कि स्वास्थ्य व धन संबंधी समस्याओं को हस्ताक्षर के अक्षरों, ग्राफोलोजी व ग्राफोथैरेपी के माध्यम से कम किया जा सकता है। मस्तिष्क के आदेश से अंगुलियों द्वारा संपादित ‘हस्ताक्षर’ से किसी व्यक्ति विशेष के मन, सोच, विचार, परिश्रम, व्यक्तित्व, संयम, अंतःकरण, स्वभाव, मित्रता, शत्रुता, सुख, दुख, लाभ, हानि, धन, वैभव, स्वास्थ्य आदि का पता चलाया जा सकता है। विशेषतः भाग्य व धन संबंधी मुश्किलों से बचने के लिये हस्ताक्षर का शुभ व सटीक होना आवश्यक है। प्रस्तुत लेख में हस्ताक्षर के माध्यम से किसी व्यक्ति के जीवन में स्वास्थ्य व धन की स्थिति पर विचार किया जायेगा व यह जाना जायेगा कि ऐसा हस्ताक्षर में क्या बदलाव करें कि भविष्य में स्वास्थ्य व धन लाभ लिया जा सके। 1. यदि कोई व्यक्ति अपने हस्ताक्षर सीधे-सीधे यानि सरल रेखा में करता है तो उसके स्वास्थ्य व धन की स्थिति ठीक-ठाक यानि साधारण रहती है। खर्च करने की प्रवत्ति भी कम होती है। खान-पान की आदतें नियंत्रण में रहती हैं। ऐसा व्यक्ति स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह नहीं रहता और धनागमन भी बना रहता है। 2. जिस व्यक्ति के हस्ताक्षर नीचे से ऊपर की ओर 45 डिग्री का कोण बनाते हुये जाते हैं वह व्यक्ति अधिकतर धार्मिक प्रवृत्ति होता है। ईश्वर की कृपा से उसका स्वास्थ्य व धन की स्थिति साधारणतया अच्छी रहती है। जरूरत पड़ने पर धन की उपलब्धि हो जाती है। स्वास्थ्य नरम-गरम बना रहता है पर बडे़ रोग दूर रहते हैं। 3. जिस व्यक्ति के हस्ताक्षर ऊपर से नीचे की ओर आते हैं वह व्यक्ति नकारात्मक विचारों का होता है, स्वास्थ्य उदासीन रहता है। व्यक्ति को व्यसनों के कारण बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है और धन की स्थिति भी जीवन के उत्तरार्ध में डांवाडोल सी हो सकती है। कर्ज भी लेना पड़ जाता है और हमेशा पैसे के लिये भागदौड़ करनी पड़ती है। 4. यदि व्यक्ति के हस्ताक्षर का पहला अक्षर काफी बड़ा होता है, तो वह व्यक्ति गुणी, धनी, स्वस्थ व लोकप्रिय होता है। स्वास्थ्य में वे बलिष्ठ शरीर के मालिक होते हैं। जीवन में अचानक धन लाभ होता रहता है। 5. यदि हस्ताक्षर का पहला अक्षर थोड़ा बड़ा व बाकी अक्षर छोटे व सुंदर हों तो ऐसे व्यक्ति धीरे-धीरे उच्च स्थान पाता है। धनागमन लगा रहता है व स्वास्थ्य सुंदर व अच्छा रहता है। आय के एक से अधिक स्रोत होते हैं। 6. हस्ताक्षर पर यदि कलम का दबाव अधिक हो तो वह व्यक्ति धन कमाने के लिये जोर जबरदस्ती भी कर जाता है। स्वास्थ्य में उसे बी. पीकी बीमारी का सामना करना पड़ सकता है। तनाव अधिक रहता है। धन रहने के बावजूद भी संचय करने में परेशानी आती है। 7. हस्ताक्षर के अंत में जो व्यक्ति रेखा के बिना बिंदी या डाॅट लगाते हैं वे धन कमाने के मामले में रिस्क लेने से डरते हैं जिसकारण वे अधिक धनी नहीं बन पाते। धन पाने के अवसर तो अनेक आते हैं परंतु वे इन अवसरों का लाभ नहीं उठा पाते। ऐसे व्यक्ति स्वास्थ्य के प्रति भी सचेत रहते हैं। कुछ भी ऐसा वैसा खाने से डरते हैं। लेकिन फिर भी स्वास्थ्य उत्तम नहीं रहता। 8. जो व्यक्ति अपने हस्ताक्षर बिना कलम उठाये कर देते हैं वे विवादकर्ता तथा रहस्यवादी होते हैं। ऐसे व्यक्ति अपने स्वास्थ्य व धन को भगवान भरोसे छोड़कर जीवन जीते हैं। उनका स्वास्थ्य ठंडा, गरम रहता है और किसी न किसी दवा से उनका संपर्क बना रहता है। धन की स्थिति सामान्यतः अच्छी रहती है। आय में एक रसता रहती है। 9. स्पष्ट हस्ताक्षर वाले व्यक्ति सजग, बुद्धिमान होते हंै। स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहते हैं। कुछ भी रोग होते ही इलाज करवा लेते हैं। मन की तरह शरीर भी संुदर होता है। धन के मामले में बेईमान नहीं होते। ईमानदारी से भी कमाया हुआ धन उन्हें संतुष्ट रखता है। 10. जो व्यक्ति हस्ताक्षर करने में जल्दबाजी करते हैं वे तात्कालिक बुद्धि वाले व ऊर्जावान होते हैं। ज्यादा समय वे नहीं गंवाते कि क्या खाना चाहिये और क्या नहीं। इस कारण वे अक्सर बीमार भी हो जाया करते हैं यानि स्वास्थ्य नरम रहता है। धन कमाने में भी वे आलस नहीं करते और लक्ष्मी भी उन्हें तन्हा नहीं रहने देती। 11. यदि कोई व्यक्ति हस्ताक्षर जल्दी व अस्पष्ट करता है तो ऐसे व्यक्ति का स्वास्थ्य सामान्य नहीं रहता और उसे किसी न किसी रोग का सामना करना पड़ता है। ऐसा व्यक्ति धन कमाने के लिये लालायित रहता है और कभी कभी धन-हानि भी उठानी पड़ती है। 12. छोटे व शब्दों को तोड़-मड़ोर कर हस्ताक्षर करने वाला व्यक्ति चालाक होता है, किसी भी तरीके से धन कमाना जानता है। धन कमाने की इस हवस में उसे बदनामी भी झेलनी पड़ती है। ऐसे व्यक्ति का स्वास्थ्य उसके जीवन के उत्तरार्ध में परेशान करता है। कोई बीमारी उसे हमेशा के लिये लग जाती है। 13. जो व्यक्ति अपने हस्ताक्षर के नीचे पूरी रेखा खींचते हैं तथा उसके बाद एक या दो बिंदू बना देते हैं, उन्हें धन कमाने में कम मुश्किलें आती हैं और बचत भी अधिक होती है। भाग्य उनका साथ देता है। ऐसे व्यक्तियों का स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है। रोग उन्हें परेशान नहीं करते और जीवन लंबा चलता है। 14. यदि व्यक्ति अपने हस्ताक्षर में नाम का पहला अक्षर लिखे व फिर उपनाम लिखकर नीचे एक बिंदू लगाये तो ऐसा व्यक्ति धनी होता है। पैसे की स्थिति हमेशा अच्छी रहती है। उनका जीवन स्वस्थ व सम्मनित होता है। वैवाहिक जीवन भी सुखी रहता है। 15. यदि व्यक्ति अपने हस्ताक्षर के अंतिम शब्द के नीचे एक बिंदू लगाये तो ऐसे व्यक्ति को विलक्षण प्रतिभा मिलती है और वह प्रसिद्धि पाकर धनी बन जाता है। स्वास्थ्य भी ऐसे व्यक्तियों का अच्छा रहता है। परंतु कुछ व्यसनों का आदी हो जाता है। 16. हस्ताक्षर के नीचे दो रेखायें खींचने वाला व्यक्ति असुरक्षित महसूस करता है। पैसा तो जीवन में अच्छा कमाता है पर कंजूस होता है। स्वास्थ्य भी सामान्य रहता है। वैसे तो रोग अधिक नहीं होते परंतु निरोगी भी नहीं रहता है। 17. जो व्यक्ति अपने हस्ताक्षर को सुंदर, सजा-संवार कर लिखता है, वह कलाकार सा होता है। व्यसनों के बावजूद भी स्वास्थ्य आमतौर पर ठीक रहता है और वह पैसा भी अच्छा कमाता है। जीवन के उत्तरार्ध में वह आलीशान जीवन जीता है। 18. हस्ताक्षर यदि स्पष्ट लिखे जायें और अंतिम शब्द की लाईन या मात्रा को इस प्रकार खींचे कि वह ऊपर की और जाती दिखाई दे तो ऐसे व्यक्ति अच्छे स्वास्थ्य वाले व काफी धनी होते हैं। जीवन में तरक्की करते हैं और पीछे मुड़कर भी नहीं देखते। उपरोक्त विवरण से यह स्पष्ट होता है कि किसी भी व्यक्ति के हस्ताक्षर निम्न प्रकार से शुभ बन सकते हैं - -ऽ हस्ताक्षर लंबे व स्पष्ट होने चाहिये। -ऽ हस्ताक्षर का पहला अक्षर बडा होना चाहिये। -ऽ हस्ताक्षर 45 डिग्री के कोण बनाते हुये नीचे से ऊपर की ओर जाने चाहिये। -ऽ हस्ताक्षर के नीचे लंबी लाईन या रेखा लगानी चाहिये। -ऽ हस्ताक्षर में डाली गई रेखा या लाईन हस्ताक्षर का कोई अक्षर नहीं काटनी चाहिये। -ऽ हस्ताक्षर का पहला अक्षर गोल नहीं होना चाहिये। -ऽ हस्ताक्षर कभी भी जल्दबाजी में नहीं करने चाहिये। अंत में हम कह सकते हैं कि हस्ताक्षर का प्रकार व अक्षरों को बदल कर हम कई प्रकार से लाभ पा सकते हैं - स्वास्थ्य में भी, करियर में भी व धन संबधी मामलों में भी। यदि हस्ताक्षर ज्योतिष के अनुसार शुभ है तो धन के संबंध में लाभ लिया जा सकता है। जबकि दोषपूर्ण व गलत हस्ताक्षर करने पर धन हानि का सामना करना पड़ सकता है। हस्ताक्षर में दिखाई देने वाली कमियों को दूर कर व्यक्ति अपना भविष्य संवार सकता है। स्वास्थ्य व धन ठीक रखने के लिये यदि ऊपर लिखित बातों को अपनाया जाये तो लाभ अवश्य होता है और कुछ ही समय में सकारात्मक परिणाम मिलने लगते हैं।