यदि आपको नजर लग जाए फ्यूचर समाचारअक्सर लोग कहते है की मेरे सारे कार्यों में विध्न बढ़ रहे हैं। पता नहीं किसकी नजर लग गई है। इसी प्रकार मांओं को अक्सर अपने बच्चों की नजर उतारते हुए देखा जाता है। घर में नई बहु आती है। नया मकान बनाते है। कोई नई दूकान, शुरू करते हैं य... और पढ़ेंउपायसितम्बर 2006व्यूस: 8919
भूत प्रेत बाधा फ्यूचर समाचारहम २१वीं शताब्दी में जी रह है। विज्ञान की विभिन्न शाखाओं में नित नई खोज हो रही है। आयुर्विज्ञान में भी खोज जारी है। पुराने प्रकार की महामारियों (हैजा, प्लेग, टी बी आदि) पर काबू पा जाने का दावा किया जा रहा है। परन्तु एड्स और कैंसर ... और पढ़ेंअध्यात्म, धर्म आदिसितम्बर 2006व्यूस: 11599
मंत्र शक्ति से बाधा मुक्ति फ्यूचर समाचारमंत्रो में इतनी शक्ति है की उनकी साधना से सभी आपदाओं का निवारण किया जा सकता हैं। जन्म के पूर्व से मृत्यु पर्यत की समस्याओं का समाधान मन्त्रों तथा देव पूजा के द्वारा किया जा सकता है। मंत्र शक्ति की साधना से दुःख-दारिद्रय से लेकर आप... और पढ़ेंउपायसितम्बर 2006व्यूस: 12238
कष्ट, विपति, बाधा के ज्योतिषीय कारण व् निवारण फ्यूचर समाचारभारतीय विचारधारा के अनुसार मनुष्य के वर्तमान को उसका पूर्व कर्मफल प्रभावित करता है। उसके कष्टों के निम्नलिखित करण बताए गए है। देव कोप, धर्मदेव, रोष, सर्पक्रोध, प्रेत कोप, गुरु-माता-... और पढ़ेंज्योतिषसितम्बर 2006व्यूस: 8426
गंडमूल नक्षत्र विचार फ्यूचर समाचारव्यक्ति का जन्म जिस ग्रह स्थिति और नक्षत्र में होता है। उसी के अनुसार जीवन में शुभ तथा अशुभ घटनाएं घटित होती है। ज्योतिष शास्त्र के फलित ग्रंथों में ग्रह नक्षत्रों की स्थिति से बनने वाले आशुभ योगों की शान्ति के लिए उपायों का विधान... और पढ़ेंज्योतिषसितम्बर 2006व्यूस: 9051
अपना भाग्य स्वयं आंकिए फ्यूचर समाचारनवम भाव कुंडली का सर्वोच्च त्रिकोण स्थान है और उसे लक्ष्मी स्थान माना गया है। नवम भाव एकादश भाव से एकादश भाव से एकादश होने के कारण लाभ का भी लाभ अर्थात जातक के जीवन की बहुमुखी वृद्धि दर्शाता है। अत: सारावली ग्रन्थ में कहा गया है क... और पढ़ेंज्योतिषसितम्बर 2006व्यूस: 30988
ज्योतिष एवं आयुर्विज्ञान फ्यूचर समाचारज्योतिष शास्त्र एवं आयुर्वेद दोनों ही वेदांग अर्थात वेदों के अंग है। जहां आयुर्वेद रोग का उपचार करने में सक्षम है। वहीं ज्योतिष शास्त्र मानव शरीर में पनपने वाले रोगों की पूर्व जानकारी देने में सक्षम है। यदि रोग के कारणों की सही जा... और पढ़ेंज्योतिषअन्य पराविद्याएंसितम्बर 2006व्यूस: 8625
रत्नों द्वारा बाधा निवारण फ्यूचर समाचारहमारी भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति में प्राचीन काल से ही रत्न धारण की परम्परा रही है। नाना प्रकार के कार्यों की सिद्धि के लिए रत्न –उपरत्न धारण करने से लाभ प्राप्त होता है। यदि किसी कन्या के विवाह में परेशानियां आ रही हों, तो जन्म क... और पढ़ेंअन्य पराविद्याएंसितम्बर 2006व्यूस: 12058
दशा एवं अंतर्दशा फल की विवेचना फ्यूचर समाचारलघु पाराशरी के श्लोक २९ में एक सामान्य नियम का निर्देश दिया गया है। किस सभी ग्रह अपनी दशा एवं अपनी ही अंतर्दशा के समय में अपना आत्मभावानुरूपी या स्वाभाविक फल नहीं देते। तात्पर्य यह है की किसी ग्रह की दशा में उसकी अंतर्दशा के समय म... और पढ़ेंअन्य पराविद्याएंसितम्बर 2006व्यूस: 14911
आपके विचार फ्यूचर समाचारशनि पाप ग्रह है। यह सूर्य का पुत्र यम तथा यमुना का भाई है। मनुष्य को उसके पूर्व पाप का दंड देने के लिए वह अपने हाथ में लोहे का दंड धारण किए हुए है। शनि को कालपुरुष का दुःख माना गया है। इसके भयंकर प्रकोप से राजा भी रंक हो जाता है।... और पढ़ेंअन्य पराविद्याएंसितम्बर 2006व्यूस: 13605
कलियुग का वैकुण्ठ तिरुपति बाला जी फ्यूचर समाचारहिन्दू तीर्थस्थलों में तिरुपति बाला जी का अन्यतम महत्व है। आंध्रप्रदेश के चितूर जिले में तिरुमलै पहाड़ी पर स्थित तिरुपति बाला जी मंदिर में भगवान विष्णु वेंकटेश्वर जी मंदिर में भगवान विष्णु वेंकटेश्वर के नाम से पूजे जाते है इसे कलिय... और पढ़ेंदेवी और देवसितम्बर 2006व्यूस: 7625
सिर दर्द : कारण और निवारण फ्यूचर समाचारसिर दर्द रोग कितना फैला हुआ है। इसका अनुमान इस बात से ही लगाया जा सकता है। की २७ करोड जनसंख्या वाले अमेरिका में ४ ५ करोड लोग इससे ग्रस्त है। इनमें से २ ८ करोड लोग केवल आधे सिर दर्द के शिकार है। भारत के शहरों में भी कुछ इतने ही... और पढ़ेंस्वास्थ्यसितम्बर 2006व्यूस: 55245