विचार तृतीय एवं पंचम भाव से क... और पढ़ेंज्योतिषज्योतिषीय विश्लेषणशिक्षाभविष्यवाणी तकनीकफ़रवरी 2016व्यूस: 5082
शिक्षा एवं परीक्षा में सफलता फ्यूचर पाॅइन्टविद्या प्राप्ति व परीक्षा में सफलता प्राप्ति में बाधा देने वाले ज्योतिषीय योग क्या हैं तथा इन्हंे दूर करने हेतु अचूक उपाय विद्या या शिक्षा का विचार मुख्यतः ‘पंचम’ भाव से किया जाता है। परंतु ‘विद्या’ को ‘धन’ कहा गया है अतः द्व... और पढ़ेंज्योतिषज्योतिषीय विश्लेषणशिक्षाभविष्यवाणी तकनीकफ़रवरी 2017व्यूस: 5298
उच्च चिकित्सा शिक्षा अशोक सक्सेनाआज के युग में आजीविका प्राप्त करने में अत्यंत प्रतियोगिता है। क्योंकि नौकरियां कम है और बेरोजगार अत्याधिक है। यहां भी अर्थशास्त्र की मांग और पूंजी का नियम लागू होता है। साधारण शिक्षा जैसे एम.ए. , एम.कॉम, एम.एस-सी, के क्षेत्र में र... और पढ़ेंज्योतिषज्योतिषीय योगशिक्षाकुंडली व्याख्याघरग्रहभविष्यवाणी तकनीकव्यवसायअप्रैल 2009व्यूस: 8871