आग्नेय महापुराणोक्त ग्रह शांति यज्ञ विधि अशोक शर्माआग्नेय पुराण में श्लोक संख्या एक से चौदह में ग्रह शांति के विधान हवन, मंत्र, समिधाएं, साकल्य आदि का स्वष्ट वर्णन किया गया है प्रस्तुत लेख में ग्रह को समर्पित भोग तथा दान का भी विधान बताया गया है।... और पढ़ेंअन्य पराविद्याएंविविधसितम्बर 2010व्यूस: 16073
सूर्य किरण चिकित्सा अविनाश सिंहप्रकृति पंच तत्व प्रधान हैं। यूं माने तो समस्त प्रकृति पांच तत्वों से ही निर्मित हैं। संसार में समस्त प्राणी, वनस्पति आअदि पांच तत्वों से ही निर्मित हैं।... और पढ़ेंस्वास्थ्यउपायविविधजनवरी 2013व्यूस: 6260