छोटे-छोटे उपाय हर घर में लोग जानते हैं, पर उनकी विधिवत् जानकारी के अभाव में वे उनके लाभ से वंचित रह जाते हैं। इस लोकप्रिय स्तंभ में उपयोगी टोटकों की विधिवत् जानकारी दी जा रही है।
शरीर की थकावट दूर करने के लिए
- जो परिश्रम बहुत करते हैं तथा काफी यात्रा करते रहते हैं उनको चाहिए कि सर्दियों में गर्म गुनगुने पानी से पैरों को धोकर कपड़े से पोछ कर सो जायें। इसके साथ ही ऊँ वायुदेवाय नमः मंत्र का जाप करना चाहिए तथा जाप करते हुए शरीर पर हाथ फेरते रहना चाहिए। इस तरीके से शरीर की थकावट दूर हो जाएगी।
फोड़े फंसी का उपचार
- शरीर में प्रायः फोड़े फंुसी हो जाते हैं तथा पक भी जाते हैं व मवाद भी पड़ जाता है। ऐसी स्थिति में जहां पर फुन्सी फूट गई है उस जगह पर केले के पत्ते को पीसकर फुन्सियां पर बांध दें तथा घाव पर जो लुगदी है उसको पीले कपड़े में लपेट कर जमीन में गाड दें।
सिर में चक्कर तथा दौरे पड़ने पर
- बहुतों को प्रायः सिर में चक्कर आते हैं अथवा कइयों को दौरा पड़ जाता है। डाॅक्टर इसको शारीरिक कमजोरी बताते हैं। किंतु बहुत से महात्माओं का कहना है कि सूर्योदय के समय उठकर व सूरजमुखी का फूल लेकर उसको अपने माथे पर घिसना चाहिए तथा ऊँ सूर्याय नमः मंत्र को बोलते हुए मंत्र जाप के पश्चात उस फूल को दक्षिण दिशा की ओर फेंककर तुरंत स्नान कर लेना चाहिए। स्नान के बाद कुछ समय सूर्य की रोशनी में खड़ा रहें व ताजा क्रीम अथवा मक्खन को तुरंत पी लें। शीघ्र आराम आ जाएगा।
कमर में दर्द होने पर
- जिन्हें हर समय कमर दर्द रहता है अथवा पसली दर्द हो जाता है वे रोगी सायंकाल को सूर्य की ओर मुंह करके जहां पर दर्द है शरीर के उस भाग को नीम की टहनी से 21 बार स्पर्श करना चाहिए। मंत्र ‘ऊँ’ भैरवाय नमः बोलकर टहनी को किसी तालाब या बहते पानी में डाल दें।
शरीर पर मस्सा होने पर
यह मस्सा सभी जगह शरीर में उत्पन्न हो जाता है जिससे खुजली पर भद्दापन दिखाई देता है। बहुत से आपरेशन द्वारा बनते हैं। किंतु एक फकीरी नुस्खे से भी इसे ठीक किया जा सकता है।
- एक काला बैंगन लेकर उसको फाड़कर उसके दोनों भागों को आपस में रगड़ें, इसका जो भाग पैदा होगा उसे मस्से वाले भाग पर लगा देने से मस्सा चला जाता है।
- रविवार को रात मारू बैंगन लेकर काले तिल, साबूत काली उड़द व काला कपड़ा ये सब वस्तुएं लेकर अपने सिर के नीचे रख कर सो जायें व दूसरे दिन सोमवार को प्रातःकाल नदी में बहा दें।
- सुबह ही सुबह अपना थूक लेकर मस्से पर लगा लें तथा स्नान के बाद चूना लेकर मस्से के ऊपर लेप कर दें तथा पान की दंडी से उस मस्से को रगड़ें। इससे मस्सा फट जाता है। फिर से उस स्थान पर नहीं होता है।