प्रश्न- भवन में पूजा घर उत्तर-पूर्व में ही रखना क्यों अधिक लाभप्रद है ? उत्तर -पूजा घर हमेषा उत्तर-पूर्व दिषा अर्थात् ईषान कोण में ही बनाना चाहिए क्योंकि उत्तर-पूर्व में परमपिता परमेष्वर अर्थात ईष्वर का वास होता है। कहा जाता है कि... और पढ़ें
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नवेम्बर 2013
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