वास्तु मंत्र पं. महेशनन्द शर्मा घर में अनुपयोगी वस्तुएं, टूटा हुआ शीशा, पलंग, खाली डिब्बे आदि नहीं रखना चाहिए। इससे नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है जो काम में बाधा डालती है। घर में बंद घड़ियां भी नहीं रखनी चाहिए। Û घर के आग्नेय कोण में कुआँ या ट्यूबवेल नहीं होना चाहिए। ऐसा होने पर घर की वरिष्ठ महिला और संतान को शारीरिक कष्ट हो सकता है। इससे बचने के लिए कुएं से लगे कमरे में ऊंचाई पर फिटकरी का टुकड़ा रखें। बीम के नीचे सोने या बैठने वाले व्यक्ति को मानसिक अशांति, अनिद्रा तथा चिड़चिड़ापन आदि की समस्याएं हो जाती हैं इसलिए इस दोष के निवारण के लिए बीम के दोनों सिरों पर लकड़ी की बांसुरी लटका दें। यदि घर के द्वार खोलते ही सामने सीढ़ी हो, तो द्वार व सीढ़ी के बीच पर्दा लगा दें। शौचालय यदि वास्तुशास्त्र के नियमों के अनुसार न बना हो, तो इस दोष के निवारण के लिए किसी पात्र में नमक रखकर शौचालय के अंदर किसी ऊंची सतह पर रखें। मुख्य द्वार के वास्तु दोष निवारण हेतु मुख्य द्वार पर लाल रंग का फीता बांधें तथा द्वार के बाहरी ओर दीवार के ऊपर पाकुआ द