व र्तमान समय में शिक्षा का बहुत अधिक महत्व बढ गया है। आज के समय में यदि व्यक्ति अच्छी प्रकार से शिक्षित नहीं है तो व्यक्ति की अपने कार्य क्षेत्र में अधिक उन्न्ाति करने की संभावना कम रहती है। पढा-लिखा व्यक्ति अपनी उन्न्ाति तथा अधिकारों के प्रति अधिक सजग होता है। कई ऐसे व्यक्ति भी होते हैं जिनके पास उत्तम षिक्षा प्राप्ति के धन, एवं सुख-सुविधाएँ होते हुए भी उनके जीवन में शिक्षा प्राप्त करने में विघ्न-बाधाए आती हैं तथा वे उत्तम शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। ऐसी परिस्थितियों में आध्यात्मिक उपाय करने से शिक्षा में आने वाली बाधाएं समाप्त हो जाती हैं। जिससे व्यक्ति अच्छी शिक्षा प्राप्त कर लेता है। पारद सरस्वती यह सरस्वती प्रतिमा पारद धातु से निर्मित की जाती है। पारद धातु में बने मूर्ति, यंत्र आदि अधिक शुभफलदायी माने जाते हैं। जिन व्यक्तियों की शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य आदि के कारण अध्ययन में बाधाएं आती है उन्हे पारद सरस्वती का अपने घर में नित्य पूजन करने से लाभ प्राप्त होता है। विद्या-बुद्धि प्राप्ति कवच यह कवच चार मुखी रूद्राक्ष एवं पन्न्ाा रत्न के संयुक्त मेल से निर्मित होता है। चार मुखी रूद्राक्ष ब्रह्मा जी स्वरूप होने एवं विद्या प्राप्ति के लिए धारण करना शुभ होता है। पन्न्ाा रत्न बुद्धि का विकास होता है, जिससे पढाई में अच्छी सफलता प्राप्त होती है। सरस्वती यंत्र यह यंत्र ताम्रपत्र पर अंकित होता है। यह साक्षात् विद्या बुद्धि की देवी मां सरस्वती का प्रतीक माना जाता है। जिन विद्यार्थियों को अधिक मेहनत करने पर भी परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त नहीं होते हैं, उन्हें इस यंत्र की घर में स्थापना करके नित्य यंत्र की श्रद्धा विश्वास से धूप, दीप, गंध, अक्षत आदि से पूजन करने से अध्ययन में मनोनुकूल सफलता प्राप्त होती है। सरस्वती यंत्र का लाॅकेट यह सरस्वती यंत्र का लाॅकेट चांदी में अंकित होता है। जिन विद्यार्थियों का मन पढ़ाई में अधिक नहीं लगता हो, अथवा साक्षात्कार आदि में मन में भय अधिक लगता हो उन्हें इस लाॅकेट को पूजा, प्रतिष्ठा करवाकर नित्य गले में धारण करने से लाभ होता है। अधिक शीघ्र शुभ फल प्राप्ति के लिए महासरस्वती बीज मंत्र का स्फटिक अथवा रुद्राक्ष की माला पर नित्य 108 बार जप करें।